Pallavi Rani Language: Hindi 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pallavi Rani 31 May 2021 · 1 min read बरसात ओ मेरी प्यारी ननद बरखा रानी, अब तो चली जाओ वापस अपने देश ....? मेरी छुई-मुई,?ये कहावत तो तुमने भी सुनी ही होगी कि, कमाऊ पूत और सासरे जाती बेटी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 5 445 Share Pallavi Rani 12 Mar 2021 · 1 min read *अनकही* अनकही ********** उदास आँखों की अनकही कहानियाँ, मुस्कुराते लब सिसकता दिल ज़ज्बातो से उठता आरजूओं का धुआं। टूटी उम्मीदें दर्द की रवानियाँ उतार दिए हैं लफ्जों में अश्कों की स्याही... Hindi · कविता 2 437 Share Pallavi Rani 22 Feb 2021 · 1 min read *मधुमास* -ॠतुराज बसंत *मधुमास*-ॠतुराज बसंत ❤❤❤❤❤❤❤❤ चूनर ओढ़ कर पीली-पीली , आज धरा शरमायी है । ? हर्षित है चहुं ओर दिशा, कलियों पर छायी तरुणाई है। ऋतुराज की मोहक छवि पर वसुधा... Hindi · गीत 4 446 Share Pallavi Rani 13 Feb 2021 · 1 min read जिंदगी जिंदगी ******** सुनो ऐ जिंदगी के मुसाफिर , निकले हो सफर पर तो थोड़ा हमें भी सुनते जाना । देखा है हमने भी जिंदगी को बहुत ही करीब से ।... Hindi · कविता 3 2 374 Share Pallavi Rani 1 Feb 2021 · 1 min read 'यादों का मौसम'- कुछ खत मोहब्बत के 'यादों का मौसम ' ***************** भीगी सी शाम के आँचल पे, लहराती अल्हड़ मस्त हवा। यौवन की दहलीज पर , अंगडाई लेती वो सुर्ख गुलाब की कलियाँ। और उसकी खुशबु... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 21 81 867 Share Pallavi Rani 31 Jan 2021 · 1 min read आईना आईना **************** आईना पूछता है, हो क्यूँ आज नजरें झुकाये! हो नाराज खुद से या, दिल किसी और का तोड़ आए ! चुप रहोगे भी तो कह देंगी , राजे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 7 352 Share Pallavi Rani 22 Jan 2021 · 1 min read लाल गुलाब तुम्हारी खुशबू में लिपटा वो खत, रखा है आज भी सम्भाल कर । साथ वो लाल गुलाब भी जो गुलाबी साँझ के पहलू मे बैठ, तुमने मेरे बालों में सजाये... Hindi · कविता 7 4 733 Share Pallavi Rani 14 Jan 2021 · 1 min read अभिव्यक्ति भावनायें जब खटखटाती हैं मेरे मन के द्वार, अल्फाजो में बह उठते हैं दिल के जज्बात , कलम चल पड़ती है पन्नों पर करने ,भावों का श्रृंगार । लेखन के... Hindi · कविता 7 10 427 Share Pallavi Rani 1 Jan 2021 · 1 min read नयी सुबह-नव वर्ष आज की रात जोड़ लें टूटी उम्मीदें' समेट लें बिखरे सपने तलाश लें कुछ नयी राहें आँखों मे भर लें इन्द्रधनुष के सारे रंग कुछ इस तरह की; कल की... Hindi · कविता 7 10 338 Share Pallavi Rani 30 Dec 2020 · 1 min read "कोरोना"- सबक जीवन का "कोरोना "- सबक जीवन का ******** कोरोना का हुआ आगमन ; सकल विश्व में पसरा क्रंदन समय- चक्र ने क्या रूप धरा ! क्यूँ जहरीली हो गयी हवा !? हल... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 25 65 849 Share