सिद्धार्थ गोरखपुरी Tag: लेख 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 Jan 2023 · 1 min read वियाह कटवा विवाह के चाह को हलाल करने का प्रण लिए हुए गाँव की सबसे एक्टिव प्रजाति का अशुभ नाम है 'वियाह कटवा ' वियाह कटवा से शादी की असीम तमन्ना रखने... Hindi · लेख 1 163 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 12 Aug 2021 · 1 min read जुआ दिवस आज जुआ दिवस है उहो अंतरराष्ट्रीय जुआ दिवस एहसे की जुआ का कॅरियर दांव पे है। इतने के बाद भी जुआ , आजकल दुइ नाँव पे है। जुआ और कउनो... Hindi · लेख 1 337 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 30 Jul 2021 · 1 min read खोने को कुछ भी नहीं बुरा दौर सारी अच्छाइयाँ समेट ले जाता है। हम अपनी अच्छाइयों को सिलसिलेवार गिनाते हैं। वक्त बदला तो यकीन हमारे लफ्ज पे नही हमारे वक्त पे होने लगा। न जाने... Hindi · लेख 1 195 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 Jun 2021 · 1 min read गुजर गयी पुलिस की मानवता और संवेदना ,काफिले के साथ गुजर गयी। यह बात ऐसी थी कि हम सबको अखर गयी। महामहीम के प्रोटोकाल का कुछ यूं हुआ असर, एक एंबुलेंस से... Hindi · लेख 298 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 8 Jun 2021 · 1 min read दिस इज हई का ह दिस इज हउ का है उत्तर परदेश का ह और लखनऊ का ह। ई भैया आजुमगढ़ का ह ,ई मऊ का ह। भैया विदेश से इन्ग्रेजी सीखे है सबसे कहत हैं, दिस इज हई का... Hindi · लेख 325 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Jun 2021 · 2 min read तेतरी चच्ची और खदेरन के माई तेतरी चच्ची एक रोज ,खदेरन के माई लगे गइल रहलिन। ये रउरो खदेरन बाबू कहाँ बाटें ,खदेरन के माई से कहलिन। तुरन्त जवाब दिहलीन खदेरन के माई। खदेरना के चाहत... Hindi · लेख 1 505 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 Jun 2021 · 1 min read वाह रे हम! तस्वीर पर मेरी वाह लिखने वाले तूँ ठहर जाता है अक्सर मेरे लिखे लेख देख कर। फेसबुक पर बमुश्किल लाइक करके निकल जाता है अपनी उँगलियों को आराम देकर। माना... Hindi · लेख 3 1 333 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Jun 2021 · 1 min read परिणय दिवस नवजीवन की नई विधा का, संचार पुराने रिश्ते में हो। सकल कुटुंब हर्षित हो ,घर - बार पुराने रिश्ते में हो। परिणय दिवस की लाख बधाई आप दोनों स्वीकार करें,... Hindi · लेख 2 3 466 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Jun 2021 · 1 min read भुखमरी पर सवाल ये भुखमरी का किस्सा ,ट्विटर पर बवाल कर गया। नेता जी से भुखमरी पर ,जब कोई सवाल कर गया। खाने के लाले के बीच आ गयी बेरोजगारी, आखिर में कौन... Hindi · लेख 1 315 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 Jun 2021 · 1 min read हमारा भी दिन है क्या? हमारा भी दिन है क्या इस जहां में? आज पता चला की है। जरा बताइए है क्या? मालूम यही था फलाना डे , ढेमाका डे। पूरे साल सुनने में आता... Hindi · लेख 2 579 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 30 Mar 2021 · 1 min read फिर कहाँ मौका मिले जी लूँ फिर से बचपने को, फिर कहाँ मौका मिले। जिम्मेदारियों का दरिया पार हो, गर कोई नौका मिले। वो पड़ गया है भ्रम में अब ,न दिन का होश... Hindi · लेख 1 370 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 28 Mar 2021 · 1 min read मंगरुआ सरकार से गुहार लगावे मंगरुआ की बहुते मुश्किल से जीयत बा।। कपड़ा लत्ता सब झिंगुर खा ग सुई लेके सीयत बा। तेल नमक मसाला आटा कुछ भी नाही बा घरे... Hindi · लेख 466 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 24 Mar 2021 · 1 min read दारू दल्लम दावत है ग्राम चला ख़याली विकास की राह । हमहू बने प्रधान सबकी यही चाह।। गांव- गांव में उद्दे - मुद्दे, उर्गे -मुर्गे ,दारू दल्लम दावत है । विकास का समन्दर गाँव... Hindi · लेख 1 516 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 24 Mar 2021 · 1 min read चुनाव है क्या? कुछ ज्वलन्त सवाल माननीय लोग बेहाल।। सर पकड़ के बैठे हो साहब ,दिमाग में भारी तनाव है क्या ? पहले कभी हाल पूछा न मेरा ,बैठे हो आके कोई लगाव... Hindi · लेख 2 397 Share