डॉ नवीन जोशी 'नवल' Tag: मुक्तक 13 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ नवीन जोशी 'नवल' 1 Jun 2024 · 1 min read श्रीराम घनाक्षरी ---------- पाप, अनाचार, अत्याचार के संहार हेतु, दीनों की पुकार सुनि, धरा पे पधारे हैं, हरे जगती के भय, धर्म की कराने जय, युग युग में वो प्रभु राम... Hindi · मुक्तक 2 112 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read धर्मदण्ड भारत के संस्कृति संवाहक, अडिग रहो नित निज प्रण में, करो धर्मयुत कर्म सदा, विश्वास करो बस जन-गण में। असुर सदा बाधक होते हैं, लेकिन मत विचलित होना, धर्मदंड को... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 73 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read स्वाभिमान जग से क्या डरना, पर खुद से डर जाना ही अच्छा होगा, दुनिया से क्या आशा, प्रभु के दर जाना ही अच्छा होगा। सर कटना ही बेहतर होता, महफिल में... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 76 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read कलम आज कलम को तीर बना दूँ, अपने मन की पीर बना दूँ । पत्थर पर जो अमिट रहेगी, ऐसी एक लकीर बना दूँ।। - नवीन जोशी 'नवल' Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक 1 76 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 15 May 2024 · 1 min read होली प्रेम व सौहार्द का त्यौहार होली, सरलता, समभाव का आधार होली। रँगो निज को भूलकर मतभेद सारे, मलिन मन से है नहीं स्वीकार होली।। यूँ लगे ज्यों प्रकृति के उद्गार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · मुक्तक 1 94 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 8 Jun 2023 · 1 min read विरह बीति रहा मधुमास सखी, अजहूं बलमा घर आये नहीं, हिय मोर विरक्त बिना पिय के, उथ बैरी फागुन गाये रहीं ! कर्कश कोकिल के सुर हैं, नव कोंपल भी कुम्हलाये... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 288 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 8 Jun 2023 · 1 min read जीवन सफर मुक्तक -------- राह है सुनसान उस पर, आज मेला भी नहीं है, विकट मग के कंटकों को, हाल झेला भी नहीं है। किंतु है विश्वास उस पर, जो जगत् निर्माण... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 159 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 6 Jun 2023 · 1 min read जीवन का एक और बसंत मुक्तक -------- (१) पल-क्षण, दिवस, मास बहु बीते, वर्ष एक फिर बीत गया, खारे-मीठे अनुभव का भी, बजता नव संगीत गया। चलते चलते जीवन पथ पर, जब नैराश्य हराने आता,... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 3 435 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read बसंत पंचमी (१) मातु शारदा प्रकट भई है, आये हैं ऋतुराज सखी, झूम रही वन उपवन-डारी, झूम उठा मधुमास सखी। गुलमोहर, चंपा, टेसू पर, भ्रमर नाचते विविध रंग के, शगुन गीत गाये... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 208 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read परिवार (१) कितना सुंदर लगता है जब, सामूहिक परिवार हो, दादा दादी की शिक्षा, भाई बहनों का प्यार हो । मात पिता के संस्कार, सब एक दूसरे के पूरक, आज कहां... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 3 189 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 4 Jun 2023 · 1 min read प्रकृति जय माँ शारदे ये स्नेहिल सी सीरत,ये मौसम मृदुल सा, ये कैसा विहंगम, नजारा अतुल सा । हृदय जीत लेती ये, पर्वत शिखाएं, प्रकृति का ये आंचल, अधिक मंजुल सा... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 2 183 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 17 May 2023 · 1 min read जीवन मुक्तक -------- शिशिर, शीत या ग्रीष्म भयंकर, राह बिछे चाहे हों शूल, चाहे नव-बसंत मनभावन, या भादौ बरसे प्रतिकूल। चलो पुनः जी लेता हूं अब, दुर्गम पथ पर चलते-चलते, निकल... Poetry Writing Challenge · मुक्तक 1 261 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 1 Feb 2021 · 1 min read मुक्तक ज्ञान प्रदायिनी मातु सरस्वती, श्री बजरंगी वीर को वंदन । अखिल जगत के हैं तारणहार जो, तुलसि के श्री रघुवीर को वंदन। चित्रकूट के घाट जहां पर, तुलसी घिसें प्रभु... Hindi · मुक्तक 3 4 358 Share