*प्रणय* Tag: विडंबना 7 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 1 Dec 2023 · 5 min read #आलेख- #सामयिक_आलेख- ■ "एक्जिट पोल" माने "तीर में तुक्का" ★ केवल मज़ा लें, भरोसा न करें आंकड़ों के झूठे खेल पर ★ गर्भवती से प्रसूता बन ईव्हीएम सामने लाएंगी सच 【प्रणय... Hindi · आलेख · प्रसंगवश · विडंबना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 244 Share *प्रणय* 19 Jun 2023 · 1 min read ■ सारा खेल कमाई का... ■ सारा खेल कमाई का... विवादों को उपजाना, चर्चाओं में आना और करोड़ों की कमाई के लिए मुफ्त में प्रचार पाना मायालोक वालों के लिए खेल बन चुका है। जिसका... Hindi · विडंबना · शर्मनाक 1 342 Share *प्रणय* 28 May 2023 · 3 min read ■ आप भी बनें सजग, उठाएं आवाज़ #आज से करें मुखर विरोध ■ आप भी बनें सजग, उठाएं आवाज़ ★ सेहत और बज़ट को चपत के ख़िलाफ़ 【प्रणय प्रभात】 आप सब कभी न कभी एक रेल-यात्री के... Hindi · आलेख · जनहित · मानवीय सरोकार · लूट की छूट · विडंबना 1 192 Share *प्रणय* 24 May 2023 · 1 min read विशुद्ध व्याकरणीय ■ खुमार बकवास का सबब■ 'विशुद्ध व्याकरणीय हिंदी साहित्य में शीर्ष पर वो लोग हैं, जो मुक्ति और युक्ति को मुक्ती और युक्ती किख कर तुक भिड़ा रहे हैं। भाड़... Hindi · Quote Writer · दुर्भाग्य · विडंबना 1 267 Share *प्रणय* 11 May 2023 · 1 min read 😢 अच्छे दिन....? 😢 #अच्छे_दिन....! ■ ऐसे ही होते हैं शायद...? 【प्रणय प्रभात】 ■ ताबूत उठाते सैनिक। ■ सवाल उठाते विपक्षी। ■ पुष्पचक्र चढ़ाते अफ़सर। ■ शस्त्र उलटती टुकड़ी। ■ मातमी धुन बजाते... Hindi · कटाक्ष · राजनीति · विडंबना · सम सामयिक · हिंदुस्तान 2 192 Share *प्रणय* 2 May 2023 · 4 min read ■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग #विडंबना. ■ जारी रही दो जून की रोटी की जंग ★ दूर थी, दूर है, दूर ही रहेगी दिल्ली 【प्रण प्रभात】 "हम हैं मज़दूर हमें कौन सहारा देगा? हम तो... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 234 Share *प्रणय* 1 May 2023 · 3 min read अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज...... ■ अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस आज... ★ दिवस विशेष पर सहालगी व चुनावी माहौल हावी ★ श्रमिकों को बनी रहेगी दो जून की रोटी की तलाश 【प्रणय प्रभात】 "मैं मज़दूर मुझे... Hindi · आलेख · विडंबना · श्रमिक दिवस विशेष · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 526 Share