Observe your thoughts deeply 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Observe your thoughts deeply 16 May 2023 · 1 min read मोहब्बत कोई खेल थोड़ी है मोहब्बत कोई खेल थोड़ी है ये तो बर्बाद होने का जरिया है और हम सब कुछ जानते हुए खुशी खुशी बर्बाद होना चाहते है सुना है मोहब्ब्त में बर्बाद हुए... Poetry Writing Challenge · शेर 1 4 133 Share Observe your thoughts deeply 16 May 2023 · 1 min read इस क़दर मोहब्बात है तुमसे तुम मुस्कुराती हो तो, दिया सा जलता है मेरे अंदर तुम कहीं रूठ न जाओ, इस ख्याल से भी दिल घबराता है इस क़दर मोहब्बत है तुमसे Poetry Writing Challenge · शेर 119 Share Observe your thoughts deeply 16 May 2023 · 1 min read कुछ अधूरी कुछ अनसुलझी राहों में कुछ अधूरी कुछ अनसुलझी राहों में जिंदगी यूंही बीती चली जा रही थी तेरी पुकार सुन मैं तेरी ओर आने लगा मुझे कहां पता था तुम्हीं मेरी मंज़िल हो Poetry Writing Challenge · शेर 108 Share Observe your thoughts deeply 16 May 2023 · 1 min read चिराग़ जल उठते है तुम आती हो तो खुदबखुद , मेरे घर में चिराग़ जल उठते है सारे मोहल्ले में सिर्फ़ मेरे घर रोशनी जगमगाती है ऐसा नूर है तुम्हरे अंदर और क्या कहूं... Hindi · शेर 144 Share Observe your thoughts deeply 16 May 2023 · 1 min read प्रेम अविरल बहती धारा है प्रेम अविरल बहती धारा है जो पर्वत श्रृंखला चट्टानों को भी चीरते हुए अपने मार्ग पर पहुंच जाती है कोई भी अवरोध प्रेम को अपने मार्ग से पृथक नहीं कर... Poetry Writing Challenge · कविता 160 Share Observe your thoughts deeply 6 Jan 2022 · 1 min read ख़ामख्वाह ख़ामख्वाह तुझसे नाराज़ हो कर जिंदगी तबाह कर ली ये दास्ताँ और भी हसीन हो सकती थी गर तू साथ होती मेरे Hindi · शेर 1 2 275 Share Observe your thoughts deeply 6 Jan 2022 · 1 min read सब्र करते करते सब्र करते करते जिंदगी यूं ही बीती चली जा रही है ये थोड़ा और सब्र कब खत्म होगा इसी इंतज़ार में दिन रात काट रहे हैं Hindi · शेर 2 2 337 Share Observe your thoughts deeply 6 Jan 2022 · 1 min read महफ़िलों की झूठी मुस्कान महफ़िलों की झूठी मुस्कान से परहेज़ है मुझे यही वज़ह है मैं तन्हा रहना पसंद करता हूँ Hindi · शेर 1 2 258 Share Observe your thoughts deeply 5 Jan 2022 · 1 min read अच्छे दिनों के आस के स्वप्न के देखें थे हे कुछ अपने जिनके साथ कठिनाइयों में अच्छे दिनों के आस के स्वप्न देखें थे लेकिन आज मैं उनसे दूर हूँ कुछ गलतफहमियां कुछ नाराजगी लिए अकेले जी रहा हूँ... Hindi · शेर 2 2 301 Share Observe your thoughts deeply 25 Dec 2021 · 1 min read हे नारी हे नारी हर जांघ दुर्योधन नहीं हर हाथ दुशासन नहीं हर न्याय करने वाला धृतराष्ट्र नहीं हर पुरुष दुराचारी अत्याचारी नहीं हर युग में कृष्ण अवतरण होंगे यही शास्वत है... Hindi · कविता 3 9 393 Share