राजेश 'ललित' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid राजेश 'ललित' 4 Aug 2021 · 1 min read क्षणिकायें क्षणिकायें ------------------------------ हम पढ़ नहीं पाये उसके चेहरे पर लिखी थी कोई संवेदना वक़्त की स्याही थी उम्र के थे पन्ने न जाने किसने लिख डाली चेहरे पर रेखाओं की... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 12 3 423 Share राजेश 'ललित' 1 Jul 2019 · 1 min read आज के शेर आज के शेर —————————- ख़ूब मलिये, ज़ख़्मों पे नमक, दर्द की इन्तहा क्या है!! हम जानते हैं। ———————- अपना पता बदलिये ,जनाब!! आजकल इस पते पर डाक नहीं आती है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 326 Share राजेश 'ललित' 2 Apr 2019 · 1 min read गजल "ग ज़ ल" ————————- घाव पर चोट बनाये रखिये; बेअसर न हो,दर्द बनाये रखिये। दुश्मन हो,दोस्ती,बनाये रखिये; कम हैं अभी नश्तर चुभाये रखिये। धूप है ग़र,साया बनाये रखिये; अंधेरे में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 268 Share राजेश 'ललित' 15 Dec 2018 · 1 min read 'अविश्वास' शक करना वो भी बेवजह ।पति-पत्नी, समाज में एक दूसरे से ;हर जगह शक का घेरा है।चार अशआ'र कुछ कह रहे हैं:- -------------------------------------- 'अविश्वास' --------------------------------------- क्यों शक है हर शख़्स... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 6 2 490 Share राजेश 'ललित' 1 Apr 2017 · 1 min read ग़ज़ल "ग ज़ ल" ------------------------- घाव पर चोट बनाये रखिये; बेअसर न हो,दर्द बनाये रखिये। दुश्मन हो,दोस्ती,बनाये रखिये; कम हैं अभी नश्तर चुभाये रखिये। धूप है ग़र,साया बनाये रखिये; अंधेरे में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 245 Share राजेश 'ललित' 6 Jan 2017 · 1 min read "ग़ज़ल " दो पल संजो कर रख लिये थे; तुम्हारी याद के। आये तुम उनको उठा कर चले गये।। वक़्त ने फाहा रखा था ज़ख़्म पे। आये तुम बस खुरच कर चले... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 279 Share