Ravi Prakash Tag: श्रंगार रस कुंडलिया 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Prakash 21 Jan 2023 · 1 min read चंपई (कुंडलिया) चंपई (कुंडलिया) ________________________________ रंगत उसकी चंपई , सोने जैसा गात उजला - उजला लग रहा ,मानो शुभ्र प्रभात मानो शुभ्र प्रभात , केश बिखरे हैं काले जादू - भरी सुगंध... Hindi · कुण्डलिया · श्रंगार रस कुंडलिया 161 Share Ravi Prakash 15 Jan 2023 · 1 min read कनखी (श्रंगार रस-कुंडलिया) कनखी (श्रंगार रस-कुंडलिया) ________________________________ करती कनखी की नजर ,जादू-भरा कमाल इससे प्रिय को मिल गया ,दिल का सारा हाल दिल का सारा हाल ,आँख कब सीधे लड़ती चुपके से क्षण... Hindi · कुण्डलिया · श्रंगार रस कुंडलिया 240 Share Ravi Prakash 30 Dec 2022 · 1 min read *श्रंगार रस की पाँच कुंडलियाँ* *श्रंगार रस की पाँच कुंडलियाँ* ______________________________ ( *1* ) *प्यार* जाता जब नर लाँघकर ,सौ-सौ सागर पार मिलता तब सौभाग्य से ,उसको कोई प्यार उसको कोई प्यार ,नेह मुश्किल से... Hindi · कुण्डलिया · श्रंगार रस कुंडलिया 145 Share