PUNIT TRIPATHI Tag: कविता 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid PUNIT TRIPATHI 14 Mar 2020 · 1 min read ' यादें ' दूर देश से आते बादल , ना जाने कुछ कहते हैं, मन के इतिहास में दब गए, बहुत सारी मीठी यादें, बीता पल हम सब फिर न पा सकें, बस,... Hindi · कविता 2 3 368 Share PUNIT TRIPATHI 8 Mar 2020 · 1 min read "वह अबला ही कहलाती" सुबह आंगन बुहारती , सबकों चादर हिलाकर जगाती, कटोरी से दूध पिलाती , चूल्हे की रोटी खिलाती , कभी सर्दी में लकड़ी सुलगाती, कभी बारिश में टपकती छत से बचाती... Hindi · कविता 1 2 294 Share PUNIT TRIPATHI 27 Oct 2019 · 1 min read आशा-दीप जलाओ तुम दीप आशा का, निराशा के अंधेरे में, मुस्कुराओ तुम आज फिर से, फूल की खुशबू -सा बनके, आँसू पोछ लो अपने , सहारा कमज़ोर का बनके , प्रेम... Hindi · कविता 2 295 Share PUNIT TRIPATHI 10 Oct 2019 · 1 min read प्रिय ! तुम्हारी याद में क्या लिखूं, कैसे लिखूं, कैसा हमारा , हाल है ? प्रिय! तुम्हारी याद में , यह मन बड़ा बेहाल हैं । जाने क्या घटना घटी, यह मन तुम्हारे सँग गया,... Hindi · कविता 2 446 Share