Vandana Namdev 16 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vandana Namdev 21 Mar 2023 · 1 min read कविता सौम्य सरस रसधार है कविता, गीतों में शृंगार है कविता। शब्द भाव भाषा और शैली, मधुर मुक्त उपहार है कविता। प्रेम प्रणय मनुहार है कविता भंवरों की गुंजार है कविता।... Hindi · कविता 425 Share Vandana Namdev 10 Jan 2023 · 1 min read हिंदी दिवस हमारी आन है हिंदी हमारी शान है हिंदी , सभी भाषा में उत्तम है अधर मुस्कान है हिंदी । कराती है सहज परिचय हमारी संस्कृति का यह , सभी के... Hindi · मुक्तक 261 Share Vandana Namdev 1 Jan 2023 · 1 min read नववर्ष नव वर्ष आया,खुशियाँ हजार लाया। आओ सब मिल के खुशियाँ मनायेंगे, चलो मिल के आज गीत गुनगुनायेंगे। पिछले वरष जो ना मिला, वो इस वरष में मिल जायेगा। जो फूल... Hindi · गीत 207 Share Vandana Namdev 22 Dec 2022 · 1 min read . खुशी जब गम के कुहासे को चीर, आशा की रोशनी आ गई, ऐसा लगा कि ज़िन्दगी में इक और ज़िन्दगी आ गई । चल पड़े कदम खुद ब खुद अपनी मंजिल... Hindi · मुक्तक 181 Share Vandana Namdev 21 Dec 2022 · 1 min read सर्दी सर्दियों की धूप में बैठ कर कुछ गुनगुनाना, सूर्य की किरणें सुनहरी कर रहीं दिन सुहाना। चुस्कियां हैं चाय की संग यादों का तराना, लग रहा है जैसे हमें मिल... Hindi · मुक्तक 270 Share Vandana Namdev 4 Oct 2022 · 1 min read माँ सिद्धिदात्री नवम दिवस को पूजते, अंतिम माँ का रूप। सिद्धीदात्री सुमात हैं, अद्भुत और अनूप ।। अद्भुत और अनूप, अलौकिक हैं माँ अम्बे । अस्त्र शस्त्र ले हाथ, हरें भय को... Hindi · कुण्डलिया 324 Share Vandana Namdev 3 Oct 2022 · 1 min read माँ महागौरी पूजन अष्टम रूप की, दिवस अष्टमी खास । माँ गौरी मन मोहिनी, है अटूट विश्वास।। है अटूट विश्वास, चरण माँ शीश नवाते । पावन यह नवरात , गीत मंगल हम... Hindi · कुण्डलिया 309 Share Vandana Namdev 2 Oct 2022 · 1 min read माँ कालरात्रि काला तन का रंग है, कालरात्रि है नाम। दिवस सप्तमी पूजते, हृदय भाव अविराम।। हृदय भाव अविराम,नमन शत शत हे माता। करतीं भय का नाश, सदा शुभता नर पाता ।।... Hindi · कुण्डलिया 328 Share Vandana Namdev 1 Oct 2022 · 1 min read माँ कात्यायनी प्यारा षष्ठी रूप है, कात्यायनी सुनाम । श्रद्धा भाव उपासना, मिले मोक्ष सुखधाम।। मिले मोक्ष सुखधाम, तारती माँ जगदम्बे। महिमा अपरंपार, हरे विपदा सब अम्बे ।। वरमुद्रा में हाथ, कृपामय... Hindi · कुण्डलिया 1 159 Share Vandana Namdev 30 Sep 2022 · 1 min read माँ स्कंदमाता पंचम पावन धाम है, पंचम दिवस प्रणाम । आसन कमल विराजतीं, स्कंदमात है नाम।। स्कंदमात है नाम, जपे जो भी यह साधक । रहे साधना लीन, बने जो माँ आराधक... Hindi · कुण्डलिया 231 Share Vandana Namdev 29 Sep 2022 · 1 min read माँ कूष्माण्डा पावन मन से पूजते, चौथे माँ का रूप। मुखमंडल तेजोमयी, है सौंदर्य अनूप ।। है सौंदर्य अनूप, प्रकाशित जग यह सारा । बाण धनुष है हाथ, आपसे रिपुदल हारा ।।... Hindi · कुण्डलिया 1 281 Share Vandana Namdev 28 Sep 2022 · 1 min read माँ चंद्र घंटा पूजा तीजे रूप की, हैं चॅंद्रघंटा मात । सोने जैसा रंग है, अनुपम इनकी बात।। अनुपम इनकी बात, चंद्रमा सोहे आधा । होके सिंह सवार, दूर करतीं सब बाधा ।।... Hindi · कुण्डलिया 1 240 Share Vandana Namdev 28 Sep 2022 · 1 min read माँ ब्रह्मचारिणी आयी है दूजे दिवस, ब्रह्मचारिणी मात । लिए कमण्डल हाथ में, देती हैं सौगात।। देती हैं सौगात, कृपा अम्बे बरसाए, सौम्य सुहाना रूप, नैन को अति हर्षाए ।। पावन ये... Hindi · कुण्डलिया 1 145 Share Vandana Namdev 28 Sep 2022 · 1 min read माँ शैलपुत्री प्रथम दिवस को पूजते, शैलसुता माँ रूप । भाव पुष्प अर्पण करें, रंक और सुर भूप।। रंक और सुर भूप, पूजते माता अंबे, आरुढ़ वृष पर मात, कृपा करती जगदंबे... Hindi · कुण्डलिया 4 229 Share Vandana Namdev 11 Sep 2022 · 1 min read हिंदी हमारी शान है हिंदी, हमारी आन है हिंदी, सभी भाषा में उत्तम है गुणों की खान है हिंदी। कराती है सदा परिचय हमारी संस्कृति से यह, हमारे दिल में बसती... Hindi · कविता 4 2 320 Share Vandana Namdev 26 May 2022 · 1 min read पिता उंगली पकड़ कर चलना सिखाया, सही क्या ,गलत क्या , सब कुछ बताया। थके जब कदम लड़खड़ा कर जमीं पर, पिता ही तो थे, जिसने हमको उठाया। आसां नहीं थे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 4 346 Share