Manju sagar 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Manju sagar 12 May 2024 · 1 min read मां तुम्हें आता है , मां तुम्हें आता है , कपड़ों की तरह रफू करने ,उधड़े हुए पुराने रिश्ते , चूल्हे की राख की तरह समेट लेना , सारे शिकवे गिले और नखरे , चक्की... Quote Writer 11 Share Manju sagar 21 Mar 2024 · 1 min read मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं , मसला ये नहीं कि कोई कविता लिखूं , उलझन तो ये है कि बिना लिखे इस दिल को कैसे समझाऊं ? मंजू सागर गाजियाबाद Quote Writer 61 Share Manju sagar 26 Dec 2023 · 1 min read खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी , खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी , वरना खत तो आज भी महकते है गुलाबों की तरह । वो लम्हें भी क्या जो गुजर गए कुछ कहे... Quote Writer 1 139 Share Manju sagar 25 Dec 2023 · 1 min read मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं , मरा नहीं हूं इसीलिए अभी भी जिंदा हूं , परेशां ना हो कि मौत का वक्त भी मुकर्रर होता है । मैं तो परिंदा हूं उड़ने के लिए आसमां ढूंढ... Quote Writer 2 204 Share Manju sagar 22 Dec 2023 · 1 min read सुना है सपनों की हाट लगी है , चलो कोई उम्मीद खरीदें, सुना है सपनों की हाट लगी है , चलो कोई उम्मीद खरीदें, किसी बिसाती से जमीन और किसी से आसमान खरीदें सस्ते में कोई बेचे तो जीवन की खुशियों का... Quote Writer 1 1 76 Share Manju sagar 10 Oct 2023 · 1 min read शीर्षक – मेरा मुकद्दर ( गजल ) शहर में बिखरी है सनसनी सी , कुछ माहौल भी गमजदा सा है । मेरी आंखें हैं शमशान जैसी , ख्वाब फिर से कोई मरा सा है । छीनकर जश्न... Poem 178 Share Manju sagar 10 Oct 2023 · 1 min read मेरे हृदय ने पूछा तुम कौन हो ? मेरे हृदय ने पूछा तुम कौन हो ? जवाब दो क्यूं मौन हो ? मैंने कहा “ मैं धागा हूं " जो मोतियों को बांधता है " धागा आधार है... Quote Writer 2 237 Share Manju sagar 7 Oct 2023 · 1 min read शहर में बिखरी है सनसनी सी , शहर में बिखरी है सनसनी सी , कुछ माहौल भी गमजदा सा है । मेरी आंखें हैं शमशान जैसी , ख्वाब फिर से कोई मरा सा है । मंजू सागर... Quote Writer 1 2 145 Share Manju sagar 30 Sep 2023 · 1 min read शीर्षक – शुष्क जीवन शीर्षक – शुष्क जीवन शुष्क जीवन है ये रिक्त है आत्मा तुम आकर इसे सजल कर दो .. हृदय बंजर है जैसे हो मरुस्थल, प्रेम से इसको अपने कंवल कर... Quote Writer 1 249 Share Manju sagar 23 Sep 2023 · 1 min read किसी के दिल में चाह तो , किसी के दिल में चाह तो , कहीं किरकिरी बनकर आंख में रहेंगे कुछ दोस्त तो कुछ दुश्मन भी हमारी फिराक में रहेंगे , हम भी वो शख्शियत हैं कि... Quote Writer 1 157 Share Manju sagar 22 Sep 2023 · 1 min read “हिचकी " शब्द यादगार बनकर रह गए हैं , “हिचकी " शब्द यादगार बनकर रह गए हैं , अब शहर में किसी को हिचकियां नहीं आती । कुछ फूल बहुत उदास रहते हैं आजकल , सुना है कि अब... Quote Writer 2 230 Share Manju sagar 17 Sep 2023 · 1 min read मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं , मुझे लगा कि तुम्हारे लिए मैं विशेष हूं , मगर मैं सिर्फ भीड़ का हिस्सा रही , तुमने नजरंदाज किया मेरी उपस्थिति को , और मेरी मृग तृष्णा मौन होकर... Quote Writer 1 1 241 Share Manju sagar 13 Sep 2023 · 1 min read इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय । इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय । रूठा जो वो आपसे, मिलन कभी न होय ।। आग में घी मत डालिए करती सदा विनाश । जीवन में... Quote Writer 1 2 139 Share Manju sagar 11 Sep 2023 · 1 min read शीर्षक – वह दूब सी शीर्षक – वह दूब सी सुलगती दूब किस से कहे अपनी हृदय वेदना ? किसको सुनाए अपनी करुण पुकार ? वह तो निरंतर प्रतीक्षा करती है कि, कभी तो गिरे... Quote Writer 2 140 Share Manju sagar 9 Sep 2023 · 1 min read चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते चवन्नी , अठन्नी के पीछे भागते भागते रुपयों की तमन्ना में झूलने लगे । और गुम हुए इतने इसकी चकाचौंध में , कि जिंदगी की हैसियत भूलने लगे ना समय... Poem · Quote Writer 3 209 Share Manju sagar 8 Sep 2023 · 1 min read उसे तो आता है उसे तो आता है दो दिन की जिंदगी देना, ऐसी दूरियां देना जो, शहर के शोर को भी शमशान करती हैं, उसने मुझे दिए हैं बोलते लोगों के बीच, खामोशियों... Poem · Quote Writer 924 Share Manju sagar 7 Sep 2023 · 1 min read हमारा सफ़र वो बचपन की यादें भुलाई ना जाएं , कैसे गुजरी थी अपनी बताई ना जाए । पतंगे भी हमने उड़ाई बहुत थी , काटी किसी ने तो लड़ाई बहुत की... Everyone · Poem 3 3 254 Share Manju sagar 5 Sep 2023 · 1 min read जिंदगी माना कि तू बड़ी खूबसूरत है , जिंदगी माना कि तू बड़ी खूबसूरत है , मगर कुछ लोगों की आंखों में पानी क्यूं है ? तू है तो तेरा मोल समझ में आता है , फिर तू... Quote Writer 1 267 Share Manju sagar 5 Sep 2023 · 1 min read मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो , मां मेरे सिर पर झीना सा दुपट्टा दे दो , दे दो वह सीख जो मुझे निडर बना सके , जो भी देना है वो ज्ञान इकठ्ठा दे दो, अगर... Quote Writer 296 Share Manju sagar 5 Sep 2023 · 1 min read सुनो सखी ! सुनो सखी ! तुम कैसी हो ? जैसी पहले थी क्या अब भी वैसी हो ? या मेरी तरह आंसू झुर्रियों में छिपा लेती हो , कोई हाल पूछता है... Poem 1 1 252 Share Manju sagar 4 Sep 2023 · 1 min read जिस्म से जान निकालूँ कैसे ? जिस्म से जान निकालूँ कैसे ? तू खफा है तो खुद को संभालूं कैसे ? मुस्कुराने की तमाम कोशिश बेकार हुई, रोना भी चाहूं तो आंखों से आंसू निकालूं कैसे... Quote Writer 1 113 Share