Santoshi devi Tag: कविता 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Santoshi devi 3 Aug 2022 · 1 min read विश्वास झूठे सच्चे दांव,यहाँ चलते हैं। हर पल में विश्वास,यहाँ छलते हैं।। कपटी बक ही पाठ,ध्यान का गाते। हंसा सज्जन हाथ,यहाँ मलते हैं।। गोदामों में माल,भरे बस कैसे। नीति नियम सच... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 252 Share Santoshi devi 3 Jun 2022 · 1 min read पिता ऐसा क्या कह देता हैं पिता , जब देखो तब बच्चे नाराज हो गए। सूरज सी हैं जिंदगी तपना तो हैं। खुरदरा पथ हैं जिंदगी चलना तो हैं, आंधी झंझावत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 389 Share Santoshi devi 6 May 2022 · 1 min read पिता ममता दुखदायी न हो। सोच पिता को अभिनय करना पड़ता, एक पाषाण हृदय अपनाना पड़ता। माता है ममता की मूरत, वही पिता सत्य की सूरत। सुंदर अहसास इसमें भी है,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 6 986 Share