Rekha Sharma "मंजुलाहृदय" Tag: मुक्तक 3 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rekha Sharma "मंजुलाहृदय" 22 Jul 2020 · 1 min read "किरदार" अक़्सर किरदार में नहीं होता ख़ुद किरदार निभानें वाला, गोरा दिखनें वाला चर्म भी हो सकता है अंदर से काला। वैसे तो हर इंसां बताता है ख़ुद को अपनी कहानी... Hindi · मुक्तक 6 3 598 Share Rekha Sharma "मंजुलाहृदय" 8 Jul 2020 · 1 min read *"हम माँ भारती के शूरवीर"* हम रणबांकुरों की शत्रुओं पर विजय पाकर शौर्य संग सांसें थमीं हैं। बहुत कुछ करना रह गया बाक़ी बस यह सोंच कर आँखों में नमीं है। छोड़ जा रहें बिलखते... Hindi · मुक्तक 7 3 610 Share Rekha Sharma "मंजुलाहृदय" 8 May 2020 · 1 min read ज़िदगी :- बेवज़ह ही बेवज़ह ही ज़िदगी जीने में क्या ख़ास बात होती है? आख़िर सुनहरी सुबह पश्चात ही काली रात होती है। जिस पर "ह्रदय" हँसा ये समाज उसने ही रचा इतिहास ,... Hindi · मुक्तक 6 1 272 Share