प्रदीप कुमार गुप्ता 49 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रदीप कुमार गुप्ता 17 Feb 2024 · 1 min read जीवन है ये छोटा सा जीवन है ये छोटा सा, काम कर लो खत्म सभी । मृत्यु का कुछ पता नहीं , कल हो या फिर हो अभी । जीवन है ये छोटा सा, काम... Poetry Writing Challenge 68 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 17 Feb 2024 · 1 min read बचपन के वो दिन वो दिन भी क्या दिन थे, जब धूप हमें छाँव लगती थी । खाली पेट भी जो होते हम, तब भी हमें फुर्ती लगती थी । बचपन के वो दिन... Poetry Writing Challenge · Kavita 50 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 17 Feb 2024 · 1 min read फितरत की कहानी वक़्त बदल जाता है बदल जाते हैं मौसम, बदलाव के साथ चलती है ये कुदरत। नहीं बदलती है कभी पर वो, जो है इंसान की फितरत। फितरत इंसान की परछाई... Poetry Writing Challenge · कविता 68 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 13 Feb 2024 · 1 min read फितरत के रंग फितरत के हैं रंग कई, कुछ गाढ़े कुछ फीके। ये तो साथ जनम से है, इसको कोई न सीखे। भीतर मन के घुसी हुई, फितरत की ये काया। कोई समझ... Poetry Writing Challenge · Fitrat 72 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 13 Feb 2024 · 1 min read भारत अपना देश लाल किले से आज तुम्हे, देता ये सन्देश। सबसे न्यारा सबसे प्यारा, भारत अपना देश। अलग अलग हैं बोली इसकी, अलग अलग परिवेश। फिर भी रहता एक हमेशा, भारत अपना... Poetry Writing Challenge 44 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 13 Feb 2024 · 1 min read चंद्रयान ३ देश हमारा गरज रहा है, देखो आज चाँद पर। चंद्रयान जा पहुंचा उसपर, सारे रोड़े फांद कर। बहुत बड़ी उपलब्धि है ये, जश्न मनाये हर एक जन। इतिहास में अमर... Poetry Writing Challenge 53 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 26 Aug 2023 · 1 min read चंद्रयान ३ चंद्रयान ३ देश हमारा गरज रहा है, देखो आज चाँद पर। चंद्रयान जा पहुंचा उसपर, सारे रोड़े फांद कर। बहुत बड़ी उपलब्धि है ये, जश्न मनाये हर एक जन। इतिहास... Hindi · कविता 100 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 6 Aug 2023 · 1 min read जुदाई का एहसास ये दीवार जो दरमियाँ, दीदार न तेरा करने दें। एक झलक मिल जाये तो, दिल में उसकी भरने दें। आँखों को समझाया कितना, उस तारे की चाह न कर। छू... Hindi · कविता 267 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 6 Aug 2023 · 1 min read भारत अपना देश लाल किले से आज तुम्हे, देता ये सन्देश। सबसे न्यारा सबसे प्यारा, भारत अपना देश। अलग अलग हैं बोली इसकी, अलग अलग परिवेश। फिर भी रहता एक हमेशा, भारत अपना... Hindi · कविता 213 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत के रंग फितरत के हैं रंग कई, कुछ गाढ़े कुछ फीके। ये तो साथ जनम से है, इसको कोई न सीखे। भीतर मन के घुसी हुई, फितरत की ये काया। कोई समझ... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Kavita 6 2 188 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 Jul 2023 · 1 min read फितरत की कहानी वक़्त बदल जाता है बदल जाते हैं मौसम, बदलाव के साथ चलती है ये कुदरत। नहीं बदलती है कभी पर वो, जो है इंसान की फितरत। फितरत इंसान की परछाई... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · Hindi Kavita 3 191 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 1 Jun 2023 · 1 min read टूटे दिल की बात दिन तो बहुत हो गए उस दिन को, पर याद तो होगा ही तुम्हे वो हसीं पल, कही थी जब बात मैंने अपने दिल की, सुनकर हुई होगी तेरे दिल... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 1 452 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 1 Jun 2023 · 1 min read रात के मुसाफिर रात के मुसाफिर, दिन में कहाँ जायेंगे। जो निकले वो घर से, तो धूप में जल जायेंगे। रात के मुसाफिर, दिन में कहाँ जायेंगे। ये गर्मी की तपिश, सुर्ख हवाओं... Poetry Writing Challenge · Kavita 145 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 30 May 2023 · 1 min read जाना खाली हाँथ है इस जीवन का अंत तो, एक दिन हो जाना है। कितना भी हो सुख या दुःख, सब छूट इधर ही जाना है। जो तुम बहुत सुखी हो तो, याद हमेशा... Poetry Writing Challenge · Kavita 327 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 30 May 2023 · 1 min read आज की पीढ़ी इस नए युग की पीढ़ी को, मै देख बहुत हूँ चिंतित। भ्रम नगरी में पलते ये सब, सत्य भान नहीं किंचित। यूट्यूब ट्विटर फेसबुक, इंस्टाग्राम और टिक टॉक। डूबे रहते... Poetry Writing Challenge · Kavita 1 304 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 2 min read वो खुशियां लौट आएंगी दूर होकर के तुम, याद बहुत आते थे। पास आकर के फिर, ये दूरियां क्यों हो गयीं। वफ़ा हम दोनों ने, निभाईं हैं अब तक, फिर बेवफा सी ये, मजबूरियां... Poetry Writing Challenge · Hindi Poetry 1 102 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read प्यारी दीदी छोड़ हमे तुम चली गयी, अपनी यादों के साथ में । किससे बँधवाउंगा मैं अब, राखी अपने हाथ में । तेरा चेहरा आंखों में, भूल नहीं मैं पाता हूँ ।... Poetry Writing Challenge · Hindikavita 1 110 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read मैंने कुछ सीखा उन कठिन दिनों में मैंने, इस जीवन से कुछ सीखा । रुकी थी जब सारी दुनिया, लोगों को घरो में कैद देखा । दिलो में था डर और लाचारी, विश्व... Poetry Writing Challenge · Kavita 1 80 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read पति पत्नी की नोक झोंक पति पत्नी की नोक झोंक में, गर जो तीसरा आ जाये। गेहूं साथ तो घुन भी पिसता, भाग कंहा वो कैसे पाये। अक्सर मेरे साथ हुआ ये, हम दोनों की... Poetry Writing Challenge · Hasya 4 370 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 28 May 2023 · 1 min read हफ्ता गीत एक हफ्ते में होते हैं सात दिन, शनि और रवि बीत जाते हैं जल्दी। सोम मंगल बुध गुरु और शुक्र, बीतते हैं बस घड़ियाँ गिन गिन। सोमवार से शुरू होती... Poetry Writing Challenge · Hasya 2 155 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 27 May 2023 · 1 min read बहुत दिनों के बाद बहुत दिनों के बाद, अच्छी लगी वो बात। जो करी थी हमने, जब गुजर रही थी रात। वो यादें वो पुराने पल, सब आ रहे थे याद। बीती हुई जिंदगी... Poetry Writing Challenge · Hindikavita 1 77 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 27 May 2023 · 2 min read राहु और केतु रत्न जड़ित सोने सी काया, रूप वो ऐसा सबको भाया। आसमान से उतरी थी वो, सत्य नहीं वो कोरी माया। सम्मोहन में बंधे थे सारे, देव और दानव सभी निहारें।... Poetry Writing Challenge · Kavita 1 265 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 27 May 2023 · 4 min read दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता कोरोना का आतंक पूरी दुनिया में पैर पसार चुका था। अमूमन सारे देशों में लॉक डाऊन लग चुका था। लोगों में दहशत का माहौल था। अपने भी परायों जैसा व्यव्हार... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · Short Story 3 189 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 22 May 2023 · 1 min read धर्म की राजनीती धर्म का कांटा किसको तोले, जो भी बोले नफरत घोले । सब बन बैठे उसके ठेकेदार, उससे नहीं किसी को प्यार । वर्चस्व का ये खेल पुराना, खून खराबे का... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 55 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 22 May 2023 · 1 min read हँसते चेहरे निकले थे घूमने, हम सफर लम्बा, तय करके थके हारे, जो पहुंचे मुकाम पर। लटके हुए चेहरे और, झुके कंधे लेकर। पर जैसे ही तस्वीर, लेने की बारी आयी। चेहरे... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 59 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 22 May 2023 · 1 min read सच्ची ख़ुशी खोजता रहा मै दिन प्रतिदिन, सच्चे सुख की परिभाषा। जानूंगा मै राज ये एक दिन, मन में थी अभिलाषा। जीवन की ये कठिन पहेली, सब मन में हैं सुलझाते। खुद... Poetry Writing Challenge · Hindikavita 2 126 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 21 May 2023 · 1 min read हमारे रिश्ते में ये दरार जो आयी है हमारे रिश्ते में, ये दरार जो आयी है। छोटी नहीं ये तो, बड़ी गहरी खाई है। सोंचा न था, बात इतनी बिगड़ जाएगी हम दोनों के दरमियाँ, दूरियां लाएगी। गलतफहमियों... Poetry Writing Challenge · Kavita 3 190 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 1 min read एक दोस्त है हमारा एक दोस्त है हमारा, लगता है बहुत प्यारा । जब भी मैं लड़खड़ाई, उसने दिया सहारा । एक दोस्त है हमारा, लगता है बहुत प्यारा । करता है फ़िक्र मेरी,... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · Kavita 3 122 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 3 min read Unconditional Friendship It was 12:00 AM in the mid night as I looked at the clock. I just finished the revision of the last chapter and decided to close off the study.... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · Short Story 3 1 93 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 2 min read किसी तो किनारे से चलना पड़ेगा किसी तो किनारे से चलना पड़ेगा किसी के सहारे से बढ़ना पड़ेगा। ये लम्बा सफर है गमे जिंदगी का, तुम चाहो न चाहो मानो न मानो, गिरो लड़खड़ाओ उठो डगमगाओ,... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 110 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 May 2023 · 1 min read कुछ न कुछ तो मिल जायेगा कुछ न कुछ तो मिल जायेगा, हम प्रयास जो कर लें थोड़ा। आम कंहा से तुम खाओगे, जो तुमने उसको न तोडा। पैदा होकर खड़ा हुआ वो, फिर हर दिन... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 174 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 17 May 2023 · 1 min read लिखता रहा मिटाता रहा लिखता रहा मिटाता रहा, मन में ही गुनगुनाता रहा। कह न पाया बात दिल की, बस सोंच ये पछताता रहा। दिल की बात जुबां तक न आयी, बस ख्याल दिल... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 283 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 17 May 2023 · 1 min read आसां नहीं होता कोई भी मुकाम आसां नहीं होता कोई भी मुकाम, बड़ा या छोटा नहीं होता कोई भी काम। जो हौसला बुलंद हो तो मिल जाती है मंजिल, फिट क्यों न चलना पड़े सुबह और... Poetry Writing Challenge · Kavita 2 199 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 16 May 2023 · 1 min read मौन हूँ मै जिंदगी के इस खेल में, कुछ मौन हूँ मै । बहुत समझा जिंदगी को, ढूंढता हूँ इस पल, अब कौन कौन हूँ मै । तरह - तरह के सितम, खाये... Poetry Writing Challenge · Geet 3 264 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read क्यों उलझे उस बात में क्यों उलझे उस बात में, जो नहीं है अपने हाथ में। कल की चिंता छोड़ के हम, जी लें अब कुछ साथ में। क्यों उलझे उस बात में। किसे पता... Poetry Writing Challenge · Baat 2 234 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read कुछ बात करें मिल बैठ कुछ बात करें, दिल की बातें चार करें। मन की गांठे खुद से खोलें, अपनों से कुछ अपना बोले। दिन ये चार पहर का प्रहरी, आज नहीं तो... Poetry Writing Challenge · Dil Ki Baat 3 186 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे, बुलंदियों पर पहुंचाएगा इकदिन मेरा हुनर मुझे, मुझे कदमो के नीचे सीढ़ियां अच्छी नहीं लगती। Quote Writer 1 252 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read समझदारी स्कूल से आते ही गोपाल ने झटपट से अपना बैग रखा, कपडे बदले और खाना खाने बैठ गया। आज शाम को उसकी टीम का मैच था दूसरे मोहल्ले की टीम... Hindi · Short Story 1 199 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 2 min read संवेदना बंटी को कुत्ते बहुत अच्छे लगते थे। वो चाहता था कि उसके घर में भी एक कुत्ता हो जिसको पाल के वो उसके साथ खेल सके। पर उसकी माँ को... Hindi · Short Story 1 125 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read ज़िन्दगी में कभी कुछ अलग होने चाहिए ज़िन्दगी में कभी कुछ, अलग होना चाहिये । रोकर तो सब हँसते हैं, कभी हंस कर भी रोना चाहिये । उम्र बीत गयी अब तो, इन रस्मों को निभाने में... Poetry Writing Challenge · Jindagi 3 111 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read नहीं अकेली तू इस जग में नहीं अकेली तू इस जग में, मैं भी तेरे साथ खड़ा । मिलकर दोनों साथ बढ़ेंगे, संकट हो फिर कितना बड़ा। तेरे हाथ को पकडे-पकडे, पार मैं कर लूँ सात... Poetry Writing Challenge 2 159 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read कोरोना का तांडव महामारी का मचा है तांडव, हर देश हर द्वीप में । छड़-छड़ काल ग्रसित करता है, जीवन अपने समीप में । पूरी दुनिया में है फैला, बहुत बड़ा है ये... Poetry Writing Challenge · Corona 3 138 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read जीवन है ये छोटा सा जीवन है ये छोटा सा, काम कर लो खत्म सभी । मृत्यु का कुछ पता नहीं , कल हो या फिर हो अभी । जीवन है ये छोटा सा, काम... Poetry Writing Challenge · Jeevan 2 165 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read खोता गया वर्तमान गुजरते वक़्त के साथ, गुजरती गयी यादें। भूल गया मैं अब तो, जो खुद से किये थे वादें । सोचा था ये करूँगा, और करूँगा वो सब । जीवन के... Poetry Writing Challenge · Vartman 2 219 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read जीवन बड़ा अमूल जीवन बड़ा अमूल रे भईया, जीवन बड़ा अमूल । जो न समझा इस जीवन को, उसने कर दी भूल रे भईया । जीवन बड़ा अमूल । हम जब आये इस... Poetry Writing Challenge · Jeevan 2 139 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read बचपन के वो दिन वो दिन भी क्या दिन थे, जब धूप हमें छाँव लगती थी । खाली पेट भी जो होते हम, तब भी हमें फुर्ती लगती थी । बचपन के वो दिन... Poetry Writing Challenge · Bachapan Ke Din 2 143 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 15 May 2023 · 1 min read जब विपत्ति आती है जब विपत्ति आती है, इंसान को आजमाती है । दिल से जो हारा तो, जान भी चली जाती है । जो ठान लो मन में, तो हर मंज़िल मिल जाती... Poetry Writing Challenge · Himmat 2 96 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 19 Jun 2018 · 1 min read भविष्य पड़ोस के वर्मा जी आज फिर अपने छोटे लड़के को स्कूल जाने के लिये समझा रहे थे। वह स्कूल न जाने के लिये रो रहा था और वर्मा जी उससे... Hindi · लघु कथा 3 365 Share प्रदीप कुमार गुप्ता 18 Jun 2018 · 1 min read पथिक राह में तुम ऐ पथिक, क्यों खड़े ऐसे व्यथित। क्या तुम्हारी मंजिलें दूर है तुमसे खड़ी, या तुम्हारी राह में मुश्किलें भी हैं बड़ी। क्यों तुम्हारी चाल में ये थकावट... Hindi · कविता 1 543 Share