कवि रमेशराज Tag: दोहा 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कवि रमेशराज 3 Jun 2017 · 3 min read रमेशराज के विरोधरस के दोहे क्रन्दन चीख-पुकार पर दूर-दूर तक मौन आज जटायू कह रहा ‘सीता मेरी कौन‘? +रमेशराज बल पा ख़ूनी शेर का शेर बनें खरगोश यही शेर ठंडा करे कल को इनका जोश... Hindi · दोहा 1 520 Share कवि रमेशराज 25 May 2017 · 2 min read रमेशराज के प्रेमपरक दोहे तुमसे अभिधा व्यंजना तुम रति-लक्षण-सार हर उपमान प्रतीक में प्रिये तुम्हारा प्यार | +रमेशराज +मंद-मंद मुसकान में सहमति का अनुप्रास जीवन-भर यूं ही मिले यह रति का अनुप्रास | +रमेशराज... Hindi · दोहा 402 Share कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 7 min read रमेशराज के विरोधरस दोहे फूल उगाने के लिए खुशबू के जल्लाद बना रहे हैं आजकल जनता को ही खाद | +रमेशराज जनरक्षा की ओर अब तू कविता को मोड़, आयी जो रुखसार पर लट... Hindi · दोहा 412 Share कवि रमेशराज 30 Apr 2017 · 3 min read रमेशराज के शृंगाररस के दोहे नैन मिले ऐसे दिखी मुदित कपोलों लाज खिलें कमल की पाँखुरी धीरे-बेआवाज़ | +रमेशराज दियौ निमन्त्रण प्रेम का गोरी ने मुसकाय और लियौ मुख फिर तुरत घूँघट-बीच छुपाय | +रमेशराज... Hindi · दोहा 389 Share कवि रमेशराज 4 Oct 2016 · 7 min read “ नदिया पार हिंडोलना ” [ दोहा-शतक ] +रमेशराज कबिरा माला कौ नहीं, अब रिश्वत कौ जोर कर पकरै, अँगुरी गिनै, धन पाबै चहुँ ओर । 1 कबिरा आज समाज में ढोंग बना टेलेंट मृग की कुण्डलि में बसै... Hindi · दोहा 796 Share कवि रमेशराज 4 Oct 2016 · 8 min read ‘ जो गोपी मधु बन गयीं ‘ [ दोहा-शतक ] + रमेशराज जो बोलै दो हे! हरी अति मधु रस अविराम शहद-भरे दोहे हरी! उस राधा के नाम। 1 यही चाँदनी रात में खेल चले अविराम राधा मोहें श्याम कूं, राधा मोहें... Hindi · दोहा 2k Share कवि रमेशराज 4 Oct 2016 · 6 min read देयर इज एन ऑलपिन [ दोहा-शतक ] +रमेशराज यूँ हम पर हावी हुई अँगरेजी लेंग्वेज नॉट इन्डियन, नाउ वी आर एज अंगरेज। 1 आज विदेशी वस्तु का मचा हर तरफ शोर ऑल आर सिंगिग फ्री ‘ये दिल माँगे... Hindi · दोहा 1 407 Share