नेताम आर सी Tag: कविता 55 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नेताम आर सी 27 May 2024 · 1 min read हारता वो है हारता वो है, जो शिकायत बार बार करता है। और जीतता वो है, जो कोशिश हर बार करता है। हारता वो है . . . . . . फैसला तुमको... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 125 Share नेताम आर सी 25 May 2024 · 1 min read कली से खिल कर जब गुलाब हुआ कली से खिलकर जब गुलाब हुआ, नाचीज से बढ़ कर जब नायाब हुआ। जुगनू सा, जलता बुझता था आसमान में, तेरी रहमत हो गई ऐ मेरे कुदरत, मैं तो जुगनू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 98 Share नेताम आर सी 23 May 2024 · 1 min read राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक, हो गये तो अनर्थ हो जाएगा। हम अपने सुरक्षा के लिए, कहीं हथियार, रख लिये तो अनर्थ हो जाएगा। राजनैतिक फायदे के लिए .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 90 Share नेताम आर सी 22 May 2024 · 1 min read तुम इतने आजाद हो गये हो तुम इतने आजाद हो गये हो, कि दूसरों को गुलाम समझ लेते हो। इंसानियत को मारकर , पार्श्विक की महफिल सजा लेते हो। तुम इतने आजाद . . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 77 Share नेताम आर सी 21 May 2024 · 1 min read ये दुनिया बाजार है ये दुनिया बाजार है, यहां सब बिकता है। अंदर झांक कर तो देखो, पारखी नजरों से, यहां सब दिखता है। ये दुनिया बाजार है . . . . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 84 Share नेताम आर सी 21 May 2024 · 2 min read आंदोलन की जरूरत क्यों है जब सरकार, अच्छे दिन का सपना दिखा रही है। तो फिर आंदोलन की जरूरत क्यों है? आंदोलन की जरूरत इसलिए है, क्योंकि सरकार जनता की आड़ में, पूंजीपतियों की अच्छे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 77 Share नेताम आर सी 20 May 2024 · 1 min read मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है मुझे तो, मेरी फितरत पे नाज है, कि दुश्मन भी मुझे दुआ दे देते हैं। मैं तो किस्मत पे भी भरोसा नहीं करता, क्योंकि दोस्त भी मुझे दगा दे देते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 76 Share नेताम आर सी 19 May 2024 · 1 min read अंजानी सी गलियां अंजानी सी गलियां मुझे, न जाने क्यों, जानी पहचानी सी लगने लगी है। एक साया परियों के जैसी, आंखों में मेरे, झिलमिलाने लगी है। क्या इसी को मुहब्बत कहते हैं?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 116 Share नेताम आर सी 18 May 2024 · 1 min read ऐ .. ऐ .. ऐ कविता ऐ .. ऐ .. ऐ कविता, मुझे कवि बना के ही छोड़ोगी। वीर हास्य व्यंग श्रृंगार, करूणा के दिशा में ही मोड़ोगी। ऐ .. ऐ .. ऐ कविता . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 106 Share नेताम आर सी 17 May 2024 · 1 min read मेरे फितरत में ही नहीं है मेरे फितरत में ही नहीं है, मैं किसी का भी इस्तेमाल करूं। बचा लुंगा मैं उसे, चाहे क्यूं न मैं मरूं। मेरे फितरत में ही नहीं है . . .... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 96 Share नेताम आर सी 17 May 2024 · 1 min read संघर्ष और निर्माण जो कभी संघर्ष से परिचित नहीं होता.. इतिहास गवाह है। वह कभी चर्चित ही नहीं होता। जो कभी संघर्ष से परिचित . . . . . . कौन जानेगा तुम्हें... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 84 Share नेताम आर सी 16 May 2024 · 1 min read ऐसा एक भारत बनाएं आओ ऐसा एक भारत बनाएं, हम मजदूर क्रांति की मशाल जलाएं। आओ ऐसा एक . . . . . . शोषण अत्याचार का, न नामो निशां होगा। मजदूर किसानों का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 99 Share नेताम आर सी 16 May 2024 · 1 min read श्रद्धांजलि हिमालय सा, ऊंचा था उसका हौसला। चुटकियों में कर लेता था, जटिल से जटिल, समस्याओं का फैसला। समुद्र की, लहरों से भी, वो तेज था। चट्टानों की भांति, अडिग और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 67 Share नेताम आर सी 15 May 2024 · 1 min read तेरे मेरे बीच में, तेरे, मेरे बीच में, ये दूरियां तेरी आंखों ने बढ़ा दिया है। ये फासले कम भी हो सकते थे, लेकिन तेरी बेरुखी बातों ने, दिलों के फासले और बढ़ा दिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 110 Share नेताम आर सी 15 May 2024 · 1 min read बोलो राम राम बोलो राम राम सिया राम, लखन जी, राम राम सिया राम। राम कहेंगे सिया राम कहेंगे, भजेगें सुबहो शाम। बोलो राम राम सिया . . . . . . हाथ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 86 Share नेताम आर सी 14 May 2024 · 1 min read हम तुम्हारे हुए हम तुम्हारे हुए, तुम हमारे हुए। हम तुम्हारे तुम्हारे तुम्हारे हो गये, तुम हमारे हमारे हमारे हो गये। हम तुम्हारे हुए . . . . . . बीच दरिया में... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 61 Share नेताम आर सी 14 May 2024 · 1 min read मैंने एक चांद को देखा मैने एक चांद को देखा, जो अंधेरा ही अंधेरा था। जिसकी न सुबह होती थी, बस अंधेरा ही अंधेरा था मैंने एक चांद . . . . . . आंख... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share नेताम आर सी 13 May 2024 · 1 min read जनता का पैसा खा रहा मंहगाई जनता का पैसा खा रहा महंगाई, जागो रे बहना जागो रे भाई । मजदूर किसान जागो रे, युवा नौजवान जागो रे। देश के गद्दार बन रहें हैं कसाई जनता का... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share नेताम आर सी 13 May 2024 · 1 min read संवेदनाएं जिंदा रखो इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो। संवेदनाएं . . . . . . किसी की दुःख, किसी की तकलीफ का, तुम्हें एहसास नहीं होता, तो, तुम जिंदा लाश हो।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 83 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read आहवान चलो रे साथी, धरके लाठी चलेंगे सीना तान के। न्याय और अधिकार के लिए लड़ेंगे, दुश्मन को पहचान के। चलो रे साथी . . . . . . न कोई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 77 Share नेताम आर सी 12 May 2024 · 1 min read संवेदना “संवेदना” ******** मैं सोच में हूं, क्या संवेदना बचीं है। हमें अपने से ज्यादा, गैरों के सम्मान की फिक्र होती थी। आज दूर्भावना इतनी है, कि मैं सोच में हूं,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read होली आने वाली है होली आने वाली है, चलो इस बार, हर दिलों से, अमानवीय भेदभाव को ही जला दें। नफरत की दीवार, जो खड़ी की जा रही है, चलो इस बार, हम सब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 87 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read पुलिस की चाल ऐसा तो है चाल पुलिस का, ऐसा तो है चाल। ऐसा तो है. . . . . . चोर को कहते हैं चोरी करो, और लोगों को कहते हैं जागते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 131 Share नेताम आर सी 11 May 2024 · 1 min read एक मशाल तो जलाओ यारों एक मशाल तो जलाओ यारों, सदियों से यहां अंधेरा है। अंधविश्वासों के मकड़जाल ने, पूरे समाज को ही घेरा है। एक मशाल तो . . . . . . मनगढ़ंत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 98 Share नेताम आर सी 5 May 2024 · 1 min read इसीलिए तो कहता हूं, संवेदनाएं जिंदा रखो। किसी की दुःख, किसी की तकलीफ का, तुम्हें एहसास नहीं होता, तो, तुम जिंदा लाश हो। संवेदना जब मर जाती है, तो असंवेदनशील हो जाती है। इसीलिए तो कहता हूं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 91 Share नेताम आर सी 3 May 2024 · 1 min read संवेदना "संवेदना" ******** मैं सोच में हूं, क्या संवेदना बचीं है। हमें अपने से ज्यादा, गैरों के सम्मान की फिक्र होती थी। आज दूर्भावना इतनी है, कि मैं सोच में हूं,... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 93 Share नेताम आर सी 26 Feb 2024 · 1 min read मशाल एक मशाल तो जलाओ यारों, सदियों से यहां अंधेरा है। ऐसा लगता है जैसे अमावस्या की, काली रात का ही डेरा है। एक मशाल तो जलाओ . . . .... Hindi · कविता 212 Share नेताम आर सी 6 Jul 2023 · 1 min read मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है मुझे तो मेरी फितरत पे नाज है, कि दुश्मन भी मुझे दुआ दे देते हैं। मैं तो किस्मत पे भी भरोसा नहीं करता, क्योंकि दोस्त भी मुझे दगा दे देते... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 300 Share नेताम आर सी 4 Jul 2023 · 1 min read मेरे फितरत में ही नहीं है मेरे फितरत में ही नहीं है, मैं किसी का भी इस्तेमाल करूं। बचा लुंगा मैं उसे, चाहे क्यूं न मैं मरूं। मेरे फितरत में ही नहीं है . . .... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 224 Share नेताम आर सी 23 Jun 2023 · 1 min read तेरे मेरे बीच में तेरे, मेरे बीच में, ये दूरियां तेरी आंखों ने बढ़ा दिया है। ये फासले कम भी हो सकते थे, लेकिन तेरी बेरुखी बातों ने, दिलों के फासले और बढ़ा दिया... Hindi · कविता 2 166 Share नेताम आर सी 12 Jun 2023 · 1 min read (ब्यंग्य) हमसे दोस्ती कर लिजिए पाक की सौगात है, आतंकवाद। लोग कर रहे हैं,परिवार का श्राद। हम हाथ जोड़े खड़े हैं, चरणों में पड़े हैं, हमसे दोस्ती कर लिजिए। हमसे दोस्ती . . . .... Poetry Writing Challenge · कविता 1 74 Share नेताम आर सी 12 Jun 2023 · 1 min read सब कुर्सी का खेल है सब कुर्सी का खेल है, गांव से लेके दिल्ली तक, इतनी जो रेलमपेल है। सब कुर्सी का खेल है . . . . . . अच्छाई और ईमानदारी का चादर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 147 Share नेताम आर सी 10 Jun 2023 · 1 min read देख के रूप तेरा, मैं तो दिवाना हो जाता हूं। देख के रूप तेरा, मैं तो दिवाना हो जाता हूं। इस जमीं के जैसा कोई स्वर्ग ही नहीं, मैं तो मंत्र-मुग्ध हो जाता हूं। देख के रूप तेरा . .... Poetry Writing Challenge · कविता 1 317 Share नेताम आर सी 9 Jun 2023 · 1 min read मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो। मैं इन्सान हूं, इन्सान ही रहने दो, मुझे मशीन मत बनाओ। उत्पादन की ललक, पैसों की खनक के लिए, मुझे 12-14-16 घंटे काम मत कराओ। मैं इन्सान हूं . .... Poetry Writing Challenge · कविता 1 214 Share नेताम आर सी 7 Jun 2023 · 1 min read तुम नौजवान या बुढ़े हो। तुम नौजवान या बुढ़े हो, ये तो समय ही बताएगा। गिरे पड़े या तने खड़े हो, ये तो समय ही बताएगा। तुम नौजवान या . . . . . .... Poetry Writing Challenge · कविता 3 180 Share नेताम आर सी 6 Jun 2023 · 1 min read भारत शांति के लिए भारत शांति के लिए, आओ मिलकर कदम बढ़ाएं। विचारों से विचार मिलाकर समग्र क्रांति की अलख जगाएं। भारत शांति के लिए . . . . . . ऊंच नीच जाति... Poetry Writing Challenge · कविता 2 290 Share नेताम आर सी 5 Jun 2023 · 1 min read चुनाव फिर आने वाला है। चुनाव फिर आने वाला है, वादे के घोड़े फिर दौड़ने वाला है। कुछ खट्टे कुछ मीठे, कुछ कड़वे झूठ के पुड़िया छुटने वाला है। चुनाव फिर आने . . .... Poetry Writing Challenge · कविता 2 354 Share नेताम आर सी 4 Jun 2023 · 2 min read मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है, मेरा देश एक अलग ही रसते पे बढ़ रहा है, रोज नये आंदोलनों की भेंट चढ़ रहा है। मेरा देश एक अलग ही . . . . . . सत्ता... Poetry Writing Challenge · कविता 2 186 Share नेताम आर सी 3 Jun 2023 · 1 min read शहीदों लाल सलाम राजहरा के इतिहासों में, अमर होगे तोर नाव। लाठी गोली ले नइय डरेव तुम, हांसत देदेव जान। शहीदों लाल सलाम, सलाम शहीदों लाल सलाम . . . . . .... Poetry Writing Challenge · कविता 1 544 Share नेताम आर सी 2 Jun 2023 · 1 min read अब तो उठ जाओ, जगाने वाले आए हैं। अब तो उठ जाओ, तुम्हें जगाने वाले आए हैं। पराधीनता की जंजीरों से, छुड़ाने वाले आए हैं। अब तो उठ जाओ . . . . . . अपने को पहचान... Poetry Writing Challenge · कविता 1 353 Share नेताम आर सी 1 Jun 2023 · 1 min read सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है। सफलता यूं ही नहीं मिल जाती है, परीक्षा देनी पड़ती है। जब मैं गर्भ में था, मेरी मां ने परीक्षा दी थी। कुदरत ने उसकी त्याग तपस्या, और मातृत्व की... Poetry Writing Challenge · कविता 1 329 Share नेताम आर सी 30 May 2023 · 1 min read जुबां बोल भी नहीं पाती है। जुबां बोल भी नहीं पाती है, और आंखें बयां कर देती है। जरा सा एहसास भर ही तो है, और आंखें सपने सजा देती है। जुबां बोल भी नहीं .... Poetry Writing Challenge · कविता 1 312 Share नेताम आर सी 29 May 2023 · 1 min read जीत कहां ऐसे मिलती है। जीत कहां ऐसे मिलती है, जीतने के लिए, जोश जुनून और जज्बा चाहिए। जीत कहां ऐसे . . . . . . प्रतिद्वंद्वी को, परास्त करना पड़ता है। खेल से... Poetry Writing Challenge · कविता 2 209 Share नेताम आर सी 28 May 2023 · 1 min read मैं यूं ही नहीं इतराता हूं। मै यूं ही नहीं इतराता हूं। चाह नहीं थी इत्र की, पर खुशबू बन महकाता हूं। मै यूं ही नहीं . . . . . . जाने कौन घड़ी थी,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 767 Share नेताम आर सी 27 May 2023 · 1 min read मजदूर हैं हम मजबूर नहीं मजदूर हैं हम मजबूर नहीं, इति सी भी गुरूर नहीं। रोटी हक का हम खाते हैं, बेईमानी मंजूर नहीं । मजदूर हैं हम . . . . . . दुनिया... Poetry Writing Challenge · कविता 2 273 Share नेताम आर सी 26 May 2023 · 1 min read मैं हूं आदिवासी इस धरती का मूलबीज , मैं हूं आदिवासी। प्रकृति को पूजने वाला, मै हूं प्रकृति दासी। इस धरती का . . . . . . प्रकृति की कोख से जन्मा,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 287 Share नेताम आर सी 25 May 2023 · 1 min read हड़ताल ऐसा एक हड़ताल हुआ, तो ताल भी गड़बड़ा कर बे ताल हुआ। ऐसा एक हड़ताल. . . . . . कुछ मजदूर हड़ताल पर आए गए, और कुछ काम करते... Poetry Writing Challenge · कविता 2 712 Share नेताम आर सी 24 May 2023 · 1 min read बेवफा तुझे बेवफा कैसे कहूं, वफा तो तुमने की ही नहीं। साथ मरने की कसमें खाई थी, पर साथ तो तुमने जी ही नहीं। तुझे बेवफा . . . . .... Poetry Writing Challenge · कविता 2 426 Share नेताम आर सी 24 May 2023 · 1 min read तलाश है। अंधेरों में भी, उजालों की तलाश है। डुबते हुए इंसान को, तिनके की आश है। अंधेरों में भी . . . . . . पल पल मौत को, करीब आते... Poetry Writing Challenge · कविता 2 263 Share नेताम आर सी 23 May 2023 · 1 min read बढ़े चलो ऐ नौजवान बढ़े चलो ऐ नौजवान, देश के मजदूर किसान। आज की ब्यवस्था को हमें, लड़ के ही बदलना है। लड़ के ही बदलना है, हमें लड़ के ही बदलना है। लड़ते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 281 Share Page 1 Next