Santoshi devi 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Santoshi devi 3 Aug 2022 · 1 min read विश्वास झूठे सच्चे दांव,यहाँ चलते हैं। हर पल में विश्वास,यहाँ छलते हैं।। कपटी बक ही पाठ,ध्यान का गाते। हंसा सज्जन हाथ,यहाँ मलते हैं।। गोदामों में माल,भरे बस कैसे। नीति नियम सच... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 251 Share Santoshi devi 16 Jun 2022 · 1 min read पिता पिता दिवस का पीटते, चारों बेटे ढोल। आए दिन तो कर रहे, समझ बोझ का तोल।। नींव बिना सजते कहाँ,छत छज्जे कंगूर। बिना पिता आशीष रहे, जीवन भर लंगूर।। पिता... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 3 3 338 Share Santoshi devi 14 Jun 2022 · 1 min read पिता Happy Father's day ------------------------------------------------ धूप छाँव सब सहते रहते ,देते जीवन सार है जीवन दर्शक रहते पिता,यहीं जीव आधार है। संकट की हर बेला में यह, बनते सदा रक्षा कवच।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 3 3 229 Share Santoshi devi 3 Jun 2022 · 1 min read पिता ऐसा क्या कह देता हैं पिता , जब देखो तब बच्चे नाराज हो गए। सूरज सी हैं जिंदगी तपना तो हैं। खुरदरा पथ हैं जिंदगी चलना तो हैं, आंधी झंझावत... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 388 Share Santoshi devi 6 May 2022 · 1 min read पिता ममता दुखदायी न हो। सोच पिता को अभिनय करना पड़ता, एक पाषाण हृदय अपनाना पड़ता। माता है ममता की मूरत, वही पिता सत्य की सूरत। सुंदर अहसास इसमें भी है,... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 6 985 Share Santoshi devi 22 Apr 2022 · 1 min read पिता शीर्षक-पिता जीवन भर बोझा ढोता है। अक्सर सुख से कब सोता है।। सीने में दफनाता हर गम। कभी न खुलकर वह रोता है।। हर विपदा के आगे वह तो। हरदम... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 6 8 314 Share Santoshi devi 27 Mar 2022 · 1 min read अहसास तुम होते हो पास मेरे, खिल उठते अहसास मेरे गूंज उठे शहनाईयां, इस अंत मन के सहरा में। उड़ने को उन्मुक्त पंछी, आतुर है नेह गहरा में। जीवन राह के... Hindi · गीत 3 4 218 Share