Shriyansh Gupta 55 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shriyansh Gupta 20 Mar 2024 · 1 min read होली का त्यौहार माहौल पूरा रंगीन है बंट रहा मीठा और नमकीन है। गुलाल और गुब्बारों से सजा बाज़ार है देखो आया होली का त्यौहार है। गिले-शिकवो को तुम आज भूल जाओ हंसी... Hindi · कविता 1 23 Share Shriyansh Gupta 7 Mar 2024 · 1 min read आज की नारी आज की नारी बड़ी सयानी जो बोलो वो कर पाएंगी। तुम जितना उसे कम समझोगे वो उतना ही तुम्हें चौंकाएंगी। आज की नारी सब पर भारी। बस मौके की वो... Hindi · कविता 1 38 Share Shriyansh Gupta 22 Feb 2024 · 1 min read रुकना नहीं चाहता कोई रुकना नहीं चाहता कोई थमना नहीं चाहता कोई। बस भागना चाहते हैं सब आगे निकलना चाहते हैं सब। वक्त नहीं है किसी के पास भी परिवार के लिए यारी दोस्ती... Hindi · कविता 3 31 Share Shriyansh Gupta 6 Feb 2024 · 1 min read तोड़ूंगा भ्रम मेरी नाकामयाबियों पर सब हँस रहे है कला को यह मेरी खेल समझ रहे है तोड़ूंगा भ्रम मैं ,सबका एक दिन जो आज अनाड़ी मुझको समझ रहे है। – श्रीयांश... Hindi · Quote Writer 1 48 Share Shriyansh Gupta 25 Jan 2024 · 1 min read मेरा भारत देश मेरे भारत देश की बात ही कुछ निराली है उगती यहां पर महकते फूलों की क्यारी है। खेत सींचती यहां पर गंगा माई है, शिव की जटाओं में जगह जिंहोने... Hindi · कविता 1 77 Share Shriyansh Gupta 9 Jan 2024 · 1 min read बात करोगे तो बात बनेगी बात करोगे तो बात बनेगी बिना बात के यहां दाल नहीं गलेगी। क्योंकि यहां खेल ही सारा बातों का है यहां मोल नहीं कोई जज़्बातों का है। जो तुम कह... Hindi · कविता 2 1 51 Share Shriyansh Gupta 28 Dec 2023 · 1 min read प्यार ज़िन्दगी से सूकून की आस करता रहता हूं मैं उससे हर मुलाक़ात में प्यार कर बैठता हूं। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · Quote Writer · शेर 1 100 Share Shriyansh Gupta 29 Sep 2023 · 1 min read मैं अर्जुन हूं मैं अर्जुन हूं मुझे कृष्ण चाहिए। मुझको जो सही राह दिखाए ऐसा एक मित्र चाहिए। घोर अंधकार ने मुझको घेरा है क्या करूं? क्या ना करूं? यह प्रश्न बहुत टेढ़ा... Hindi · कविता 2 73 Share Shriyansh Gupta 12 Sep 2023 · 1 min read मेहरबान यह ख़ुदा कुछ ज़्यादा ही मेहरबान है मुझ पे मेरी हर एक ख़्वाहिश पर तथास्तु कहा उसने। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · कविता 2 2 139 Share Shriyansh Gupta 26 Aug 2023 · 1 min read भारत मां की पुकार मुझको होती बड़ी हैरानी देखकर तुम्हारी हर शैतानी। तुमने जो अबतक काम किए कुछ ठीक किए, कुछ ख़राब किए। काम ठीक जो किए हैं तुमने तो जग में मेरा नाम... Hindi · कविता 4 1 117 Share Shriyansh Gupta 27 Jul 2023 · 1 min read वैसा न रहा जैसा था जो, अब वैसा न रहा हर बात का अब एक अर्थ न रहा। हर बात का मतलब अलग हर किसी के लिए, रिश्तों के भी मायने अलग हर... Hindi · कविता 3 2 141 Share Shriyansh Gupta 27 Jun 2023 · 1 min read देखा है। अपनी हर कोशिश को नाकाम होते देखा है मैंने लोगों को चेहरे बदलते हुए देखा है। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · Quote Writer · शेर 1 251 Share Shriyansh Gupta 13 May 2023 · 1 min read अकेलापन यह अकेलापन काटने को दौड़ता है मुझे न जाने क्यों लोग मुझसे शर्माते हैं। मुझसे बात करने से कतराते हैं। हमेशा अकेलापन महसूस होता है मुझे। हर जगह मैं अनजाना-सा... Poetry Writing Challenge · कविता 1 89 Share Shriyansh Gupta 29 Mar 2023 · 1 min read तैयार नहीं हूं मैं चल पड़ा हूं मै बिना मंजिल तय किए तैयार नहीं हूं मैं तुझे वादे करने के लिए। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · शेर 1 94 Share Shriyansh Gupta 11 Mar 2023 · 1 min read सियासी बातें एक बात की सौ बात अब बनने लगी है यह दुनिया बिना बात के बिगड़ने लगी है ऐ खुदा अब तू ही कुछ कर यहां हर बात पर सियासत होने... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 2 396 Share Shriyansh Gupta 7 Feb 2023 · 1 min read बहुत सुन लिया सुन लिया बहुत हमने इस ज़माने को, अब वक्त मेरे कहने का आया है। जो कुछ भी है मेरे मन के भीतर वो दुनिया को बताने का समय आया है।... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 152 Share Shriyansh Gupta 7 Feb 2023 · 1 min read हम सभी को लगता है सभी उनकी तरह है जमाना नहीं जानता हम किसकी तरह है। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · Quote Writer · शेर 1 224 Share Shriyansh Gupta 14 Jan 2023 · 1 min read मंजूर हो अगर रिश्ता बनाना हो अगर मुझसे तो निभाना पड़ेगा मेरी जिंदगी में आना है अगर तो रहना पड़ेगा। हर दिन की सारी बाते न सही पर ज़िन्दगी के जरूरी लम्हों को... Hindi · कविता 2 87 Share Shriyansh Gupta 19 Dec 2022 · 1 min read समय देकर तो देखो समय देकर तो देखो शायद सब कुछ ठीक हो जाए पुराने-कड़वे रिश्तों में शायद थोड़ी-सी मिठास भर आए। दुश्मनी की मशालों में आग शायद थोड़ी कम हो जाए। भटके हुए... Hindi · कविता 4 1 270 Share Shriyansh Gupta 11 Nov 2022 · 1 min read संघर्ष बिना कुछ नहीं मिलता बिना संघर्ष व्यर्थ है जीवन तेरा बिना संघर्ष व्यर्थ हे जीवन मेरा। बिना संघर्ष इस दुनिया में मिलता नहीं कुछ खास। बिना संघर्ष हर का जीवन है निराकार और बकवास।... Hindi · कविता 4 2 257 Share Shriyansh Gupta 12 Oct 2022 · 1 min read सर्द चांदनी रात इस सर्द चांदनी रात में कोई नहीं है मेरे पास में । जिसको मैं कुछ भी कह सकूं अपने मन की हर बात कह सकूं । बता सकूं जिसे कि... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · सर्दी 3 361 Share Shriyansh Gupta 29 Sep 2022 · 1 min read बेटियां दुर्गा, लक्ष्मी का रुप कहलाती, सबके दिलो को यह है भाँति, सबको बढ़ावा देती है। फिर क्यों नकारते हो बेटियां? लडके भी अब इनसे हार जाते, सबका सम्मान करती हैं,... Hindi · कविता 1 176 Share Shriyansh Gupta 3 Sep 2022 · 1 min read मोहब्बत मोहब्बत की चाह में हमने ठोकर बहुत बार खाई है, उनसे बात करने के लिए हमने हिम्मत हर बार जुटाई है। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · शेर 2 183 Share Shriyansh Gupta 1 Aug 2022 · 1 min read चाहत बहुत बात हम उनसे करना चाहते हैं, पर वो है कि हमें सुनना नहीं चाहते हैं। हमे तो बस उन्हें जी भरकर देखना है पर वो हमारी ओर देखना भी... Hindi · मुक्तक 1 170 Share Shriyansh Gupta 23 Jun 2022 · 1 min read यादें दुनिया नहीं कोई, बस सिर्फ एक मेला है, मेरे दिल में अब भी तेरी यादों का बसेरा है। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · शेर 3 197 Share Shriyansh Gupta 8 May 2022 · 1 min read हमारी प्यारी मां ममता का एक घड़ा है माँ। देवी का स्वरूप है माँ। हमारी हर एक मुस्कान में बसी हुई है हमारी प्यारी माँ। इंद्रधनुष के सात रंगों जैसे खूबसूरती का भंडार... Hindi · कविता 2 435 Share Shriyansh Gupta 22 Apr 2022 · 1 min read असली जानवर कौन है? असली जानवर कौन है? आज मुझे कोई बता दे। मानवता का सही मतलब, आज मुझे कोई सिखा दे। पेड़ काटे बार बार बचाने की बात तुमने टाल दी हर बार।... Hindi · कविता 3 1 182 Share Shriyansh Gupta 6 Mar 2022 · 1 min read ताक़त ताक़त को जिसने भी पाया है, वो अकेला ही लड़ता आया है, और जो भीड़ के साथ चला है, वो कुछ खास नहीं पा पाया है। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · मुक्तक 2 215 Share Shriyansh Gupta 6 Feb 2022 · 1 min read शुरुआत चलो आओ एक नई शुरुआत की जाए ज़िन्दगी को मुस्कुराने की वजह दीं जाए। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · शेर 1 189 Share Shriyansh Gupta 27 Dec 2021 · 1 min read इस शहर में लौट आया हूं मैं अपने शहर में बहुत कुछ बदल गया है इस शहर में जाने-पहचाने थे पहले सब यहां अब सब अनजाने से रहते है इस शहर में। ताज़ी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 329 Share Shriyansh Gupta 6 Dec 2021 · 1 min read ग़ज़ल जब तुम मुझे जान जाओगी तब तुम मुझे समझ जाओगी कई राजो से भरी है मेरी ज़िन्दगी वक्त आने पर तुम सब जान जाओगी। जब करीब तुम मेरे आ जाओगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 216 Share Shriyansh Gupta 2 Dec 2021 · 1 min read भोपाल गैस काण्ड दिसंबर का महीना ठंडी - चांदनी रात जिसके आगोश में सोने वाला था भोपाल। अपना काम निपटा कर सोने को बेकरार था हर इंसान। पर अनजान थे वह कि आने... Hindi · कविता 3 565 Share Shriyansh Gupta 20 Nov 2021 · 1 min read किसान पारस जैसे उसके हाथ है बंजर जमीन को भी बना देता वह मूल्यवान है। हरियाली होती जब उसके खेत में खुशहाली आती तब उसके घर में। हर मौसम को वह... Hindi · कविता 1 542 Share Shriyansh Gupta 16 Nov 2021 · 1 min read जलियांवाला बाग अपनी सत्ता बचाने को, विद्रोह का डर मिटाने को, उठती आवाजें दबाने को हुआ था जलियांवाला बाग। कोई न बच सका था जो भी था उस मैदान में। कोई न... Hindi · कविता 4 566 Share Shriyansh Gupta 13 Nov 2021 · 1 min read थक चुकी हूं मैं थक चुकी हूं मैं घुट-घुट के यूं जीने से, डर-डर के बाहर निकलने से, समाज के आरोपों से, तानों से। लोगों की गन्दी नज़रों से घर-दफ्तर के हैवानों से झुठे... Hindi · कविता 5 4 705 Share Shriyansh Gupta 23 Sep 2021 · 1 min read बात मिलेंगे जब भी हम उनसे बात अपनी सारी कह देंगे और बातों बातों में ही सही हम उनको भी थोड़ा जान लेंगे। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · मुक्तक 2 285 Share Shriyansh Gupta 3 Sep 2021 · 1 min read पुरानी यादों कुछ पुरानी यादों को मिटाना पड़ता है वरना हमको बहुत कुछ सहना पड़ता है - श्रीयांश गुप्ता Hindi · शेर 2 242 Share Shriyansh Gupta 21 Aug 2021 · 1 min read राम राज्य राम राज्य चाहिए सबको पर राम किसी को नहीं बनना। सुखी संसार चाहिए सबको पर दूसरों को कोई सुख नहीं देना। राम राज्य चाहिए अगर तुमको तो पहले राम जैसे... Hindi · कविता 1 649 Share Shriyansh Gupta 26 Jul 2021 · 1 min read सलाम कभी न यह रुके है कभी न यह रुकेंगे कभी न यह थके है कभी न यह थकेंगे भारत मां के सपूत है यह तिरंगा फहराए बिना नहीं मानेंगे। ठंडी-... Hindi · कविता 2 1k Share Shriyansh Gupta 3 Jul 2021 · 1 min read खो गया है बचपन खो गया है बचपन सड़क के किनारों में, चाय की दुकानों में, बड़े बड़े मकानों में। खो गया है बचपन। गरीबी के हालातों में, जुर्म की जंजीरों में, नामी गिरामी... Hindi · कविता 3 4 593 Share Shriyansh Gupta 24 Jun 2021 · 1 min read आपातकाल लोकतंत्र से लोक हटा था एक काली रात में। आपातकाल का स्वाद चखा था मेरे शांत भारत देश ने। एक लोक सेविका बन बैठी थी महारानी और करने लगी थी... Hindi · कविता 2 367 Share Shriyansh Gupta 4 Jun 2021 · 1 min read सांसें कम पड़ गई सांसें कम पड़ गई ज़िन्दगी रेत सी फिसल गई। अपनों के सामने अपने यूं ही चले गए। बस हाथों में हाथ ही रह गए। बिना कहे हालात सब कुछ कह... Hindi · कविता 3 1 427 Share Shriyansh Gupta 31 May 2021 · 1 min read बारिश की बौछार बारिश की बूंदे जब धरती से मिल जाती हैं तवे सी गर्म धरती पर तब सुकून की बौछार हो जाती हैं। सूखे पत्तों में भी हरियाली सी छा जाती है।... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता · बारिश 8 4 1k Share Shriyansh Gupta 24 May 2021 · 1 min read ऐ जिंदगी ऐ जिंदगी यह बता दें तू मुझे कितने दुख और झेलने हैं मुझे। तेरे दिए हर दुख को मैं सहता रहा जिंदगी जीने की कोशिश करता रहा। बस अब और... Hindi · कविता 2 289 Share Shriyansh Gupta 6 Feb 2021 · 1 min read बॉर्डर पर किसान बॉर्डर पर पहुंचा किसान यह देखकर चौक गया हर इंसान। शक नहीं है उसे किसी भी बात पर लेकर रहेगा वह अपना हक हर हाल पर। सहारे की इस बार... Hindi · कविता 5 3 417 Share Shriyansh Gupta 31 Jan 2021 · 1 min read रंगभेद आधुनिक विश्व के हम हैं निवासी फिर भी रह गए गवार हम क्योंकि चाँद-मंगल पर पहुंच गए हम पर रंगों से बीमार है हम। रंग देखकर मूड बदलते बदलते अपना... Hindi · कविता 3 326 Share Shriyansh Gupta 20 Nov 2020 · 1 min read जो पास है जो पास है वो सिर्फ़ आज है भूत भविष्य तो बस मन का एक ख़्वाब हैं। आज में ही जीना है तुम्हें कुछ और नहीं सोचना है तुम्हें। अभी के... Hindi · कविता 2 357 Share Shriyansh Gupta 15 Aug 2020 · 1 min read बँटवारा आज़ादी का हाथ थाम कर आया बटँवारा इस देश में। तहस नहस कर दिया सब कुछ जिसने पूरे भारत देश में। जो दोस्त थे कभी वो लड़ने लगे थे भाई... Hindi · कविता 4 509 Share Shriyansh Gupta 19 Jul 2020 · 1 min read सियासी हिंदुस्तान हर पल, हर घड़ी घुट-घुटकर जीते लोग यहाँ। सूखा, बाढ़, भुखमरी से हर साल जूझते लोग यहाँ। देश की बेटियों की सुरक्षा है बहुत बड़ा सवाल यहाँ। कर्ज़ के भारी... Hindi · कविता 7 3 243 Share Shriyansh Gupta 7 Jul 2020 · 1 min read सौगंध नहीं जानती तुम मां भारती मैं तुमको कितना चाहता हूँ इसीलिए तुम्हारी रक्षा की सौगंध आज मैं खाता हूँ। आँच नहीं आने दूंगा मैं तुम्हारी आन-बान और शान पर मै।... Hindi · कविता 1 4 768 Share Page 1 Next