rkchaudhary2012 Tag: कविता 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid rkchaudhary2012 7 Oct 2023 · 1 min read बलात्कार दुष्कर्म किसे कहते हैं सब दुराचार क्या होता पापा? नन्ही बिटिया पूछ रही है बलात्कार क्या होता पापा? दुराचार है काम दुष्ट का कोशिश की समझाने की। कोमल मन के... Hindi · Rape · कविता · निबंध · मुक्तक · लेख 2 2 322 Share rkchaudhary2012 25 Sep 2022 · 1 min read बेटियों तुम्हें करना होगा प्रश्न जब कोई तुम्हें बुलाकर ले जाए अपने घर और थाली में धुलवाये तुम्हारे पाँव पाँवों में लगाए घी माता का रूप मान कर तुम्हारी करे पूजा ध्यान रखो ठीक उसी... Hindi · Beti Par Shayari · Betiyan · कविता · बस तुम्हारे लिए · बेटी दिवस 7 7 371 Share rkchaudhary2012 11 Sep 2022 · 1 min read मेरे आँगन में इक लड़की मेरे आँगन में इक लड़की चुपके चुपके आई है। बादल बिजली पानी बरखा चंचल सी पुरवाई है। चाँद के जैसा चेहरा उसका जुल्फें जैसे काली घटा, अभी अभी तो जवां... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 5 1 250 Share rkchaudhary2012 26 Aug 2022 · 1 min read पुष्प की पीड़ा संवेदनहीन हुआ मानव तो खत्म हुंई सब आशाएँ। समझ नही पाया यह मानव मेरे मन की अभिलाषाएँ। अभिलाषा थी वीरों के पाँव तले बिछ जाने की। देश पे जान लुटाने... Hindi · कविता · कहानी · गीत · निबंध · लघु कथा 5 5 277 Share rkchaudhary2012 19 Aug 2022 · 1 min read सुनो मुरलीवाले सुना है मथुरा, गोकुल, वृंदावन को घनघोर बारिश से बचाने के लिए तुमने एक उँगली पर गोबर्धन पर्वत उठा लिया था। सबको इंद्र के दंड से बचा लिया था। जब... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका · नाटक · लघु कथा 3 1 362 Share rkchaudhary2012 17 Aug 2022 · 1 min read नीली साइकिल वाली लड़की सुघर सलोनी साँवली सूरत, सुंदर मुखड़े वाली लड़की। सीधी सच्ची नाज़ुक पतली प्यारी भोली भाली लड़की। यूँ तो उसकी सारी सखियाँ सब की सब सुंदर ही हैं, मुझको सुंदर लगती... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल · नाटक · निबंध 3 6 256 Share rkchaudhary2012 15 Aug 2022 · 1 min read पवित्र मंदिर तुम भी जाते हो , मंदिर हम भी जाते हैं। गंगा तुम भी नहाते हो, गंगा हम भी नहाते हैं। अन्न तुम भी खाते हो, अन्न हम भी खाते... Hindi · कविता · कहानी · कोटेशन · नाटक · निबंध 4 4 325 Share rkchaudhary2012 13 Aug 2022 · 3 min read पूँछ रहा है घायल भारत लोकतंत्र का हनन हुआ है तानाशाही जारी है। संविधान के अनुच्छेदों पर चलती रोज कटारी है। समता और समानता वाले केवल भाषण होते हैं। जनता को बहकाने के अच्छे आकर्षण... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · निबंध 5 7 911 Share rkchaudhary2012 11 Aug 2022 · 1 min read चलो प्रेम का दिया जलायें नफरत का अंधियार मिटायें। चलो प्रेम का दिया जलायें। आग स्वार्थ की लगी हुई है। संवेदना मरी हुई है। कोई किसी का हाल न पूछे, बेगैरत की हवा चली है।... Hindi · कविता · कहानी · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · गीतिका 3 1 200 Share rkchaudhary2012 9 Aug 2022 · 1 min read निराला जी की मजदूरन निराला जी की मजदूरन कितनी ही सड़कों पर बिछा उसका पसीना है। मगर किस्मत में उसकी आँसुओं के संग जीना है। किन किन पथों पर उसने कितना पत्थर तोड़ा है।... Hindi · कविता · कोटेशन · ग़ज़ल · गीत · दोहा 2 1 364 Share