*प्रणय* Tag: चिंता और चिंतन 19 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 2 Apr 2023 · 4 min read ■ प्रसंगवश :- #प्रसंगवश :- ■ प्रत्यूषा से आकांक्षा तक 【प्रणय प्रभात】 महज 24 और 25 वर्ष की कमसिन उम्र....सही समय पर मिले अवसर के बलबूते अर्जित लोकप्रियता....प्रतिभा और सौंदर्य के संगम के... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · जीवन दर्शन · प्रसंगवश · सम सामयिक 1 291 Share *प्रणय* 2 Apr 2023 · 1 min read ■ 100% तौहीन... ■ महज एक जुमला... आज की तारीख़ में "गंगा-जमुनी तहज़ीब" की बात करना गंगा और जमुना दोनों की तौहीन है। इसके सिवाय और कुछ नहीं। 【प्रणय प्रभात】 Hindi · आज का विचार · आज का सवाल · चिंता और चिंतन 1 174 Share *प्रणय* 31 Mar 2023 · 1 min read ■ सीधी-सपाट... #खरी_खरी... ■ नियति और नीयत...! "पत्थर बरसाना" किसी की "परिस्थितिजन्य मजबूरी"माना जा सकता है। मगर उन्हें "पहले से जुटा कर रखना" और कुछ नहीं, "कुत्सित मंशा" के सिवाय। ऊपर वाला... Hindi · खरी खरी · चिंता और चिंतन · मौजूदा हालात · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 191 Share *प्रणय* 6 Mar 2023 · 1 min read ■ विनम्र आग्रह... #आज_की_बात... ■ यह भी एक अपराध है। अगर आपके अबोध बच्चे नवजात पिल्ले को चाव-चाव में उठा कर घर ले आएं, तो उन्हें उनकी मां के पास सकुशल वापस पहुंचाएं।... Hindi · अनुरोध · चिंता और चिंतन · नेक सलाह · सम सामयिक 2 635 Share *प्रणय* 16 Feb 2023 · 1 min read ■ दूसरा पहलू... ■ दूसरा पहलू... हर साल एक दिन संस्कृति की रक्षा के नाम पर चौधराहट दिखाने वाले महा-पराक्रमी थोड़ा सा ध्यान अपने घर पर भी दे लें। संस्कृति स्वतः सुरक्षित हो... Hindi · कटाक्ष · चिंता और चिंतन · नेक सलाह · लघुव्यंग्य · सम सामयिक 1 274 Share *प्रणय* 15 Feb 2023 · 1 min read ■ चिंतन... ■ सीधी सी बात... "धर्म" एक व्यापक शब्द है, जिसे किसी पंथ, मत या सम्प्रदाय से जोड़ कर देखना उचित नहीं। मेरे दृष्टिकोण से धर्म वह धारणा व जीवन-पद्धति है... Hindi · आज का विचार · चिंता और चिंतन · धर्म · संस्कार 1 442 Share *प्रणय* 15 Feb 2023 · 1 min read ■ विकृत परिदृश्य... ■ ठीक नहीं आसार... कभी हर तरह के अभावों और सामित साधनों-संसाधनों वाला हमारा यह देश एक सुरम्य उपवन था। जहां भ्रमर, तितली और पंछी सर्वत्र दिखाई देते थे। आज... Hindi · असलियत · चिंता और चिंतन · राजनीति · हिंदुस्तान 1 345 Share *प्रणय* 14 Feb 2023 · 3 min read ■ जवाब दें ठेकेदार...!! ■ वृद्धाश्रम में मातृ-पितृ पूजा : आस्था या आडम्बर...? ★ धर्म-संस्कृति पर मख़ौल का एक प्रहार 【प्रणय प्रभात】 पाखण्ड के तमाम रूप हैं। यह बेनागा किसी न किसी रूप में... Hindi · आडम्बर · आलेख · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक 1 404 Share *प्रणय* 14 Feb 2023 · 1 min read ■ ठीक नहीं आसार ■ अनिष्ट के आसार.... मुश्किल से ख़त्म हुए हिंसा व उन्माद का पुनर्जन्म पांच नदियों वाले प्रदेश में फिर हो गया है। सत्ता सियासी चौसर में व्यस्त है। विपक्ष अपनी-अपनी... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 254 Share *प्रणय* 14 Feb 2023 · 1 min read ■ चिंतनीय स्थिति... ■ असलियत दयनीयता की... राजनेता कितनी ही डींगमारी कर लें। आम आदमी ख़ुद सुधरने को राज़ी नहीं। खोपड़ी पर लोभ इतना हावी हो चुका है कि वह एक ग्राहक से... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 156 Share *प्रणय* 11 Feb 2023 · 1 min read ■ चिंताजनक ■ सबसे बड़ी भूख... आज की दुनिया में रोटी और सत्ता (बर्चस्व) स बड़ी एक भूख और भी है। जो लगातार कहर ढा रही है और बढ़ती ही जा रही... Hindi · आज की बात · चिंता और चिंतन · दुनियां · सम सामयिक 1 407 Share *प्रणय* 9 Feb 2023 · 3 min read ■ सामयिक / रिटर्न_गिफ़्ट #रिटर्न_गिफ़्ट ■ लिए जाओ और दिए जाओ दानवीरों! ★ राज आपका, साम्राज्य आपका 【प्रणय प्रभात】 मैंने बरसों पहले एक ग़ज़ल में एक शेर कुछ यूं कहा था- "दीन पे क्यूं... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · व्यंग्य · हिंदुस्तान 1 209 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 6 min read ■ प्रसंगवश 【मनचाहे भावार्थ】 #प्रसंगवश... ■ कठिन नहीं मनचाहे भावार्थ निकालना ★ सहज संभव है शब्दों से खिलवाड़ ★ तभी तो किया जा रहा है अर्थ का अनर्थ 【प्रणय प्रभात】 आज किसी भी बात... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · राजनीति · सम सामयिक 1 284 Share *प्रणय* 6 Feb 2023 · 1 min read ■ एक नज़र हालात पर ■ विडम्बना.... जिन्हें विचारशील माना जाता रहा है, वो सब अब सियासी मर्तबान में शर्म-हया और नैतिकल का अचार डालने में जुटे हैं। देश की किसी को फ़िक़्र नहीं। विडम्बना... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 412 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात / हालात के साथ ■ बेबस दिल की भड़ास... 【प्रणय प्रभात】 "भंवरे जाएं भाड़ में, बने घूमते बॉस। तेल लगाएं तितलियां, माली का क्या लॉस?" आज का यह दोहा संस्कृति और मौजूदा स्वरूप के... Hindi · चिंता और चिंतन · भड़ास · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 271 Share *प्रणय* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ सीधी-सपाट... ■ अक़्ल के अंधे, वक़्त चिकित्सक बौद्धिक और वैचारिक अंधता का कोई उपचार किसी के पास नहीं। ठीक वैसे ही, जैसे वहम का उपचार हक़ीम लुक़मान के पास नहीं था।... Hindi · कटाक्ष · चिंता और चिंतन · राजनीति · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 350 Share *प्रणय* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ आलेख / सामयिक चिंतन #बड़ा_सवाल ■ सियासत का "सॉफ्ट टार्गेट" सनातन ही क्यों.....? ★ बेशर्म खेल के पीछे की वजह बस "ध्रुवीकरण" ★ सियासत, मीडिया व बाहरी शक्तियों का त्रिकोण 【प्रणय प्रभात】 किसी की... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · राजनीति · सम सामयिक 1 223 Share *प्रणय* 28 Jan 2023 · 4 min read ■ धर्म चिंतन...【समरसता】 #आभास_की_आकृति ■ निराकार का प्रतिबिम्ब है साकार...! 【प्रणय प्रभात】 धर्म धारणा गढ़ने या मढ़ने का नहीं धारण करने का विषय है। वो भी सम्पूर्ण आस्था, मनोयोग व एकाग्रता जैसे भावों... Hindi · आलेख · चिंता और चिंतन · धर्म · सम सामयिक · समरसता 1 389 Share *प्रणय* 27 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का अंदेशा ■ भस्मासुर..... ★ कल होंगे और भी मारक रियायत के केंद्र बड़े शैक्षणिक परिसर अब शिक्षा के मंदिर नहीं सियासत और साज़िश के अखाड़े। सरकारी तंत्र पर हावी संगठनात्मक षड्यंत्र।... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · विडम्बना · सामयिक 1 268 Share