Mohan Bamniya Tag: कुण्डलिया 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mohan Bamniya 1 Jan 2019 · 1 min read नया साल दिसंबर भी अब विदा ले रहा मोहन आपसे माफी चाह रहा कभी गलती से भी या भूल कर दिल दुखाया हो भूल जाओ अब नया साल आ रहा ए खुदा... Hindi · कुण्डलिया 336 Share Mohan Bamniya 1 Jan 2019 · 1 min read नव भंवरे तितलियाँ खूब करते रहे मस्तियां नव वर्ष की कुछ ऐसी रहे आकृतियाँ सबकी जिदंगी मे आऐ खुशियो का झोंका नव वर्ष पर मिले अमूल्य तोहफा खुदा की हम पर... Hindi · कुण्डलिया 240 Share Mohan Bamniya 23 Dec 2018 · 1 min read भाग दौड मे भाग दौड मे भुले सबको ही अपनी भी कोई खबर नही मिल जाए राहत जिंदगी को कुछ पल वक्त रूके तो सही छोटी सी ये जिदंगी देखो जो कितनी व्यस्त... Hindi · कुण्डलिया 360 Share Mohan Bamniya 23 Dec 2018 · 1 min read मै फिर कभी मै फिर कभी तेरी नगरी मे अगर आया देख तुम जरा सा मुझको मुसकुरा देना तुम धार जो बहती रहे मै शांत किनारा हूँ है वक्त पे निर्भर जुदा करे... Hindi · कुण्डलिया 276 Share Mohan Bamniya 13 Dec 2018 · 1 min read नजरो से तेरी नजरो से तेरी हम पर नशा हो गया प्यार जिससे हुआ बेवफा हो गया दिल का रोग ऐसा कया हो गया जिसको भी लगा बावरा हो गया वक्त भी हमसे... Hindi · कुण्डलिया 223 Share Mohan Bamniya 9 Dec 2018 · 1 min read उची उडान उंची उड़ान आसमान मे सम्भल के भरीए ठिकाना नही रूकने का ये ख्याल रखिए आसमा मे जो जितना ज्यादा ऊंचा उडता है उतना ज्यादा खुला आसमा उसी का होता है... Hindi · कुण्डलिया 581 Share