Sanjay kumar mallik 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sanjay kumar mallik 1 Jul 2023 · 1 min read फितूर बना फितरत कैसी फितरत हुई इंसान की जैसे रक्त प्यासे हैवान की टुकड़े -टुकड़े में काटकर भावशून्य हो जाता इंसान है प्यार के नाम को कर देता बदनाम है, सब भूल जाता... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 215 Share Sanjay kumar mallik 1 Jul 2023 · 1 min read आदत और फितरत आदत है मेरी औरों के फितरत को भुला देना किसी की खुशीयों में मुस्कुरा देना और गम में आंसू बहा देना कुछ कहते है मेरी फितरत ही कुछ ऐसी है... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 2 2 222 Share Sanjay kumar mallik 24 Jun 2023 · 1 min read अलख जगाते है आओ अलख जगाते है, मिल -जुलकर नव प्रकाश लाते है हीरक जयंती के पावन बेला में कुछ नये गीत हम गाते है झूठ-फरेब की भाषा को छोड़ हम सत्यनिष्ठा राग... Hindi 167 Share Sanjay kumar mallik 24 Jun 2023 · 1 min read सपनों की दुनिया सपनों में जीना, सपनों में रहना मानव मन की मजबूरी है Swarna सजित महलों में रहना, पवन वेग से उड़ जाना पल पल ऐसी दुनिया गढ़ना औरों पर खुद को... Hindi 184 Share Sanjay kumar mallik 31 May 2023 · 1 min read खनिक अंधेरो से जब निकली किरणें प्रकाशित हुआ जीवन सारा वसुंधरा के कोख में जाकर खोजे प्रकाश की उज्जवल धारा सैनिक लगे रहते है सीमा पर लिये रक्षा का भार सारा... Poetry Writing Challenge 1 212 Share Sanjay kumar mallik 31 May 2023 · 1 min read न्याय दिलायेगा बचपन में गुड्डे-गुड़ीयो का खेल छोड़ मिट्टी को माथे से लगाया था पसीने से लथपथ होकर अखाड़ो में समय बिताया था समाज के ताने सुन-सुन खुद को और मजबूत बनाया... Poetry Writing Challenge 1 273 Share Sanjay kumar mallik 27 May 2023 · 1 min read जिंदगी प्यार बांटा नहीं जाता हर किसी के लिए हर कोई सह रहा है सितम जिंदगी के लिए मौत आनी है इक दिन सबको है पता फिर भी इंसा लड़ रहा... Poetry Writing Challenge 218 Share Sanjay kumar mallik 27 May 2023 · 2 min read मंत्री जी की वसीयत मंत्री हो या संत्री जैसे बुढ़ापे की ओर पग बढ़ाते हैं सबसे पहले पहल अपना वसीयत ही लिखवाते है ऐसे में एक मंत्री जी के वसीयत की बात आती हैं... Poetry Writing Challenge 236 Share Sanjay kumar mallik 27 May 2023 · 1 min read लोग कह रहे हैं तेरे दिल में आने की आहट है, ऐसा लोग कह रहे हैं मै हूँ अनजान पर ये सब बातें लोग कह रहे है तेरे नाम से चेहरे पर चमक और... Poetry Writing Challenge 170 Share Sanjay kumar mallik 21 May 2023 · 1 min read नारी इक जीवन गाथा नारी शब्द में बोध छिपा है हमारी जीवन गाथा का जीवन को हंस-हंस कर जीना, हर गम को हंसकर पीना कदम-कदम पर कांटे आये, फूलों सा श्रृंगार करे हम आंचल... Poetry Writing Challenge 142 Share Sanjay kumar mallik 21 May 2023 · 1 min read नारी गंगा सी निर्मलता मुझमें, यमुना सी है धारा ब्रहमपुत्र की विशालता और फूलों सी कोमलता मुझमें ऐसी मेरी काया ऐसी मेरी काया मेरे साये में लिपटी है, जीवन की हर... Poetry Writing Challenge 309 Share Sanjay kumar mallik 21 May 2023 · 1 min read रिश्ते ये रिशते भी बड़े अजीब होते है कभी किसी के तो कभी किसी के करीब होते है तुतलाते तो माँ के जुबा मिलते ही महबूब के करीब होते है लड़खड़ाते... Poetry Writing Challenge 161 Share Sanjay kumar mallik 21 May 2023 · 1 min read ईमानदारी-एक जीवनशैली जीवन पथ पर बढ़ना हो तो उच्च आदर्शों का आलिंगन कर लो, जीवन के हर प्रवाह को इमान की रजत कणो से भर लो । जीवन में छल-प्रपंच न बेईमानी... Poetry Writing Challenge 362 Share Sanjay kumar mallik 21 May 2023 · 1 min read सीखता ही रह जाता है जरा आहिस्ता चल कही अपने न दूर हो जाऐ तेरे सफलता की मीनार बन न जाए इतनी ऊंची कि अपने भी उसके साए में जाने से घबराए तेरे कदमों की... Poetry Writing Challenge 412 Share Sanjay kumar mallik 20 May 2023 · 1 min read इंसा बन जाये उनको गुमां हो गया की अब वो खुदा हो गये है उन्हें लगने लगा है कि अब वो औरों से जुदा हो गये हैं कोई बताये उन्हें रहती नही शान... Poetry Writing Challenge 153 Share Sanjay kumar mallik 15 May 2023 · 1 min read पिता मां है शीतल छाया तो पिता जीवन आधार हैं। जब पग हो छौने छौने तो उंगलियों का आभार है जब शब्द भटकते थे जिव्हा में तो उनके समझ का पारावर... Poetry Writing Challenge 222 Share Sanjay kumar mallik 15 May 2023 · 1 min read गुना कांड गांधी के देश में गांधीगिरी धूमिल हुई,भूमि के टुकड़े ने भूमि से ही मिला दिया। हलाहल पी गया जीवन जीने के लिए, फिर भी चैन से जाने न दिया ।... Poetry Writing Challenge 221 Share Sanjay kumar mallik 15 May 2023 · 1 min read चाहत चाहतों के बाजार में चाहतों की भरमार है एक पूरा हो न दुसरा तैयार है दिल कह भी दे सही ,दिमाग कहता रुको अभी तुम तो नादान हो, होते हो... Poetry Writing Challenge 193 Share Sanjay kumar mallik 15 May 2023 · 1 min read साल का हिसाब दिन गये महीने गये, गया पूरा साल सोचते रहे हर प्राब्लम हो जायेंगे सब साल्व देखा जब तिरछी निगाहों से रह गये बहुत से अनसाल्व कोई नही फिक्र कैसी फिर... Poetry Writing Challenge 148 Share Sanjay kumar mallik 15 May 2023 · 1 min read औरंगाबाद रेल दुर्घटना (कोरोना काल) सिरहाने पे पट्रिया,पत्थरों की सेज थी थक चुके थे कदम ,बस कुछ पलो की बात थी बस सूर्य के किरण के आने का ही काम था थक चुके भी कदम... Poetry Writing Challenge 234 Share Sanjay kumar mallik 15 May 2023 · 1 min read माँ भारती का श्रृंगार कब तक जंगे जुबानी होगी, देश के वीरों की कुरबानी होगी कोखे कब तक सुनी होगी ,बालपन पर क्या गुजरती होगी मांगे कब तक सूनी होगी, बहनो पर क्या गुजरती... Poetry Writing Challenge 157 Share Sanjay kumar mallik 15 May 2023 · 1 min read जीवन संगिनी क्या-क्या बदला तेरे आने से जीवन में, क्या नापू कैसे नापू समझ न पाया अब तक मैं इधर से पकडा उधर छुटता वक्त की इस आपा धापी से चल कुछ... Poetry Writing Challenge 553 Share Sanjay kumar mallik 14 May 2023 · 1 min read मिशन चंद्रयान चांद से मिलना हो न सका कोई बात नही आप हम सब के सूरज बन गए दुनिया देखती ही रही आप शिखर को निकल ही गये किस किस से क्या... Poetry Writing Challenge 172 Share Sanjay kumar mallik 14 May 2023 · 1 min read सूरत प्यारी .नव किरणो सी लालिमा, तेरी सूरत प्यारी देख कर हुआ सबेरा मेरा, ऐसे ही नित हो मेरा चाहत के केनवास पर रंग भरा हो तेरा रंगो के भी रंगो में... Poetry Writing Challenge 250 Share Sanjay kumar mallik 14 May 2023 · 1 min read साहस वो दिन गए अब बीत जब तू हमको आंख दिखाता था अब शावक बना है बब्बर शेर,तेरे माद में घुस तेरा ही शिकार करेगा । तेरा शीश तेरे ही हाथो... Poetry Writing Challenge 178 Share Sanjay kumar mallik 14 May 2023 · 1 min read अजब कृति अजब कृति तू खुदा की,तेरी बात जुदा है सबसे तेरी किलकारी आने से माथे पर सिलवट दिख जाती तबसे तेरी मीठी मुस्कान भी कई बार अपनों को खुश न कर... Poetry Writing Challenge 158 Share Sanjay kumar mallik 14 May 2023 · 1 min read हमसफर कैसे तुम मेरे दिल की समझ जाते हो जो मै न भी कहूं दिल की,तुम कह जाते हो शायद इसलिए ही तुम हमसफ़र कहलाते हो । सफर के तज़ुर्बे मीठे... Poetry Writing Challenge 104 Share Sanjay kumar mallik 14 May 2023 · 1 min read वक्त-आहिस्ता चल ए वक्त जरा आहिस्ता चल, सपनों की उड़ान बाकी है तू बढ़ चला हवा के वेग से, सपनों का चलना अभी बाकी है तुझे क्या मेरी ख्वाहिशों का, तू तो... Poetry Writing Challenge 236 Share Sanjay kumar mallik 14 May 2023 · 1 min read कोरोना-एक विपदा कोई रुठा, कोई छुटा ये कैसी विपदा आन पड़ी हर सोहरत, हर हसरत आज जान पर पड़ी न मिल सके, न साथ रह सके, ये कैसी विपदा पड़ी कहते थे... Poetry Writing Challenge 129 Share