*प्रणय* Tag: Daily Writing Challenge 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 28 Dec 2022 · 2 min read ■ अफ़वाह गैंग : गुमराह जीव #सम_सामयिक ■ साकार होती पुरानी कहानी 【प्रणय प्रभात】 बचपन मे एक कहानी पढ़ी थी। जो आप सब ने भी ज़रूर पढ़ी होगी। वही, वेवक़ूफ़ खरगोश वाली। खरगोश के सिर पर... Hindi · Daily Writing Challenge 1 197 Share *प्रणय* 27 Dec 2022 · 1 min read ■ कटाक्ष / ढोंगी कहीं के...! ■ #ज़िम्मेदारी और भागीदारी... 【प्रणय प्रभात】 "साझेदारी में-- * प्यार * व्यापार * दुश्मनी * यारी ★ मुफ़्त की मगज़मारी और * अदनी सी ज़िम्मेदारी...! माफ़ कीजिए, अपने बस की... Hindi · Daily Writing Challenge 1 184 Share *प्रणय* 26 Dec 2022 · 3 min read ■ घरेलू_वृत्तांत #लघु_वृत्तांत ■ हमारी गिल्लो ◆कृतज्ञता से आत्मीयता तक◆ 【प्रणय प्रभात】 सामान्यतः "गिलहरी" एक संकोची जीव है। जो मानवीय समाज के बीच रहते हुए भी मनुष्य से दूरी बनाए रखती है।... Hindi · Daily Writing Challenge 1 225 Share *प्रणय* 24 Dec 2022 · 1 min read ■ आज का विचार ■ बुद्धिमता... (प्रणय प्रभात) "मौजूदा समय की कड़वी चुनौतियों की अनदेखी कर मुगालतों में जीना बुद्धिमता नहीं। विवेकशील वो है जो झूठे विशेषणों में उलझ कर पर-निंदक व आत्म-मुग्ध बने... Hindi · Daily Writing Challenge 1 424 Share *प्रणय* 21 Dec 2022 · 1 min read ■ क़तआ / किरदार 👉 क़तआ / किरदार 【प्रणय प्रभात】 "तेरे किरदार के हैं पहलू दो, अब यकीं बन चुका है अंदाज़ा। ख़ास के वास्ते अलग खिड़की, आम के वास्ते है दरवाज़ा।।" #प्रभात_प्रणय Urdu · Daily Writing Challenge 2 238 Share *प्रणय* 21 Dec 2022 · 1 min read ■ कटाक्ष / दरवाज़ा #कटाक्ष- "खुशनसीब तो हो तुम कि तुम्हें खुला मिल गया हमारे दिल का दरवाजा। वर्ना इसमें ना तो कोई एण्ट्रियां और ना ही बजें कोई घण्टियां। ऐरा-गैरा-नत्थू-खैरा समझ रखा है... Hindi · Daily Writing Challenge 185 Share *प्रणय* 20 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / नेक सलाह ■ मन्तव्य- जो नश्वर है वो कदापि शाश्वत नहीं हो सकता। केवल धन के लिए आत्मसम्मान को गिरवी रख देने वाले मूल्यहीन चाटुकार इस सत्य से जितनी जल्दी परिचित हो... Hindi · Daily Writing Challenge 1 278 Share *प्रणय* 20 Dec 2022 · 1 min read ■ गीत -/ पल-पल..... #गीत ■ पल-पल..... 【प्रणय प्रभात】 तेरा तो बस आज है प्यारे! दुनिया का है कल। बीतता है पल-पल हर पल। बीतता है पल-पल हर पल।। ◆ वो तेरा है ये... Hindi · Daily Writing Challenge 1 222 Share *प्रणय* 19 Dec 2022 · 4 min read ■ संस्मरण / यात्रा वृत्तांत ■ महके बाल और भन्नाई खोपड़ी ◆ बहती नहर के किनारे एक यात्रा (ग्राम-सोईं कलां से किलोरच) ◆ ऊबड़-खाबड़ पगडंडी और ट्रैक्टर-ट्रॉली की सवारी ◆ भुलाए नहीं भूलते जीवन के... Hindi · Daily Writing Challenge 1 177 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ ग़ज़ल / ख़ाली निकला... ■ ग़ज़ल / ख़ाली निकला... 【प्रणय प्रभात】 - अहसासों से ख़ाली निकला। हर आँसू घड़ियाली निकला।। - भरा-भराया सा दिखता था। वो बादल जो ख़ाली निकला।। - क़त्ल हुआ मासूम... Hindi · Daily Writing Challenge 1 142 Share *प्रणय* 18 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / ख़ाली और भरा... 😢 अहसास की तह तक पहुँच पाने वालों के लिए आज का क़तआ (मुक्तक) :-- 【प्रणय प्रभात】 "तसव्वुर तो मेरे अपने हैं, उनमें, जो ना हो पाए, होते देखता हूँ।... Hindi · Daily Writing Challenge 2 295 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ लघु-वविता / धरती का श्रृंगार ■ क्या कहता है पेड़...? जानिए आप भी एक पेड़ की पीड़ा और याचना। काश, पेड़ का यह आत्मकथ्य आपकी चेतना को झकझोर सके और आप उसके प्राणवान होने की... Hindi · Daily Writing Challenge 1 503 Share *प्रणय* 17 Dec 2022 · 1 min read ■ गीत / सामयिक परिप्रेक्ष्य में 😢 प्रतीकात्मक गीत :- ◆ हरियाती अमरबेल और सूखता पेड़◆ 【प्रणय प्रभात】 कितनी गदगद है देखो कितना हर्षाती है। पेड़ सुखा कर अमरबेल कितना इतराती है।। ■ परजीवी है उसे... Hindi · Daily Writing Challenge 2 224 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ एक मुक्तक ■ नुकसानो-नफ़ा की बातें 【प्रणय प्रभात】 जो किया करते हैं नुकसानों-नफ़ा के चर्चे, प्यार को सिर्फ़ सियासत समझने वाले हैं। उनको समझाए भला कौन इश्क़ का मतलब, लोग जो दिल... Hindi · Daily Writing Challenge 1 175 Share *प्रणय* 16 Dec 2022 · 1 min read ■ एक विचार : नेक विचार #आज_का_विचार :- ■ नुक्सान में भी है नफ़ा! 【प्रभात प्रणय】 अगर आप बड़ा से बड़ा नुकसान उठा कर अपनी आस्तीन में पलने वाले एक सांप को भी पहचान पाते हैं... Hindi · Daily Writing Challenge 1 222 Share *प्रणय* 15 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / सीढियां उम्र की ■ सीढ़ियां उम्र की..... 【प्रणय प्रभात】 "छत पे जा कोने में छुप जाती कहीं, और अपने आप को खोती नहीं। सीढ़ियां होती हैं केवल उम्र की, ज़िन्दगी की सीढ़ियां होती... Hindi · Daily Writing Challenge 1 134 Share *प्रणय* 15 Dec 2022 · 2 min read ■ जीवन दर्शन ■ विचार / उम्र और परख 【प्रणय प्रभात】 किसी न किसी को, किसी न किसी बहाने से "परखने" में सारी "उम्र" खपा देने वाले किसी को "समझने" में भी थोड़ा... Hindi · Daily Writing Challenge 1 412 Share *प्रणय* 14 Dec 2022 · 4 min read ■ व्यंग्य / एडिटेड फोटो, इम्पोर्टेड और एडॉप्टेड कमेंट 😊 ■ नुमाइशी सौंदर्य के मुंह पर एक तमाचा 👇पढ़िए एक दिलचस्प कटाक्ष और समझिए पूरा हाल👇 【प्रणय प्रभात】 "बहुत ही भीषण फोटू है जी आपका ! चकित और चमत्कृत कर... Hindi · Daily Writing Challenge 1 430 Share *प्रणय* 13 Dec 2022 · 1 min read ■ लघुकथा / इंतज़ार ■ लघुकथा / इंतज़ार सर्दी में... 【प्रणय प्रभात】 कड़क सर्दी का मौसम था। सुबह के 9 बज चुके थे। इंजीनियर बन चुका इकलौता बेटा अपने विदेशी नस्ल के कुत्तों के... Hindi · Daily Writing Challenge 1 139 Share *प्रणय* 13 Dec 2022 · 1 min read ■ मुक्तक / सर्दी में गर्मी के लिए मौसम की बात : अहसास के साथ 【प्रणय प्रभात】 गरम अहसास सर्दी मे ज़रूरी, सो कुछ रस्में निभाई जा रही हैं। हैं कुछ यादें पुराने स्वेटरों सी, उधेडी और बनाई... Hindi · Daily Writing Challenge 1 223 Share *प्रणय* 12 Dec 2022 · 2 min read ■ चिंतन / मूल्य मानव का..... #जीवन_की_सच्चाई: ■ मृत्यु के बाद मूल्य चंद रुपए 【प्रणय प्रभात】 सामान्यतः जीवन को अमूल्य माना जाता है और मानवीय देह को ईश्वरीय वरदान। इस सनातन सत्य और तथ्य की सार्थकता... Hindi · Daily Writing Challenge 1 162 Share *प्रणय* 11 Dec 2022 · 1 min read ■ ग़ज़ल / आने वाला कल ना आया....! #ग़ज़ल ■ आने वाला कल ना आया....! 【प्रणय प्रभात】 ★ जो बीता वो पल ना आया। आने वाला कल ना आया।। ★ कल की आस रही बस तब तक। जब... Hindi · Daily Writing Challenge 3 257 Share *प्रणय* 10 Dec 2022 · 1 min read ■ गीत / प्रेम की कहानी, आँसुओं की जुबानी #प्रणय_गीत:- (धड़कते दिलों के नाम) 【प्रणय प्रभात】 "आँसुओं की जुबानी सुनो। प्रेम की है कहानी सुनो।। एक होता था सूरजमुखी। एक थी रात-रानी सुनो।। ◆ एक दिन का शहंशाह था,... Hindi · Daily Writing Challenge 2 206 Share *प्रणय* 9 Dec 2022 · 1 min read ■ काहे की मुस्कान ? ■ काहे की मुस्कान ? 【प्रणय प्रभात】 रोज़ बांट कर के मुस्कानें। दर्द दिलों का लेने वाले।। इस बस्ती को छोड़ गए हैं। दिल पर दस्तक देने वाले।। Hindi · Daily Writing Challenge 2 164 Share *प्रणय* 8 Dec 2022 · 1 min read ■ हिंदी ग़ज़ल / वर्तमान ■ हिंदी ग़ज़ल / वर्तमान 【प्रणय प्रभात】 ★ मुँह खोल रहा है वर्तमान, कुछ बोल रहा है वर्तमान।। ★ कितना खोया कितना पाया। यह तोल रहा है वर्तमान।। ★ सुंदर... Hindi · Daily Writing Challenge 3 178 Share *प्रणय* 7 Dec 2022 · 1 min read ■ ग़ज़ल / धूप की सल्तनत में... 【प्रणय प्रभात】 ■ ग़ज़ल / धूप की सल्तनत में... 【प्रणय प्रभात】 ★ होठ से कंठ तक प्यास ही प्यास है। धूप की सल्तनत छाँव की आस है।। ★ पौष के माह में... Hindi · Daily Writing Challenge 3 2 152 Share *प्रणय* 6 Dec 2022 · 1 min read ■ कविता / अंतरिक्ष #कविता ■ अंतरिक्ष सा अंतर 【प्रणय प्रभात】 ये भी मेरा, वो भो मेरा लोभ, मोह ने डाला डेरा। खुलें चक्षु तो मिले रोशनी बंद आँख में घोर अंधेरा। है रहस्य... Hindi · Daily Writing Challenge 2 445 Share *प्रणय* 5 Dec 2022 · 1 min read ■ दैनिक लेखन स्पर्द्धा / मेरे नायक ◆कविता◆ ■ मेरे_नायक_मेरे_राम 【प्रणय प्रभात】 कुल आठ याम बस एक नाम मम कर्म राम मम धर्म राम मम गेह राम मम नेह राम आभास राम विश्वास राम मम आस राम... Hindi · Daily Writing Challenge 1 3 380 Share *प्रणय* 4 Dec 2022 · 2 min read ■ व्यंग्य / एक न्यूज़ : जो उड़ा दी फ्यूज.. #व्यंग्य- ■ समाचार बोले तो गुर्दा-फाड़ स्पर्द्धा.... 【प्रणय प्रभात】 समाचार अब समाचार नहीं चीत्कार बन चुके हैं। चीत्कार भी निरीह जनता नहीं न्यूज़ एंकर या मैदानी रिपोर्टर की। मंशा तिल... Hindi · Daily Writing Challenge 1 318 Share *प्रणय* 3 Dec 2022 · 1 min read ■ दैनिक लेखन स्पर्द्धा के अन्तर्गय पिता मेरे लिए.....!! (प्रभात प्रणय) मैं अपने पिता को याद नहीं करता कभी नहीं, कभी भी नहीं। और क्यों करूं याद? याद भी उन्हें, जिन्हें कभी भूला ही नहीं, जो... Hindi · Daily Writing Challenge 1 246 Share