कुमारी कोमल 14 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कुमारी कोमल 13 Aug 2025 · 2 min read नमन मेरी जन्मभूमि को नमन, भूमि के अधिकारियों को नहीं। मेरे देश को नमन, देश के सत्ता धारियों को नहीं। देश को आज़ादी दिलाने वाले को नमन, इनके कंधे पर बनने... Hindi · कविता 109 Share कुमारी कोमल 8 Jun 2025 · 1 min read तारीफ़ या उम्मीदें 2.0 यूँ ही मुस्कुराकर , ढक लेती है स्त्री , सभी थकान , अपनी साड़ी के पल्लू से, और हम कहते हैं -- वाह! क्या बात है, "सुपर वुमन!" मगर उस... Hindi · कविता · कोटेशन 141 Share कुमारी कोमल 18 Apr 2025 · 2 min read तारीफ़ या उम्मीदें? लो, कर लिया शब्द ने श्रृंगार, और बनी औरतें शानदार। लगी कुछ विशेष होने की मुहर, सामान्य होना हुआ ज़हर। ताली बजाकर, मंच सजाकर, और थोड़ा बढ़ा-चढ़ाकर, कहा — देखो... Hindi · कविता · कोटेशन · गीत · गीतिका 121 Share कुमारी कोमल 23 Mar 2025 · 1 min read मोमबत्तियां और तस्वीर मोमबत्तियां और तस्वीर उलझन में हूं माँ , कुछ सोचकर नींदे चुरा रही । पर सुकून की तलाश , ना जाने कहाँ ले जा रही । मैं चींखी, चिल्लायी, रोयी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी · कोटेशन · गीत 365 Share कुमारी कोमल 19 May 2024 · 1 min read निश्छल प्रेम के बदले वंचना प्रकृति, मनमोहक है न सदा निश्छलता से स्नेह करती है भयावह रुप भी दिखाती हमारे ही द्वारा किए कार्यों की प्रतिक्रिया के रुप में परंतु दोष इन्हें ही दोगे यही... Poetry Writing Challenge-3 · Poem · Writer · कविता · कोटेशन 1 236 Share कुमारी कोमल 19 May 2024 · 1 min read गौर किया जब तक मौके तलब में थे और हस्ती हंसी में खो गई गौर किया जब तक समा जल चुका था परवाने सोच ना सकें सब धुआं कर आई मैं ~ कुmari कोmal Poetry Writing Challenge-3 · Quote · Writer · कविता · कोटेशन 1 241 Share कुमारी कोमल 19 May 2024 · 1 min read यूं ही कह दिया यूं ही कह दिया शायद सोचना था पर यह समझ की बात ज़हन में आई कहां कभी मौके तलब में थे और हस्ती हंसी में खो गई गौर किया जब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 293 Share कुमारी कोमल 18 May 2024 · 1 min read सफ़र ठहरी नहीं अभी पड़ाव और है मंजिल दूर है राही नेह ठहरे कहीं दिशाओं की हर इल्म खूबसूरत लगे पर अलहदा इस राह की स्नेही मंजर सखी यह वश मे नहीं इसके अदद और है मन... Poetry Writing Challenge-3 · Poem · Quotes · Writer · कविता · कोटेशन 258 Share कुमारी कोमल 18 May 2024 · 1 min read ** लगाव नहीं लगाना सखी ** लगाव नहीं लगाना सखी मैं अभागा कृष्ण के कुल का हूं वह तो ईश्वर थे सह गए मैं मानव जाति का मारा हूं है प्रेम यशोदा मैया से ना छोड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 330 Share कुमारी कोमल 18 May 2024 · 1 min read सफल हुए *** सफल हुए *** विरक्ति मन में चाह बसी प्रिय! इस मनरूपी बंधन तोड़ तुम सफल हुए इसे निश्चलता से भिगोया आपने सागर पाकर भी जो सूखा था उसे सुकून... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 262 Share कुमारी कोमल 15 May 2024 · 1 min read //जीवन आपका और मुकर्रर भी // //जीवन आपका और मुकर्रर भी // हताश नहीं इस बात से कि पोशाक के दायरे बनाए गए हताश इस बात से हूं कि केवल हमारे लिए ही बना दिए गए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कोटेशन 258 Share कुमारी कोमल 15 May 2024 · 1 min read //मैं नहीं// //मैं नहीं// जो हाथ तुमने थामा हैं वह हाथ मेरा है नहीं जिस संग प्रित लगाई तुमने वह प्रेम संगनी मैं नहीं न मैं राधा न रुकमणी तेरे कहानी की... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 202 Share कुमारी कोमल 15 May 2024 · 1 min read # कुछ देर तो ठहर जाओ # कुछ देर तो ठहर जाओ रुका हुआ कुछ मेरे करीब खाली जैसे कोरा पन्ना कैसे करूं मैं यकीन कुछ देर तो ठहर जाओ वह खास पल जो जीना चाहूं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 340 Share कुमारी कोमल 15 May 2024 · 1 min read ** मैं ** ** मैं ** उड़ना भले नहीं आता मंजील की चाह ख़्वाबों की उड़ान मेरी तैरना भले नहीं आता भाई कहता बातों की जहाज मेरी लिखना भले नहीं आता सीखने को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 179 Share