Ravi Betulwala Tag: कविता 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Betulwala 26 Sep 2024 · 1 min read कामना-ऐ-इश्क़...!! एक मनसा है प्रफुल्लित, कामना-ऐ-इश्क़ की, कोई आके कह दे मुझको.. मैं तेरी हूँ.. मैं तेरी ! इतना हक़ जता दे मुझ पर, कर लूँ मैं उस पर ग़ुरूर !... Hindi · कविता 3 2 162 Share Ravi Betulwala 11 May 2024 · 1 min read मैं चल पड़ा हूं कहीं.. एकांत की तलाश में...!! आंखों में.. ना है वफा, होश में.. ना अब रहा, ना क्रोध.. ना प्रतिशोध है, ना है दुआ में अब असर, जिंदगी हवा के झोंके की तरह बह चली है... Hindi · कविता 2 160 Share Ravi Betulwala 28 Jan 2024 · 1 min read गौ माता...!! यह प्रकृति का अनुपम का उपहार, मातृभूमि का निरूपम अवतार! वह जन्मभूमि जननी दात्री, जो ममता से करती श्रृंगार!! हर क्षण आग -सी जलती है, खुले अंबर के तले वह... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 214 Share Ravi Betulwala 8 Feb 2023 · 1 min read वो रूठी-रूठी सी रह गयी.. मैं तन्हा -तन्हा सा रह गया...!! उसकी जिंदगी से होकर, क्यूँ मैं बिन कहे गुज़र गया.. उसके जज़्बातों को जगाकर, क्यूँ मैं फिर से तन्हा कर गया.. उसे तसल्ली तक ना दे सका, जिसके अरमान जगाकर... Hindi · कविता · लेख 2 185 Share Ravi Betulwala 6 Feb 2023 · 1 min read मैं ऐसा वक़्त भी एक दिन ज़रूर लाऊंगा..!! तुम जितना सुधारना चाहोगी मुझे, मैं उतना बिगड़ता जाऊँगा! तुम जितना दूर जाओगी मुझसे, मैं उतना ही करीब आऊंगा!! तुम जितनी नफरत करोगी मुझसे, मैं उतना प्यार जताऊंगा! तुम रूठकर... Hindi · कविता · लेख 2 242 Share Ravi Betulwala 30 Mar 2022 · 1 min read मेरे इश्क़ का जूनून...!! क्यूँ तेरी झलक मेरी नज़रों से दूर होती नहीं, मेरी आँखों मे समाई हो, या मेरी धड़कनों मे तुम शामिल हो! क्यूँ तुम्हारा नाम मेरे होठों पे दबा हुआ सा... Hindi · कविता 1 340 Share Ravi Betulwala 24 Mar 2022 · 1 min read मैं सिर्फ तुम्हारा होना चाहता हूँ...!! अगर इजाजत हो तो मैं तुम्हारे ख़्वाबों मे आना चाहता हूँ, तुम्हारी आँखों मे ग़ुरूर की तरह, तुम्हारी साँसो मे खुश्बू की तरह तुम्हारे दिल मे धड़कन की तरह तुम्हारे... Hindi · कविता 1 2 800 Share Ravi Betulwala 21 Mar 2022 · 1 min read "हाँ वहीं हो तुम...!!" जिसे देख मेरी आँखों में चमक और होठों पे मुस्कुराहट आ जाये... वो हो तुम, जिसके अंदाज़ की तारीफे मैं करता ही रह जाऊँ ...वो हो तुम, जिसे देखकर लगता... Hindi · कविता 1 289 Share Ravi Betulwala 21 Mar 2022 · 1 min read "तुम मेरी क्या लगती हो...?" मुझे नहीं बताना दुनिया को.. कि तुम मेरी क्या लगती हो, तुम मुझे समझती हो... मैं तुम्हे समझता हूँ... मेरे लिए बस ! इतना ही काफ़ी हैं...!! Hindi · कविता 1 347 Share Ravi Betulwala 18 Mar 2022 · 1 min read माँ.. प्लीज लौट आओ ना...!! माँ... तुम क्यों चली गयी, इस दुनिया की भीड़ मे..मुझे अकेला छोड़कर, लौट आओ ना प्लीज... मैं फिर से बच्चा बनकर तुम्हारी गोद मे सोना चाहता हूँ, मैं फिर से... Hindi · कविता 1 525 Share Ravi Betulwala 25 Jan 2022 · 1 min read "तुम " तुम मेरी आँखों का खूबसूरत सा राज़ हो, तुम मेरी धड़कन हो, तुम मेरा अंदाज़ हो, तुम मेरे गीत हो, तुम मेरी आवाज़ हो, तुम दिल की धड़कनों का सबसे... Hindi · कविता 1 372 Share Ravi Betulwala 1 Nov 2021 · 1 min read "तुम क्यों न मिली मुझको...!!" ये शाम आजकल मुझे काटने को दौड़ती है, कब आओगी तुम, ये हर रात पूछती है…! तुम किसी और की आबरू हो, ये पता है मुझे... और यही बात मुझे... Hindi · कविता 1 276 Share Ravi Betulwala 20 Mar 2021 · 1 min read चलो कुछ बात करते हैं यू ही इश्क की शुरुआत करते हैं..!! चलो कुछ बात करते हैं यूँ ही इश्क की शुरुआत करते हैं... कुछ सपने तुम्हारी चाहत के , सजाए हैं अपनी आंखों में... इजहार ए मोहब्बत करने को चलो तुमसे... Hindi · कविता 2 346 Share Ravi Betulwala 19 Mar 2021 · 1 min read तुम्हें अपनी जिंदगी बनाने को ज़ी चाहता है...!! तेरे दिल के करीब आने को ज़ी चाहता है... तेरे होठों पर मुस्कुराने को ज़ी चाहता है... तेरी सांसों में समा जाने को ज़ी चाहता है... तेरी रूह तलक बस... Hindi · कविता 2 5 641 Share Ravi Betulwala 3 Mar 2021 · 1 min read अभी तो बस! चलने का इरादा किया है...!! अभी तो बस! चलने का इरादा किया है, जीत के घर लौटूंगा... ये माँ-बाबा से वादा किया है..! सपने बड़े ही सही... इश्क़ मैंने भी खुद से ज्यादा किया है,... Hindi · कविता 3 4 736 Share Ravi Betulwala 27 Feb 2021 · 1 min read वो मेरे पापा ही है जिनके लिए मैं जीना चाहता हूँ....!! उन आँखों के सपनों को..मैं दिल से पूरा करना चाहता हूँ, वो मेरे पापा ही है जिनके लिए मैं जीना चाहता हूँ...!! उनके मन की उम्मीदों को मैं दिल से... Hindi · कविता 3 4 918 Share Ravi Betulwala 23 Jan 2021 · 1 min read ज़ब अपना छोड़ जाता है कोई !! संजोकर सारी ख्वाहिशों को, जब अपना तोड़ जाता है कोई, बंधन तोड़के सारे दिलों के..जब हमसे रूठ जाता है कोई, साथ बितायें पल दो पल, उस वक़्त याद फिर आता... Hindi · कविता 2 4 317 Share Ravi Betulwala 16 Dec 2020 · 1 min read कोरोना.... "ऐ कोरोना"... तेरा जीवन...कोई जीव के बगैर नहीं.... पर.. जब तक शरीर. मे ना आ जाये, तब तक तू गैर नहीं, तूने जो छीना है हमसे, इसपर तो तेरी खैर... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 20 545 Share Ravi Betulwala 9 Oct 2020 · 1 min read जब वक़्त मेरा आएगा... !! ज़ब वक़्त मेरा आएगा, दुनिया की खुशियाँ संग अपने लाएगा, उजियारा होगा चारो ओर, अंधेरा कहीं दूर सहम जायेगा..! जब वक़्त मेरा आएगा… !! हर कली मुस्कुरायेगी, भौरा भी गुनगुनायेगा,... Hindi · कविता 2 2 340 Share Ravi Betulwala 1 Oct 2020 · 1 min read मेरे दिल का तराना खो गया है, दुनिया से बेगाना हो गया है !!*!! मेरे मन से बैर जो किया सजनी, सारा जग मुझसे बैरी हो गया है ! मुझे होश नहीं, ख्याल नहीं, तेरी बातो में है कमाल कहीं ! मेरे मन में... Hindi · कविता 2 2 551 Share Ravi Betulwala 1 Oct 2020 · 1 min read शुरू कर दूं मै पल में… बातो के सिलसिले..!!*!! भूल जा ऐ सनम दिल की रुसवाइयाँ, देख ले गौर से मन की गहराइयाँ ! कुछ मुक़म्मिल-सी यारी मिली थी तेरी, ख्वाब कर गयी है तेरी तन्हाईयाँ !! मुश्किले तो... Hindi · कविता 1 252 Share Ravi Betulwala 1 Oct 2020 · 1 min read तुम्हे हुआ है मुझसे प्यार... !! है मुनासिब नहीं, तेरे बिन कुछ कहीं, है मुकम्मल जहां, मेरा तुझमे कहीं ! तेरी आदत का साया भी घेरे है मुझे, मुस्कुराती-सी काया सँवारे मुझे !! सांसे थमती है... Hindi · कविता 2 2 395 Share Ravi Betulwala 1 Oct 2020 · 1 min read हां मिला है मुझे आज शायर-ऐ-कलाम मिला है मुझे… !!*!! मिला है मुझे, हां मिला है मुझे, आज शायर-ऐ-कलाम मिला है मुझे ! वो तरसती अदा, जैसे भरती हो आहे, वो झुकी निगाहें, बेताब-सी बाहें !! वो सिरसिरी पवन में... Hindi · कविता 2 431 Share Ravi Betulwala 1 Oct 2020 · 1 min read दिल में तुम चली आओ... !! मेरे दिल के दर्पण में, तुम अपना हुस्न संवार लो, शौक से तुम मेरे दिल को निखार लो ! ये नज़र मुबारक है तुम्हे सजा-ऐ-कुदरती, सजा लो मेरे दिल का... Hindi · कविता 2 263 Share Ravi Betulwala 1 Oct 2020 · 1 min read खामोश नज़रे... !! वक़्त की खामोशियाँ भी कर रही है साजिशे, दो दिल सनम मिलने चले है, बढ़ रही है बंदिशे ! चलते-चलते नज़रो का मिलना, ठोकर खाके फिर संभलना, तेरा ही चेहरा... Hindi · कविता 1 2 534 Share Ravi Betulwala 1 Oct 2020 · 1 min read मेरा दिल गुल से गुलिस्तां हो गया जी... !! मेरा दिल गुल से गुलिस्तां हो गया जी, जब से देखा है, तेरा हुस्न-ऐ-चमन, दिल मेरा जम के मेहरबान हो गया जी !! मेरा दिल गुल से गुलिस्तां हो गया... Hindi · कविता 3 234 Share Ravi Betulwala 30 Sep 2020 · 2 min read तुम अपनी इज्जत-ऐ-शान लिखो... !! कुछ पल मे ज़िन्दगी देखी है, हलचल मुश्किलों की देखी है, कुछ पाने की तमन्ना थी, कुछ बनने की ख्वाहिश थी, कुछ ऐसे भी अरमान थे जिनसे बदलनी पहचान थी... Hindi · कविता 1 2 453 Share Ravi Betulwala 30 Sep 2020 · 1 min read ख्वाहिशो को आज हमने जिन्दा किया... !! आज सपनों की ख्वाहिशों का इरादा मैंने किया, आज अपनों की चाहत का तकाजा मैंने किया..!! कौनसी खुशी थी, और कौनसे थे ग़म, आज मुश्किलों मे दुआ का इजाफ़ा मैंने... Hindi · कविता 1 2 474 Share Ravi Betulwala 30 Sep 2020 · 1 min read नये युग का निर्माण... !! घर से निकला हूँ बेनीशां-सा, शौक से निकला हूँ आसमां-सा..! जाने कौन डगर, जाने कौन शहर, दिल मे हजारों शिकवे और सवालों के कहर..! मस्ती से निकला हूँ, एक खोज... Hindi · कविता 2 6 298 Share Ravi Betulwala 30 Sep 2020 · 1 min read प्रेम नगरिया चलो री सजनी... !! रंग-बिरंगी चादर ओढ़े, धरा का मन झूम रहा, प्यार भी है विश्वास भी है, एक दूजे का साथ भी है, प्रेम नगरिया चलो री सजनी, प्रेम नगरिया..!! एक ही धारा,... Hindi · कविता 1 2 331 Share Ravi Betulwala 30 Sep 2020 · 1 min read ग़ज़ल -सी मेरे नज़्म की तरह, वो भी एक ग़ज़ल है, उस गजल का हर लफ्ज़ मेरे कानो में गूंजा करता है, वो मेरी प्रीत है, वो मेरी मीत है, उसका मुझसे... Hindi · कविता 1 2 287 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read खुल के हॅसना, ज़िन्दगी में अभी भी बाकि है ताल्लुक ज़माने कि रंगत से, वाकिफ होना बाकि है, वजूद -ऐ -जिंदगी पाने कि, ख्वाहिश -ऐ -तमन्ना बाकि है..! उसूल सैकड़ों है दुनिया मे, जनाजे उनके भी, कई गुजरने बाकि... Hindi · कविता 1 323 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read कोई झाँके तो मेरे सीने मे.... !! ये वहम है मेरे मन का, या जहर भरा मेरे सीने मे, क्यूँ सोचे बिना ये दुनिया, अलफ़ाज़ भरे कानो मे.. !! बंजर- सी हो गयी दिल की जमीं, कहाँ... Hindi · कविता 1 221 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read वो ख्वाब -ऐ -नगर... !! अपनी उम्मीद से ज्यादा मिला है मुझे, जिस मुकाम का सफर मे.. इंतज़ार था मुझे, जिन ख्वाहिशों का नशा चढ़ा था मुझे, वो मुकम्मल जहां मिला है मुझे !! तानो... Hindi · कविता 1 536 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read एक आहट दिल मे होती... !! तेरी चाहत मे डूब के यारा, तुझे ढूंढ रहे शहरों -शहर, तेरी आहट दिल मे होती है, क्यों जाने जां पेहरो -पेहर !! हर सुबह तेरी चाहत को, महसूस करुँ... Hindi · कविता 1 373 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read तुम एक राह-ऐ-ग़ज़ल -सी.. मिली मुझको... !! तुम एक राह-ऐ-ग़ज़ल सी मिली मुझको, बनके हमदर्द मेरा हमसाया ! तुम्हारे नूर -ऐ -अदा का जवाब नहीं, हरपल मुस्काये तुम्हारी काया !! तुम्हारी ख्वाहिशों के चिल्मन मे, कई ख़्वाबों... Hindi · कविता 1 627 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read तुम्हे पाना महज एक ख्वाब है... !! आज किसी का चेहरा दिन- रात मेरी आँखों मे समाया रहता है, वो हसीं रात कि चांदनी सी है, जो हरदम चाँद के करीब होती है, वो एक ख्वाब सी... Hindi · कविता 1 314 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read बस...! तुम्हारा नाम मै दोहराता हूँ...!! जब भी देखता हूँ तुम्हे, सोचने की वजह भी भूल जाता हूँ..! जब भी सोचता हूँ तुम्हे, सारे ग़म भूल जाता हूँ.. ! ज़ब भी अकेले मे याद करता हूँ... Hindi · कविता 1 495 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read तू फिर से लड़न को आयी थी.... !! बेखबर थे जीं अंजानो से, आज मिले गुजरे जमानो से, कुछ हमदर्द, कुछ सिरदर्द, हमसे मिले ऐसे दिलबर..!! बात खबर मे आयी थी वो मन ही मन मुस्कुराई थी, बीती... Hindi · कविता 1 345 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read वो चली गयी... !! मुझे उसका रोना पसंद नहीं, जो मुझे रुला के चली गयी, मैं चाहता हूं शिद्दत से , जो मुझे आजमा के चली गयी...!! बहुत मनाया रवि ने उसे, क्या करें...कैसे... Hindi · कविता 1 585 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read इश्क़-ऐ-आलम.... !! कितनी मुश्किल से तुझे नैन भरके देखता हूँ, जाने जां भूल जाने से पहले, मैं तुझे सोचता हूँ..! तेरी बांहों मे मेरे दिल के कई अरमां है, तुझसे ही सजा... Hindi · कविता 2 473 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read उफ्फ़... !! छोटो सो हल्ला, जागो मोहल्ला, जरा सो धक्क, जरा सो शक्क, थोड़ो सो मिल गयो बोलन को हक्क..! कित्थे गियो रे... पता करो रे... फ़ोन लगायो ते, स्विच ऑफ मिल्यो... Hindi · कविता 1 311 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read वक़्त की खामोश नजरें, कर रही कुछ आरज़ू... !! वक़्त की खामोश नज़रे कर रही कुछ आरज़ू, क्या करें, कैसे बताये, दिल की क्या है जुस्तजू..! दिल दीवाना, मन बेगाना हो रहा है हूबहू, नैनो मे बारिश, और एक... Hindi · कविता 2 463 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read अंदाज पुराना बिल्कुल है वही... !! लगता है तुम्हे देखा है कही, मेरा दिल चुराकर जाओ ना यूँ ही… हज़ारो गुलो की खुश्बू, हवाओ के संग लाती हो, गुजरते ही करीब से मेरे, तुम रोम -रोम... Hindi · कविता 2 262 Share Ravi Betulwala 29 Sep 2020 · 1 min read कहाँ गया सुखमय जीवन... !! कहाँ गया मेरा मनचला-सा मन, कहाँ गया वो मधुरम जीवन ! कहाँ गयी सच्ची मुस्कान, कहाँ गयी आँखों की जान ! जीवन एक संघर्ष है अगर तो, कहाँ गया वो... Hindi · कविता 1 2 347 Share Ravi Betulwala 28 Sep 2020 · 1 min read क्या मुझसे हुई खता... !! गुम है सफऱ क्यूँ मेरा कही, जीना मुझे है तुझ बिन यही ! तेरी याद का सजदा किया है, तू मेरे इश्क़ की दास्ताँ है !! मैं ख्यालों मे खोया... Hindi · कविता 2 436 Share Ravi Betulwala 28 Sep 2020 · 1 min read प्यासा पंछी... !! प्यासा पंछी, प्यासा जीवन, प्यासा है उसका रहन -सहन, प्यासा उसका उत्सुक -सा मन, प्यासा उसका कल्पित चित्रण ! डाल -डाल, डगर -डगर ढूंढे फिरता है चहल -पहल, मिली उसे... Hindi · कविता 2 592 Share Ravi Betulwala 28 Sep 2020 · 1 min read पतंग सा जीवन... !! जीवन है एक पतंग, हिम्मत होती है हवा समान, हिम्मत न हो कुछ करने की, तो क्या आयेगी.. जान-मे-जान ! डोर जरा ढीली कर दो नम्रता से करो श्रृंगार, जितने... Hindi · कविता 2 574 Share Ravi Betulwala 28 Sep 2020 · 1 min read एक इल्जाम ऐसा भी..... !! बात करते -करते जज़्बात नज़र आये, सवाल करते -करते ख़यालात नज़र आये, कैसे खो गया गुमनामी के नगर मे आज मैं, आघात करते-करते, ग़म मे पात नजर आये.. ! एक... Hindi · कविता 2 2 354 Share Ravi Betulwala 17 Sep 2020 · 2 min read ️तेरी चाहत कभी लौट के ना आएगी... !! सालो बाद ऐसा मौका पाया है, बीती मोहब्बत फिर लौट आयी है, उसकी आँखों मे फिर वही नशा है और कहती है कि… सारे रंजो ग़म भुला के आयी है... Hindi · कविता 1 465 Share Page 1 Next