Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2022 · 2 min read

■ व्यंग्य / एक न्यूज़ : जो उड़ा दी फ्यूज..

#व्यंग्य-
■ समाचार बोले तो गुर्दा-फाड़ स्पर्द्धा….
【प्रणय प्रभात】
समाचार अब समाचार नहीं चीत्कार बन चुके हैं। चीत्कार भी निरीह जनता नहीं न्यूज़ एंकर या मैदानी रिपोर्टर की। मंशा तिल को ताड़ और राई को पहाड़ बना डालने की। आवाज़ ऐसी मानो गला और गुर्दा एक साथ फट पड़ने को बेताब हो। अंदाज़ मैदानी-जंग में यलगार बोलने जैसा। दो कोड़ी के मुद्दे पर एक-एक लाइन को बार-बार दोहरा कर ख़ुद से ज़्यादा जनता का टाइम खोटा करना मानो इनका पैदाइशी हक़ हो। देश मे वाजिब मुद्दों और मसलों का टोटा साबित करने वाले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के ढर्रे की एक बानगी-
सुर्ख लाल बैकग्राउंड के सामने काले वेस्टर्न परिधान में सजी महिला एंकर। अपना और अपने शो का नाम बताने के बाद अचानक रेसिंग बाइक की तरह पिकअप पकड़ते हुए न केवल अपना वॉल्यूम बढ़ा देती है, बल्कि दर्शकों की हार्ट-बीत भी तेज कर देती है। कुछ इस अंदाज में-
“इस वक़्त आप देख रहे हैं पकाऊ न्यूज़ का सबसे दमदार शो भेजा फ्राई। हम लेकर आए हैं एक बहुत बड़ी खबर। झुमरी तलैया से आ रही है आज की सबसे बड़ी खबर। जी हां, हम आपको बता रहे हैं आज की सबसे बड़ी खबर।
पुलिस कस्टडी में रात भर रोती रही हनीप्रीत। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने। टेलीविज़न के इतिहास में अब आएगा भूचाल। खबर से जुड़े हर पहलू को सामने लाने के लिए पांच जगह मौजूद हैं हमारे रिपोर्टर। इंतज़ार कीजिए दिल थाम कर।। हम करेंगे हनीप्रीत के एक-एक आंसू से जुड़ा धाँसू खुलासा। आज हम बताएंगे आपको पल-पल का हाल।
देश के नम्बर वन चैनल पर मिलेगी आपको एक-एक जानकारी।
* कितना बड़ा था आंसू का आकार?
* क्या रहा प्रत्येक आंसू का वज़न?
* प्रति मिनट टपके कितने आंसू?
* आंसू दांई आंख से ज़्यादा निकले या बांई से?
* रूमाल में सोखे गए कितने टसुए?
* कितने आंसुओं ने भिगोया दुपट्टा?
आज पूरा सच उजागर करेगा आपका पसंदीदा और देश का सबसे सुपर फास्ट चैनल। बस एक छोटे से ब्रेक के बाद। मोर्चे पर डेट हैं हम और हमारे सारे रिपोर्टर। डटे रहिए आप भी। मिलते हैं ब्रेक के बाद।

1 Like · 205 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पंचगव्य
पंचगव्य
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मुझ को अब स्वीकार नहीं
मुझ को अब स्वीकार नहीं
Surinder blackpen
💐अज्ञात के प्रति-69💐
💐अज्ञात के प्रति-69💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Moti ki bhi ajib kahani se , jisne bnaya isko uska koi mole
Moti ki bhi ajib kahani se , jisne bnaya isko uska koi mole
Sakshi Tripathi
जय मां शारदे
जय मां शारदे
Mukesh Kumar Sonkar
2502.पूर्णिका
2502.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
फुदक फुदक कर ऐ गौरैया
फुदक फुदक कर ऐ गौरैया
Rita Singh
"बेटा-बेटी"
पंकज कुमार कर्ण
दरिया का किनारा हूं,
दरिया का किनारा हूं,
Sanjay ' शून्य'
रंगीला संवरिया
रंगीला संवरिया
Arvina
अखबार
अखबार
लक्ष्मी सिंह
■ चाल, चेहरा और चरित्र। लगभग एक सा।।
■ चाल, चेहरा और चरित्र। लगभग एक सा।।
*Author प्रणय प्रभात*
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
गारंटी सिर्फ़ प्राकृतिक और संवैधानिक
Mahender Singh Manu
हिन्दी की दशा
हिन्दी की दशा
श्याम लाल धानिया
अज्ञात
अज्ञात
Shyam Sundar Subramanian
चुप
चुप
Ajay Mishra
जे सतावेला अपना माई-बाप के
जे सतावेला अपना माई-बाप के
Shekhar Chandra Mitra
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
जय लगन कुमार हैप्पी
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
Ravikesh Jha
चाहत
चाहत
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
फूल और कांटे
फूल और कांटे
अखिलेश 'अखिल'
धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग ।
धूम मची चहुँ ओर है, होली का हुड़दंग ।
Arvind trivedi
अंतस का तम मिट जाए
अंतस का तम मिट जाए
Shweta Soni
बहुत कुछ बोल सकता हु,
बहुत कुछ बोल सकता हु,
Awneesh kumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यही पाँच हैं वावेल (Vowel) प्यारे
यही पाँच हैं वावेल (Vowel) प्यारे
Jatashankar Prajapati
ऐसी विकट परिस्थिति,
ऐसी विकट परिस्थिति,
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
ग़म-ए-दिल....
ग़म-ए-दिल....
Aditya Prakash
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Loading...