rubichetanshukla 781 Tag: कविता 41 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid rubichetanshukla 781 12 Nov 2024 · 1 min read अपने बच्चे की रक्षा हित, अपने बच्चे की रक्षा हित, जब पिता ढाल बन जाता है। इन्सानों की क्या है मजाल, ईश्वर भी स्वंय झुक जाता है। मुश्किल से भी मुश्किल डगर, हंस के वो... Hindi · कविता 29 Share rubichetanshukla 781 11 Nov 2024 · 1 min read तुमको ही चुनना होगा तुमको ही तो चुनना होगा, अपने राहों के काटों को । मंजिल आसान नही होगी, हर पग पर धीरज रखना होगा। सहने होगें सबके ताने , बातें भी सबकी सुननी... Hindi · कविता 26 Share rubichetanshukla 781 6 Nov 2024 · 1 min read अपूर्णता में पूर्ण है जो , प्रेम पथ पर चला जो , वह कभी रुका नही । वो प्रेम ही क्या जो , वक्त के साथ बदल गया। अपूर्णता में भी जो पूर्ण है। वह असीम... Hindi · कविता 1 29 Share rubichetanshukla 781 6 Nov 2024 · 1 min read तिरस्कार .........तिरस्कार...... युगो युगो से सहती नारी, अपनों से तिरस्कार। शस्त्र से ज्यादा शब्दों का, होता मन पर आघात। दोष भले ही न हो उसका, फिर क्यो वह दोषी कहलाती है।... Hindi · कविता 2 23 Share rubichetanshukla 781 13 Jun 2023 · 1 min read #मेहनत # जीवन में कुछ करना है तो, तो तुमको आगे बढ़ना होगा। छोड़ के सारी सुख सुविधाएं, कठिन राह को चुनना होगा। माना कुछ लोगों को सब, आसानी से है मिल... Poetry Writing Challenge · कविता 1 266 Share rubichetanshukla 781 13 Jun 2023 · 1 min read #मन मंदिर # मन को मन्दिर बनाए# अपने मन के मन्दिर में, जब तप की अग्नि जलाएंगे। राग, द्वेष और ईष्र्या,बैर को, तब स्वाहा कर पाएंगे। जब अच्छा – अच्छा सोचेंगे , तब... Poetry Writing Challenge · कविता 290 Share rubichetanshukla 781 13 Jun 2023 · 1 min read #विधाता का लेख# ईश्वर ने जब लिख दिया, जीवन का हर रोल। मानव कठपुतली बन कर, खेल रहा हर खेल । जिसने दिया उसी को , भूल गया इन्सान। खुद ही अपने आप... Poetry Writing Challenge · कविता 1 262 Share rubichetanshukla 781 13 Jun 2023 · 2 min read #पावन बेला प्रातः काल की # पावन बेला प्रातः काल की, सब उठ कर के ध्यान करो, आलस त्यागो बिस्तर छोड़ो, या फिर घर के काम करो। योग करो या ध्यान लगाओ, चाहें कदम दो चार... Poetry Writing Challenge · कविता 330 Share rubichetanshukla 781 11 Jun 2023 · 1 min read # कर्मों का लेखा जोखा# जिंदगी है चार दिन की, प्रेम से गुजार लो। मौत ही तो सत्य है, इस सत्य को तुम मान लो। जिंदगी है चार दिन की......… न भरोसा आज का, तो... Poetry Writing Challenge · कविता 217 Share rubichetanshukla 781 9 Jun 2023 · 1 min read #बेटियां # तितली बनकर फिरती रहती,घर के कोने कोने में घर जन्नत बन जाता है बेटियों के होने से । उनकी इक मुस्कान से,घर में खुशियां ही खुशियां छा जाती हैं। बेटी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 155 Share rubichetanshukla 781 8 Jun 2023 · 1 min read #रिश्ते # चलो आज से एक काम करते हैं, थोड़ा सा तुम झुको , थोड़ा हम भी झुकते हैं। हर समय रौब दिखाने की , जरूरत ही क्या है। जहां काम प्यार... Poetry Writing Challenge · कविता 1 258 Share rubichetanshukla 781 6 Jun 2023 · 1 min read #प्रेम# प्रेम में जाने क्या सिलसिले हो गए, हम तुम्हारे हुए तुम मेरे हो गए। कुछ पता न चला कैसे क्या हो गया, नींद भी खो गई चैन भी खो गया।।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 1 304 Share rubichetanshukla 781 5 Jun 2023 · 1 min read #सोचो पेड़ अगर न होते # कहते हैं कि प्रकृति जब जिद पर आती है, तब त्राहि त्राहि मच जाती है। चाहें जितनी हो धन दौलत, सब यहीं धारी रह जाती हैं ।। क्यों छीन रहे... Poetry Writing Challenge · कविता 1 130 Share rubichetanshukla 781 4 Jun 2023 · 1 min read #बचपन# क्या बचपन के दिन थे वो खूब खेलना मस्ती करना , लड़ना झगड़ना और तकरार।। नही किसी की बात मानते, खाते थे उसके लिए मार। क्या बचपन के दिन थे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 131 Share rubichetanshukla 781 3 Jun 2023 · 1 min read #मायका # हां मुझे मायका बहुत याद आता है। कर के सारा काम जब थक के चूर हो जाती हूं।। सब कुछ करने के बाद, जब किसी को खुश नही कर पाती... Poetry Writing Challenge · कविता 314 Share rubichetanshukla 781 2 Jun 2023 · 1 min read #मायका # हां मुझे मायका बहुत याद आता है। कर के सारा काम जब थक के चूर हो जाती हूं।। सब कुछ करने के बाद, जब किसी को खुश नही कर पाती... Hindi · कविता 1 322 Share rubichetanshukla 781 9 Feb 2023 · 1 min read विधाता का लेख ईश्वर ने जब लिख दिया, जीवन का हर रोल। मानव कठपुतली बन कर, खेल रहा हर खेल । जिसने दिया उसी को , भूल गया इन्सान। खुद ही अपने आप... Hindi · कविता 2 505 Share rubichetanshukla 781 24 Jan 2023 · 1 min read बेटियां मां का गुरूर और पिता का अभिमान होती हैं बेटियां । क्या कहे बेटियों के बारे में। सूने घर को आबाद करती हैं बेटियां। चिड़ियों सा चहकती हैं और तितली... Hindi · कविता 5 3 373 Share rubichetanshukla 781 13 Jan 2023 · 1 min read # मन को मन्दिर बनाए# अपने मन के मन्दिर में, जब तप की अग्नि जलाएंगे। राग,द्वैष और ईष्र्या,बैर को, तब स्वाहा कर पाएंगे। जब अच्छा - अच्छा सोचेंगे , तब सब अच्छा हो पएगा। जब... Hindi · कविता 5 2 117 Share rubichetanshukla 781 2 Jan 2023 · 1 min read # मन की मंथरा# एक मंथरा के खातिर दशरथ का था घर बिखर गया। ईश्वर होकर श्री राम प्रभु को भी, वनवास का था दुख सहना पड़ा। मन की मंथरा उठ उठ कर, जब... Hindi · कविता 2 2 227 Share rubichetanshukla 781 28 Dec 2022 · 1 min read #कैसा जमाना आया # कैसा जमाना आया देखो, अपने अपनों से ही दूर हुए । बेशर्मी का पहना चोला, संस्कारों को भूल गए । पहले हर रिश्ता दिल का था, सब साथ में मिल-जुल... Hindi · कविता 1 110 Share rubichetanshukla 781 9 Nov 2022 · 1 min read #अनमोल रिश्ते# रिश्तों के ताने- बाने में , कुछ इस तरह से उलझे हम। जो रिश्ते खास थे जीवन में, उनसे ही दूर हो गए हम। रिश्तों के ताने-बाने में ....... जिस... Hindi · कविता 1 2 194 Share rubichetanshukla 781 6 Oct 2022 · 1 min read "रावण की पुकार" #रावण ने भी कर दिया ,जलने से इन्कार। बोला पहले श्री राम बनो, फिर मुझे लगाओ आग# गलती मेरी बस इतनी थी, मैंने सीता का हरण किया। पर जब भी... Hindi · कविता 2 222 Share rubichetanshukla 781 18 Jul 2022 · 1 min read #अनकहे अल्फ़ाज़ # खुद के घर शीशे के हों तो , पत्थर नहीं चलाया करते। मान किसी से पाना हो तो, ताने नहीं सुनाया करते।। माना की मजबूर बहुत हूं, मैं अपने हालातों... Hindi · कविता 3 3 253 Share rubichetanshukla 781 14 Jul 2022 · 1 min read #आर्या को जन्मदिन की बधाई# कदम बुलंदी को चूमे सपने सारे सच हो जाएं। कदम तुम्हारे जहां पड़े, सब मंगल मंगल हो जाए। जो चाहो वो सब पाओ, खुशियों से दामन भर जाए। आने वाला... Hindi · कविता 3 4 406 Share rubichetanshukla 781 10 Jul 2022 · 1 min read #वक्त सबका आता है# जो बीत गया ,सो बीत गया वो क्षण न वापस आयेंगे जो मन से नीचे उतर गए वो मन में न बस पाएंगे कल हमें जरूरत थी उनकी वो दूर... Hindi · कविता 1 228 Share rubichetanshukla 781 1 Jul 2022 · 1 min read #धरती के भगवान# करें जो सेवा धरती पर , सबकी निस्वार्थ भाव से। भरा है त्याग ,संयम , प्रेम और सद्भाव उसके मन में। वो ईश्वर तो नहीं फिर भी, ईश्वर के सम... Hindi · कविता 2 2 170 Share rubichetanshukla 781 29 Jun 2022 · 1 min read #सब धर्मों से बड़ी है मानवता# # कहां खो गई मानव की मानवता# धर्म हमारा हर प्राणी का, करना, सम्मान सिखाता है। मानव सेवा सच्ची सेवा , हम सबको ए बतलाता है। एक दूजे का गला... Hindi · कविता 3 4 146 Share rubichetanshukla 781 22 Jun 2022 · 1 min read #स्वस्थ जीवन के लिए योग जरूरी# योग करें ,निरोग रहे तन मन को हम स्वस्थ करें दूर होगें सारे रोग जब नित्य करेगें ,हम सब योग भागदौड़ के इस जीवन में थोड़ा समय निकालो तुम रहना... Hindi · कविता 3 2 177 Share rubichetanshukla 781 7 May 2022 · 1 min read " मां" बच्चों की भाग्य विधाता मां शब्द नहीं ,मां अर्थ नही मां भाव नहीं ,जो मैं व्यक्त करूं मां की कोई भी परिभाषा को कैसे मैं ,अपने मुख से अभिव्यक्त करूं जिसने नौ महीने कष्ट... Hindi · कविता 8 12 652 Share rubichetanshukla 781 1 May 2022 · 1 min read "शादी की वर्षगांठ" सात जन्मों तक बना रहे आप दोनों का साथ। जीवन का हर पल, हर क्षण बीते आपका एक दूसरे के साथ। मुबारक हो आपको आपकी शादी की पच्चीसवीं वर्षगांठ। जीवन... Hindi · कविता 6 9 620 Share rubichetanshukla 781 28 Apr 2022 · 1 min read " एक हद के बाद" मेरी चुप्पी को सब मेरी, कमजोरी समझते हैं। रहूं खामोश गर मैं तो, सब मेरी ग़लती समझते हैं। रहेंगे जो साथ मिलकर सब, तो रिश्ते खूब चलेंगे। क्योंकि जहां हद... Hindi · कविता 11 13 1k Share rubichetanshukla 781 22 Apr 2022 · 1 min read #पृथ्वी को बचाना है# कितनी सुन्दर कितनी प्यारी, है ए धरा हमारी। ईश्वर ने सौंपी हम सबको, इसकी जिम्मेदारी। जिस पृथ्वी पर खेल कूद कर, हम सब बड़े हुए हैं। जिसकी ममता की छांव... Hindi · कविता 3 2 152 Share rubichetanshukla 781 16 Apr 2022 · 1 min read मेरे पिता पिता हैं तो मुझे सारा आसमान अपना लगता है। दुनिया की हर चीज, हर सामान अपना लगता है। जन्म मां ने दिया हमको पिता ने जीना सिखाया है। गलत और... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 12 820 Share rubichetanshukla 781 16 Apr 2022 · 1 min read सरस्वती वन्दना हे ज्ञान की देवी सरस्वती तुम्हे बारम्बार प्रणाम है हे हंस वाहिनी जगदम्बे तरी महिमा अपरम्पार है तेरी वीणा से जो सुर निकला संसार को मां संगीत मिला तेरी वाणी... Hindi · कविता 3 2 148 Share rubichetanshukla 781 23 Mar 2022 · 1 min read सच्चे देशभक्त आजादी के मतवाले मरते तो सभी हैं लेकिन पर शहीद वहीं होते हैं। बड़े सौभाग्यशाली होते हैं वो लोग जिनका लहू देश की मिटृटी में मिलता है। राजगुरू सुखदेव भगतसिंह को आज मिलीं... Hindi · कविता 2 221 Share rubichetanshukla 781 22 Mar 2022 · 1 min read जल ही जीवन है पृथ्वी माता कह रही सबसे यहीं पुकार व्यर्थ में न करो तुम,हे मानव पानी को बेकार पानी का कोई मोल नहीं है,यह है सबसे अनमोल बिन पानी के इस पृथ्वी... Hindi · कविता 1 391 Share rubichetanshukla 781 16 Mar 2022 · 1 min read # प्रकृति के रंग कुदरत ने हमको दिया । रंगों का उपहार।। आओ मिलकर सब मनाएं। होली का त्योहार।। धरती के कण कण में है। रंगों की भरमार ।। आओ मिलकर सब मनाएं ।... Hindi · कविता · बाल कविता 1 300 Share rubichetanshukla 781 8 Mar 2022 · 2 min read औरत तेरे रूप अनेक बेटी बन कर तुमने अपने। पिता का घर महकाया है भाई की सूनी कलाई को । राखी से तुमने सजाया है । बाबा, दादी, चाचा, चाची । ताऊ, ताई की... Hindi · कविता 1 1 245 Share rubichetanshukla 781 22 Feb 2022 · 1 min read गर्मी गर्मी जब भी आती है। मुझको बहुत सताती है। ऊपर सूरज तपता है। धरती सूखी जाती है। पेड़ और पौधे शान्त खड़े हैं। नहीं किसी से बात करें हैं ।... Hindi · कविता · बाल कविता 2 262 Share rubichetanshukla 781 18 Feb 2022 · 1 min read पुलवामा के वीर सपूत मां भारती के कदमों में। अपना सब कुछ लुटा दिया । पुलवामा के वीर शहीदों ने भारत मां का क़र्ज़ उतार दिया। तिरंगें में लिपट गए पर भारत मां पर... Hindi · कविता 2 1 205 Share