roopesh srivastava kafir 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid roopesh srivastava kafir 14 Jul 2021 · 4 min read तीसरा वरदान- 'ऐन अनस्पोकन विश' *तीसरा वरदान- 'ऐन अनस्पोकन विश'* "उठो वत्स" आध्यात्मिक टाइप की आवाज बार-बार कानों में पड़ रही थी जिसे बिस्तर पर लेटे-लेटे मैं सुन रहा था और झल्ला रहा था कि... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 6 838 Share roopesh srivastava kafir 14 Jul 2021 · 4 min read वीर-सावित्री "वीर-सावित्री" "लेफ्टीनेंट आँखें खोलिए...आँखें खोलिए ..." डा० सावित्री गंभीर रूप से घायल लेफ्टीनेंट 'वीर प्रताप सिंह' को स्ट्रेचर पर तेजी से आॅप्रेशन थ्रेटर की तरफ ले जाते हुए लगभग चीख... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 7 656 Share roopesh srivastava kafir 8 Feb 2021 · 2 min read तुम हो तो मैं हूँ ।। तुम हो तो मैं हूँ।। तेरा, मेरा हमसफर बन जाना, जैसे तमाम खुशियों का एक साथ जीवन में आ जाना। तेरे गोरे मुखड़े पे काली जुल्फों का बरबस बिखर... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 101 1k Share roopesh srivastava kafir 25 Dec 2020 · 1 min read कोरोना-2 प्रतियोगिता में शामिल कविता "कोरोना" की कुछ पंक्तियाँ जिन्हे शब्द सीमा की वजह से मूल कविता से हटाना पड़ा था ...वह आप सभी के आशीर्वाद हेतु प्रस्तुत है ?????? ॥कोरोना... Hindi · कविता 5 387 Share roopesh srivastava kafir 24 Dec 2020 · 1 min read कोरोना (हाइकु) हाइकु - *"कोरोना"* १) कोरोना आया हाहाकार मचाया अंधेरा छाया। २) आफत ढाया मानव घबराया कंपकपाया। ३) घर में रुक बाहर ना टहल कर पहल। ४) हाथ ना मिला रख... Hindi · हाइकु 3 3 519 Share roopesh srivastava kafir 24 Dec 2020 · 1 min read कोरोना ॥कोरोना॥ जीवन चल रहा था अपनी रफ़्तार से, धरती कराह रही थी दोहन की मार से, पशु-पक्षी भयभीत थे आदमियों के भरमार से, अब तो बस उम्मीद बची थी परवरदिगार... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 15 50 556 Share