प्रेमदास वसु सुरेखा Tag: Quote Writer 42 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid प्रेमदास वसु सुरेखा 1 May 2024 · 1 min read एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है एक एक ईट जोड़कर मजदूर घर बनाता है उस घर में अपनी भावनाएं अपने संवेग घोलता है पर वक्त के जमाने पर कितनी मार पड़ती है यह मजदूर अच्छी तरह... Premdas Vasu Surekha · Quote Writer 20 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 May 2024 · 1 min read धरती पर जन्म लेने वाला हर एक इंसान मजदूर है धरती पर जन्म लेने वाला हर एक इंसान मजदूर है लेकिन जब मजदूर ही मजदूर की मजबूरी बन जाए फिर मजदूर का हनन होता है बेईमानी होती है खुद्दारी चली... Quote Writer 34 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 May 2024 · 1 min read अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है प्यार, मोहब्बत, इंसानियत का, खात्मा चल रहा है जी लो जिंदगी का सफर, हमें कब चले जाना है संवेदनाएं खत्म... Quote Writer 24 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 26 Mar 2024 · 1 min read पैमाना सत्य का होता है यारों पैमाना सत्य का होता है यारों झूठ तो यारो बहरूपिया बोलता है जो खुद तो स्वयं बना प्रभू है और जनता का पता नहीं.... Quote Writer 54 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 26 Mar 2024 · 1 min read आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है आस्था स्वयं के विनाश का कारण होती है जो सबसे पहले विवेक को मार देती है और उससे ऊपर विचारों को आने नहीं देती आस्था भगवान का नकारात्मक रूप है। Quote Writer 54 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 18 Nov 2023 · 1 min read दुआ किसी को अगर देती है दुआ किसी को अगर देती है तख्तो ताज मगर, किसी की आह भी हुकूमत छीन लेती है जिंदगी की विरासत प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 1 189 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 18 Nov 2023 · 1 min read एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती, एक छोरी काळती हमेशा जीव बाळती, सींवा जोड़ खेत म्हारो चाव सूँ रूखाळती | ऊंचा ऊंचा टीबडा मै रूंखड़ा रो खेत हो , खेत रुजगार म्हारो खेत सूँ ही हेत... Quote Writer 1 349 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Nov 2023 · 1 min read असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता असली दर्द का एहसास तब होता है जब अपनी हड्डियों में दर्द होता है। सत्य यही है।। Quote Writer 1 88 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Nov 2023 · 1 min read वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर वसुत्व की असली परीक्षा सुरेखत्व है, विश्वास और प्रेम का आदर Quote Writer 118 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Nov 2023 · 1 min read रेत समुद्र ही रेगिस्तान है और सही राजस्थान यही है। रेत समुद्र ही रेगिस्तान है और सही राजस्थान यही है। Quote Writer 123 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Nov 2023 · 1 min read प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी प्रेम नि: शुल्क होते हुए भी इस जीवन जगत् का सबसे महंगा सुख है क्यों हम इंसानियत खो रहे हैं बस Quote Writer 2 131 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Jun 2023 · 1 min read आज भगवान का बनाया हुआ आज भगवान का बनाया हुआ संसार ही भगवान को चुनौती देता है क्यों क्योंकि यही उसकी मूर्खता का कारण है। सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 325 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Jun 2023 · 1 min read सपनों के सौदागर बने लोग देश का सौदा करते हैं सपनों के सौदागर बने लोग देश का सौदा करते हैं फिर उन सपनों से ही देश को नीचा दिखाते हैं ऐसे सपनों से अपने को दूर रखो क्योंकि झोला लेकर... Quote Writer 395 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Jun 2023 · 1 min read कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं सिर्फ वे परायण हो चुके हैं दूसरों के आधीन दूसरों के कुकर्म में दूसरों की सभ्यता में और दूसरों के विचारों में सद्कवि... Quote Writer 408 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान समय में संस्कार और सभ्यता मर चुकी है वर्तमान समय में संस्कार और सभ्यता मर चुकी है एक नई सभ्यता उत्पन्न हो चुकी है और वह सभ्यता है खुम्मारी और पैसा इसी से लोग नयी सभ्यता को जन्म... Quote Writer 304 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 12 Jun 2023 · 1 min read जीवन में जब विश्वास मर जाता है तो समझ लीजिए जीवन में जब विश्वास मर जाता है तो समझ लीजिए वही जीवन का खात्मा है जिनका विश्वास जिंदा है वे हमेशा जिंदा रहते हैं सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 435 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 11 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान दौर में सच का रास्ता बहुत मुश्किल है वर्तमान दौर में सच का रास्ता बहुत मुश्किल है क्योंकि इस आसन पर बैठे हुए लोग सिंहासन के अधीन है आज सिंहासन तभी मिलता है जब उनका उन्हें सपोर्ट होता... Quote Writer 184 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 11 Jun 2023 · 1 min read कभी न खत्म होने वाला यह समय कभी न खत्म होने वाला यह समय हम समय को ही अपना गुलाम बना लेते हैं और हम शहंशाह बन जाते हैं हम ही सृष्टि के कर्ता है और हम... Quote Writer 402 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 11 Jun 2023 · 1 min read अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है अपने हुए पराए लाखों जीवन का यही खेल है अपनों के ही खातिर प्यारो यही तो जीवन मेल है सच जब आंखों की पुतली से यारों पार उरती है अपने... Quote Writer 375 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 9 Jun 2023 · 1 min read स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा स्त्री का प्रेम ना किसी का गुलाम है और ना रहेगा पुरुष उसे अपना गुलाम बनाने को हर संभव प्रयास करता है और करता रहेगा यही पुरुष की सबसे बड़ी... Quote Writer 430 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 9 Jun 2023 · 1 min read सत्यता वह खुशबू का पौधा है सत्यता वह खुशबू का पौधा है जिसको आप काट दोगे छांट दोगे फिर भी उसमें खुशबू तो आती ही रहेगी यही सत्यता की पहचान है सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 380 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 3 Jun 2023 · 1 min read मुझे न कुछ कहना है मुझे न कुछ कहना है मुझे ना कुछ करना है इस मरी हुई जनता के लिए व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी ही चाहिए सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 2 513 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 3 Jun 2023 · 1 min read संघर्ष वह हाथ का गुलाम है संघर्ष वह हाथ का गुलाम है जो कभी नहीं रुक सकता सिर्फ मंजिल पाने के लिए हाथ को ही गुलाम बनाना पड़ता है संघर्ष वह हाथ का गुलाम है। सद्कवि... Quote Writer 1 432 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read ऐ वसुत्व अर्ज किया है.... ऐ वसुत्व अर्ज किया है.... वक्त का समन्दर थमने ना देंगे खुशियां लौट जाये ये होने ना देंगे ऐ वसुत्व के रखवाले नर सुरेखात्व को वसुत्व से जुद़ा ना होने... Quote Writer 1 405 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read जीवन में जब संस्कारों का हो जाता है अंत जीवन में जब संस्कारों का हो जाता है अंत बची हुई फिर जीवन रेखा हो जाती अनंत सच जुबानी ही बन जाता जीवन का सन्त चुभने लगती उसकी बातें कर... Quote Writer 1 441 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read दुनिया इश्क की दरिया में बह गई दुनिया इश्क की दरिया में बह गई जनाब सब लुट गया , बिक गया , फिर भी वतन इन रख वालों के नाम रह गया ***नमन पुलवामा वीरों को ***... Quote Writer 1 348 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read ****शिरोमणि**** ****शिरोमणि**** जो टूट पड़ा था मुगलों पर वह वीर शिरोमणि राणा था जिसने रजपूती धरती को अपने लहू से सींचा था वह आन बान और शान के खातिर वनों में... Quote Writer 1 617 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल रणक्षेत्र बना अब, युवा उबाल शासन की हठधर्मिता, नव चाल जागो अधिकारों पर ला दो,फिर ज्वाला सबसे कह दो,युवा , युवा मतवाला ...... सम्मान जब नाक की बाली बन जाए... Quote Writer 1 108 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read ***संशय*** ***संशय*** नदियों के सागर में सागर फिर महासागर में जीवन की सच्चाई मे सच्चाई फिर महासमर में हर बार परीक्षा देती है क्यों नारी की शुचिता में वो मानव भी... Quote Writer 3 466 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु गुरु मांत है गुरु पिता है गुरु गुरु सर्वे गुरु हाथ जोड़ वन्दन करु जग कल्याणम् गुरु गुरु सद्कवि - प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 1 239 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी चित्रकार उठी चिंकारा बनी किस के मन की आवाज बनी वो राग हुआ विराग हुआ किस के जीवन अभिशाप बनी सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 1 515 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read मै अपवाद कवि अभी जीवित हूं मै अपवाद कवि अभी जीवित हूं मानवता ना मरने दूं कहने वाले कहते रहेंगे मैं सत्य सारथि बन के रहूं Quote Writer 1 407 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 1 Jun 2023 · 1 min read मानवता की बलिवेदी पर सत्य नहीं झुकता है यारों मानवता की बलिवेदी पर सत्य नहीं झुकता है यारों त्याग तपस्या के ही बल पर आगे बढ़ते हैं यारों जीवन का यही अर्थ रहा है मुश्किल पर डटते रहना सत्य... Quote Writer 1 360 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read महान् बनना सरल है महान् बनना सरल है मानवीय भाव जिन्दा रखो यही महानता की प्रथम और अंतिम परीक्षा है सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 1 232 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read पारख पूर्ण प्रणेता पारख पूर्ण प्रणेता बीजक सत्य विजेता शून्य शिखर से चली आ रही वो अद्भुत ज्ञान की धारा सच को जीवन बसा रही है वो पारख जीवन धारा आडंबर फैले जा... Quote Writer 2 192 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read कर गमलो से शोभित जिसका कर गमलो से शोभित जिसका भारत शीष हिमालय है गौरव गाथा से स्वर्णिम जिसका अखंड विश्व हिमायत है। सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 1 225 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था M.A वाले बालक ने जब तलवे तलना सीखा था M.Tech वाले बच्चे ने टेक्नीक चलाना सीखा था M.com वाले बालक ने जोड़-तोड़ सिखाया था M.sc वाले बालक तो आत्महत्या करके... Quote Writer 1 339 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है खुले लोकतंत्र में पशु तंत्र ही सबसे बड़ा हथियार है कहने वाले कहते नही सबकी जुबान बंद है कब तक होगा ये सब नहीं शास्वत रहने वाला है आज नहीं... Quote Writer 1 203 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read सितम फिरदौस ना जानो सितम फिरदौस ना जानो रुबाईया यूं ही बन जाती है हकीकत के जमाने को रुसवाईयां मत बन जाने दो प्रेमदास वसु सुरेखा सद्कवि Quote Writer 2 306 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read जीवन का सफ़र कल़म की नोंक पर चलता है जीवन का सफ़र कल़म की नोंक पर चलता है कब कल़म अपवित्रता की निशानी बन जाये । इसे रोको बहरूपिया के नये लोकतंत्र से । सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 3 265 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 24 May 2023 · 1 min read शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है। शक्ति का पूंजी मनुष्य की मनुष्यता में है। तो आइए और अपने आप में वे मानवीय सद्भाव खोजें। सद्कवि प्रेमदास वसु सुरेखा Quote Writer 2 198 Share प्रेमदास वसु सुरेखा 20 May 2023 · 1 min read मैं कौन हूं मैं कौन हूं मेरे जीवन का क्या ध्येय है आओ सोचे आओ मनन करें Quote Writer 2 518 Share