प्रवीण माटी Tag: मुक्तक 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रवीण माटी 6 Jan 2022 · 1 min read क्या? फरेबी है दुनिया, यहाँ एहसासों की बात क्या? मुखौटा पहने लोगों से बेवजह मुलाकात क्या? दिल है! आखिरकार समझ ही जायेगा वक्त को बिन तारों के जगाये जो वो स्याह... Hindi · मुक्तक 234 Share प्रवीण माटी 3 Dec 2021 · 1 min read जवाब सुनो मुलाक़ात में बात हुई हमारी मगर जवाब नहीं मिला तब से लेकर आज तक रातों में मुझे कोई ख्वाब नहीं मिला इतना अस्त-व्यस्त हो गया हूँ अनसुलझी उलझनों में... Hindi · मुक्तक 1 274 Share प्रवीण माटी 3 Dec 2021 · 1 min read हिसाब मुझे अभी मत लेकर जाना मुझे एक जवाब चाहिए कोने में मेज पर रखी वो मुझे मेरी किताब चाहिए मेरा कातिल यहीं है इस भीड़ में जो मेरे पास खड़ा... Hindi · मुक्तक 331 Share प्रवीण माटी 3 Dec 2021 · 1 min read भिखारी तुम्हारी दौलत से ज्यादा परेशानियां है मेरी गिर जाओगे मेरा किरदार निभाते - निभाते एक रोज कभी जब बैठोगे मेरे पास तुम लोग शायद शाम कर दूंगा मैं तुम्हें वो... Hindi · मुक्तक 344 Share प्रवीण माटी 2 Dec 2021 · 1 min read बड़ी शादी बहुत बड़ी है शादी महोदय, बहुत बड़ा पंडाल। फेंक देते हैं सब कुछ आखिर,बची हुई जो दाल।। बची हुई जो दाल, काश!किसी के मुंह तो लग जाती। पैसे वालों की... Hindi · मुक्तक 3 6 439 Share