Ashutosh mishra Language: Hindi 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashutosh mishra 22 Jan 2017 · 1 min read वैश्या एक नया रूप नारी का देखो कभी थी बेटी किसी आँगन की जो बिक गयी दानव के हाथो एक नया रूप मानव का देखो कोठे में बैठी किये सिंगार बिक... Hindi · कविता 1 334 Share