Monika Yadav (Rachina) Language: English 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Monika Yadav (Rachina) 24 May 2024 · 1 min read हृदय द्वार (कविता) कहां कोई पहुंच पाया है मेरे हृदय के उस भाव तक जहां मैंने तुझे स्थान दिया समझा मैंने तुम्हें मेरी वेदना की औषधि की तरह जिसकी पहचान हमें भी नहीं... Poetry Writing Challenge-3 1 146 Share Monika Yadav (Rachina) 24 May 2024 · 1 min read डगर जिंदगी की जिंदगी की राहों में कभी पत्थरों की डगर बन जाती है दर्द होता है दिल में इतना कि आंसुओं से सैलाब बन जाती है कब होते हैं आंसू दर्द के... Poetry Writing Challenge-3 168 Share