*प्रणय* Tag: आस्था 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 18 Oct 2023 · 5 min read ■ जंगल में मंगल... #वनांचल_का _सिद्धपीठ ■ एक मंदिर : जहां तीन रूपों में दर्शन देती हैं मां अन्नपूर्णा 【प्रणय प्रभात】 भारत के हृदय मध्यप्रदेश की सीमा पर स्थित वन-बहुल श्योपुर ज़िले का धार्मिक... Hindi · आलेख · आस्था 1 174 Share *प्रणय* 29 Aug 2023 · 2 min read #सच्ची_घटना- #सच्ची_घटना- ◆पैरों में काल, सिर पर महाकाल◆ 【प्रणय प्रभात】 वाक़या बीते साल आज ही के दिन यानि 29 अगस्त का है। एक दिन पहले की अपराह्न वेला में भोपाल से... Hindi · आस्था · प्रसंगवश · सत्य घटना 2 141 Share *प्रणय* 4 Aug 2023 · 1 min read ■ आज का खुलासा...!! ■ आज का खुलासा...!! Hindi · आस्था 1 449 Share *प्रणय* 4 Jul 2023 · 1 min read ■ इस बार 59 दिन का सावन #श्रावण_आरम्भ ■ 59 दिन उपासना के ★ शिव-उपासक उल्लासित 【प्रणय प्रभात】 देवाधिदेव महादेव की उपासना का पवित्र श्रावण मास आज 04 जुलाई को आरम्भ हो गया है। जो आगामी 31... Hindi · आस्था · धर्म · पर्व 1 270 Share *प्रणय* 3 Jul 2023 · 1 min read ■ कौटिश नमन् : गुरु चरण में...! ■ कौटिश नमन् : गुरु चरण में...! "बंदहु गुरु पद पदमु परागा। सुरुचि सुवास सरस अनुरागा।।" दिग्भ्रनित-पथभ्रमित जीवन को दिशाबोध कराते हुए सन्मार्ग पर चलने की पुनीत प्रेरणा देने वाले... Hindi · आस्था · दिवस विशेष 1 294 Share *प्रणय* 30 May 2023 · 1 min read ■ आस्था की अनुभूति... ■ क्या काम कनक से...? 【प्रणय प्रभात】 कनक की खनक ना कनक का ख़ुमार, कनक की ज़रूरत नहीं अब है यार?? कनक के बिना ही चमक बरक़रार। कनक भूधराकार हम... Hindi · आस्था · नया प्रयोग · नवाचार · हिंदी कविताएं 1 491 Share *प्रणय* 8 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... #दोहा ■ मातृशक्ति के सम्मान में.... 【प्रणय प्रभात】 "शक्ति, शिवा, नारायणी तुझमें सब के अंश। सृष्टि नहीं तेरे बिना, तुझ बिन कोई न वंश।। नारायणी नमोस्तुते।। #अंतरराष्ट्रीय_महिला_दिवस_पर_विशेष Hindi · आस्था · दोहा · नारी · महिला दिवस 1 450 Share *प्रणय* 24 Feb 2023 · 3 min read #एक_प्रेरक_प्रसंग- #प्रेरक_प्रसंग- ■ भाव विवश भगवान ★ आडम्बर में कुछ नहीं रखा 【प्रणय प्रभात】 भक्त और भगवान का सम्बंध भावनाओं का है। भक्ति मार्ग में ईश्वर की प्राप्ति साधनों-संसाधनों से नहीं... Hindi · आस्था · धर्म · प्रेरक प्रसंग · भक्ति 1 489 Share *प्रणय* 18 Feb 2023 · 1 min read ■ आह्वान करें... #कविता:– ■ शिव समाधिस्थ आह्वान करें…!! 【प्रणय प्रभात】 था हर्ष कभी अब महा-शोक। चंदन-वन है अब नाग-लोक। जितनी शाखें उतने भुजंग। सब दम साधे सब आज दंग। विष-दंतों के तीखे... Hindi · आस्था · कविता · धर्म · शिवागीत · सम सामयिक 1 215 Share