Krishan Singh Tag: ग़ज़ल/गीतिका 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Krishan Singh 13 Mar 2022 · 1 min read मत पूछो दर्द मुझसे मैं कश्मीरी पंडित हूं मत पूछो दर्द मुझसे मैं कश्मीरी पंडित हूं खुद के वतन में ही मारा गया दंडित हूं बेदर्द हवाएं गवाह है घाटी में धोखा खाया हूं बेजुबान खड़ी थी दुनिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 290 Share Krishan Singh 3 Mar 2022 · 1 min read किसी के होंठो की मुस्कान बनो सच कहा है किसी ने, किसी को रुलाकर हंसे तो क्या हंसे। और किसी को उजाड़कर बसे तो क्या बसे।। इसलिए मत बनो किसी की बर्बादी की वजह, अगर बन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 213 Share Krishan Singh 3 Mar 2022 · 1 min read बडा ही शुकून मिलता है बडा ही शुकून मिलता है जब भी पीपल / बरगद की छांव में बैठता हूं, हृदय आनन्द से प्रफुल्लित हो जाता है जब भी अपनों में बैठता हूं ! महकती... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 259 Share Krishan Singh 28 Feb 2022 · 1 min read एक अरसा लगा खुद को संभल कर चलना सिखाने में एक अरसा लगा खुद को संभल कर चलना सिखाने में, और चंद वक़्त लगा ठोकर को मुझे गिराने में ! यूँ हीं नही हाल-ऐ-दिल लिखा जाता, जागतें हैं शायर, अल्फाज़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 8 16 603 Share Krishan Singh 27 Feb 2022 · 1 min read सिर्फ तेरी फिक्र है आज मौसम बहुत हसीन हैं, दिल में बस तेरी ही तस्वीर हैं..... कुछ भी कहे ये दुनिया मुझें, किसी से कोई शिकवा नहीं..... इस दुनिया से सबसे ज्यादा मुझे, सिर्फ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 3 266 Share