Kumud Srivastava 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read शिव आराधना शिव आराधना सुंदर सत्य सनातन शिव अनुरुपा..🌸🌸 पूजैं विधिवत् शैल सुता स्वरूपा...🙏 जगत के पालनहार है जो सबका करते उद्धार है जो उस सत्य को शीश नवाते हैं सब सद्गुरु... Poetry Writing Challenge-3 76 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read श्री गणेश वंदना लंबोदरम् मोदकम् प्रियम्...🌸🌸🌸 गणनायककम् विघ्नहर्ता गणेश🙏🙏🙏🙏🙏🙏 करबद्ध नमन है मुझे अनाथ का मिटाओ सारे क्लेश....🌻🌻🌻 हुआआगमन आज धरा पर पुलकित हुई सृष्टि चराचर दूर अंधकार हुआ, फैला प्रकाश जगत प्राणी... Poetry Writing Challenge-3 81 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read शुभ प्रभात संदेश शुभ प्रभात संदेश वही धरा है ,वही गगन है🌸🌸 फिर भी मन कुछ आज मगन है...🌼🌼 शुभ प्रभात की बेला है ..🌻🌻🌻 उम्मीदों का मेला है 🌼🌼🌼 विधि ने आज... Poetry Writing Challenge-3 70 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read हृदय तूलिका उन्मुक्त भाव से ह्रदयतूलिका जब कागज़ पर चलती है, सतरंगी अरमानों की ओढ़ चुनर खुशियॉ रंग भरती हैं पिघलतेहैं तब ख्वाब अधूरे सारे, ख्वाहिशों की तपिश में, होता है तब... Poetry Writing Challenge-3 72 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read कलम कलम कलम की मस्ती सबसे सस्ती क्या क्या ये लिख जाती है समय के पन्नों पर चल कर कलम इतिहास लिखजाती है लिखनें का था दिल नहीं पर जब कलम... Poetry Writing Challenge-3 83 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read पृथ्वी दिवस दोहे.. पृथ्वी दिवस पर १. साध संकल्प सिद्धि से, निश्चय करें श्रीमान् पृथ्वी का कम दोहन करें जीवन होगा तबआसान|| २. प्लास्टिक कचरा नकरें धरा को दें जीवन दान वायु... Poetry Writing Challenge-3 61 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read ग्रीष्म दोहे : ग्रीष्म चार माह ग्रीष्म के ,होते हैं घनघोर| लू चले और ताप बढ़े,आंधी मचावे शोर|| आम पुदीना ,बेल,ककड़ी| सत्तू ,शरबत का चलै दौर|| बौर बढ़ अमिया ,आम बने|... Poetry Writing Challenge-3 85 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read शबनम अलंकार पर आधारित "अहसास " ओंस की शबनम से ,मोती मांग में सजते रहे हम लता की ओट से, जब उन्हें तकते रहे लब्ज थे खामोश , पर होठ कुछ... Poetry Writing Challenge-3 50 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read मनोकामनी इक अहसास मनोकामनी साथ🌹 खूबसूरत सी थी छटा महकती मनोकामनी भरपूर फूलों से लदी ,पूरे उन्मादमें सुगंध बिखेरती बरबस अपनी ओर आकर्षित करता चांद आस पास संतरी बन टिमटिमाते तारे... Poetry Writing Challenge-3 69 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read सुप्रभात मुस्कुराती जिंदगी , गीत गाती जिंदगी, गुनगुनाती जिंदगी कुछ सिखाती जिन्दगी कुछ हंसाती जिंदगी कुछ रूलाती जिंदगी कुछ नचाती जिंदगी पर अब सुहाती जिंदगी जिंदगी की बंदगी आज हम सब... Poetry Writing Challenge-3 52 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read मेंहदीं मेंहदीं मैं तो हूं खुश रंग हिना हाथों पर सजाईये हरी हरी चूड़ियों संग सावन तो मनाईये🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏 तोड़ डाली से नाता अपना रस रंग निचोड़ सूनी हथेली सजाती हूं परिणय... Poetry Writing Challenge-3 61 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read मृगनयनी मृगनयनी बंद दरवाजों के झरोंखों से झांकती इक मृगनयनी है जानें कब आयेंगे प्रियतम अंदर से बेचैनी है जानें कौन सी सुखद घड़ी होगी ,जब पिया मिलन की रात होगी,... Poetry Writing Challenge-3 76 Share Kumud Srivastava 18 May 2024 · 1 min read पायल विषय *पायल* गोरी तेरे पांव की पायल झनझन झनकत जाय सुनकर पायल की रूनझुन जिया मोरा ललचाय आज पिया परदेश से आये पायल शोर मचाये पिया मिलन की साक्षी बनकर,... Poetry Writing Challenge-3 1 82 Share Kumud Srivastava 18 May 2024 · 1 min read दीप ऐसा जले तमसो मा ज्योतिर्गमय सद्गमय चले , ज्योर्तिगमये मिले, दीप ऐसा जले, दीप ऐसा जले, दीप ऐसा जले, दीप जले.. संग हो काफिले देश सेवा चले, दीप ऐसा जले.. दीन को... Poetry Writing Challenge-3 1 76 Share Kumud Srivastava 18 May 2024 · 1 min read शेरनी का डर वन्य संरक्षण सप्ताह हेतु रचना 🐘🦏🐪🐫🦒🐃🐂🐂🐄🐖🐎🐑🐏🐐🦌🐈🐕🐇🐿🐁🐊🦈🐆🐅 शेरनी का डर 🐆🐅 हूं तो मैं जंगली की शेरनी रानी, शेर की कहलाती पर एक अनजाना भय से सहमी , चिन्ता गहरी है... Poetry Writing Challenge-3 81 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 2 min read नशा मुक्त अभियान नशा मुक्त समाज अभियान के अंतर्गत मेरी रचनाएं *नशा मुक्त समाज अभियान '* एक संकल्प: "नशा मुक्त समाज हो सारा" यह संकल्प उठाना है, नशा मुक्त अभियान हमें अब घर... Poetry Writing Challenge-3 2 1 99 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read पर्यावरण सम्बन्धी स्लोगन सुविचार🌹🌹 "एकाग्रता, और सकरात्मक ऊर्जा संग दृढ़ संकल्पित कार्य , हमेशा सुखद परिणाम के साथ ही फलीभूत होते हैं" 🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷 पर्यावरण, प्रदूषण, हरियाली, पर स्लोगन प्रदूषण पर प्रतिबंध लगायें, पर्यावरण... Poetry Writing Challenge-3 1 106 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read प्रकृति और मानव प्रकृति का भयावह रूप🌹🌹🌱🌱🎋🎋 घनाक्षरी छंद "प्रकृति मानव संवाद" अब सुन , हे मानव! मत बनना दानव! वरना पछतायेगा! श्वास भी गंवायेगा! दोहन करना छोड़! मुझसे नाता जोड़! श्रृंगार हो... Poetry Writing Challenge-3 104 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read जल का अपव्यय मत करो "जल का अपव्यय मत करो" कविता जल की है हर बूंद कीमती, करिये मत अपव्यय जल का "जल" है हम सबका कल है बिना इसके जीवन तिनका पानीं इक बूँद... Poetry Writing Challenge-3 85 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read बंदिशें बंदिशे (स्वैच्छिक ) बंदिशे काम न आयीं, जमाने की यारों, काफिले प्यार के फिर , राहों में सजने ही लगे, कमबख़त ईश्क उनका, इस कदर परवां चढ़ा, भंवरे कलियों पर... Poetry Writing Challenge-3 130 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read मै नर्मदा हूं मै नर्मदा हूं अमरकंटक नर्मदा कुंड से निकली, मैं रेवा भी कहलाती हूँ, संगमर्मरी धरा संग बहती, जबलपुर में आ धुंआधार बन जाती हूँ, शिव स्वेद से जन्मी, मेखल राजा... Poetry Writing Challenge-3 1 83 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read सज गई अयोध्या सज गई अयोध्या ( गीत, झुलनी में गोरी लागा हमार जिया तर्ज पर) मंदिर बना है निराला अयोध्या वाला ...2 मंदिर में प्रभुराम बिराजे..2मंद मंद मुस्कान से साजे लेकर बाल... Poetry Writing Challenge-3 1 93 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read गंगा मैया ( प्यारा सजा है दरबार ओ अम्बे मईया.. गीत की तर्ज पर ) गंगा गीत🙏🌹 अविरल बहे है तेरी धार हो गंगे मईया... अविरल...२ भागीरथ धरा पे तुझको लाये... पितृ... Poetry Writing Challenge-3 1 103 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read राजनीति और वोट राजनीति और वोट बनना नेता नहीं आसान राजनीति अपनाना पड़ता है, जनता से झूठे वादे संग, विश्वास दिलाना पड़ता है, थोथे खोखले दावों संग, चुनाव मैदान में जाना पड़ता है,... Poetry Writing Challenge-3 1 104 Share Kumud Srivastava 17 May 2024 · 1 min read सज गई अयोध्या सज गई अयोध्या ( गीत, झुलनी में गोरी लागा हमार जिया तर्ज पर) मंदिर बना है निराला अयोध्या वाला ...2 मंदिर में प्रभुराम बिराजे..2मंद मंद मुस्कान से साजे लेकर बाल... 1 79 Share Kumud Srivastava 14 May 2024 · 1 min read सरस्वती वंदना सरस्वती वंदना हे वीणा वादिनीं मां सरस्वती, दया दृष्टि मुझपर कीजै, आई द्वार तुम्हारे मईया संकट काट समृद्धि दीजै। हे वीणा वादिनीं..... छाया है घनघोर अंधेरा, दिखे न मईया रस्ता... Poetry Writing Challenge-3 74 Share Kumud Srivastava 15 Jul 2023 · 1 min read आओ मिल गणतंत्र मनायें, शिव महिमा गणतंत्रदिवस पर मेरी रचना 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 आओ मिल गणतंत्र मनायें जागरूकता की अलख जगायें आओ मिल .... देश प्रेम और देश सेवाका,मिलकर सब कर्तव्य निभायें अमर शहीदों की समाधि पर ,हम... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता 1 357 Share Kumud Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read तिरंगा प्यारा तिरंगा प्यारा मुक्तक🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳 तीन रंग का तिरंगा प्यारा , लहर लहर लहराता है| श्वेत पट्ट पर नील चक्र, निरन्तरता को समझाता है| रंग केसरिया है प्रतीक , त्याग और बलिदान... Poetry Writing Challenge 3 305 Share Kumud Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read राम मन्दिर #मुक्तक,# "राममंदिर" मंदिर बनेगा श्री राम का हो रहा हर्ष अपार, पुरूषोत्तम श्रीराम जी ही करेंगे बेड़ा पार, बिगड़े काज बनायें राम, बोलो जय राजा राम, अवध नरेश विराजेंगे, अब... Poetry Writing Challenge 2 1 267 Share Kumud Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read वंदना वंदना भुजंग प्रयात विधान:: चार चरण यगण कुल १२वर्ण 122 122 122 122 दो दो चरण समतुकांत कहे आज सीते सुनो तो बिहारी| रही राम मैं तो सदा से पुजारी||... Poetry Writing Challenge 2 1 243 Share Kumud Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read प्रेम, प्रीत (प्रेम🌹प्रीत का) रुप🌹🌹( समीक्षार्थ) बदला मोह को प्रेम में ,राधे को समझाई प्रीत| रास रचाने बरसाना, चले द्वारिकाधीश|| प्रेम ही जग में समाया ,यह ईश की माया | मोहपाश में... Poetry Writing Challenge 2 1 202 Share Kumud Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read वर्तमान और भविष्य कविता वर्तमान क्या है , ध्यान मत दीजिए| "भविष्य कैसा होगा" इसे अमल कीजिए|| पूंजी का निवेश हो, स्वच्छ परिवेश हो| देश की तरक्की में योगदान दीजिए|| नारी का उत्थान... Poetry Writing Challenge 2 1 125 Share Kumud Srivastava 11 Jun 2023 · 1 min read तुझ संग प्रीत "तुझ संग प्रीत"( गीत समीक्षार्थ) (नायिका) एक प्रीत जगाई थी मन में.. जब ऑख मिलाई थी मन में... तब लगन लगाई थी मन में.. थोड़ा अकुलाई थी मन में..... तेरे... Poetry Writing Challenge 1 1 178 Share Kumud Srivastava 7 Jun 2023 · 1 min read कश्ती कश्ती इक ख्वाब सजाये हैं दिल नें मेरे, उसको बतलाना मुश्किल है, ये नाव भंवर में ही डोल रही, इसे पार लगाना मुश्किल है, कश्ती फंसी भंवर अब तो मोहन,... Poetry Writing Challenge 1 250 Share Kumud Srivastava 22 May 2023 · 1 min read मेहनत मेहनत थी वह अपनी ही धुन में मगन लगी थी उसमें कुछ ऐसी लगन परवाह न थी उसे जेठ की तपन सर पर बोझ लिये वो चंचल चितवन यौवन बिन... Poetry Writing Challenge 1 240 Share Kumud Srivastava 22 May 2023 · 1 min read कोरोना भविष्य का विश्व और" विश्व गुरू भारत" "नमस्कार " हाथ जोड़ अभिवादन भारत की परम्परा, जिसे विश्व अपना रहा| सारा विश्व महामारी प्रकोप से , बीमार सा कराह रहा| ऐसे... Poetry Writing Challenge 1 1 249 Share Kumud Srivastava 21 May 2023 · 1 min read नशा मुक्त समाज नशा मुक्त समाज विश्व तम्बाकू निषेध दिवस न नशा करूँगा/ करुंगी न नशा करनें दूंगा/ दूंगी नशा मुक्त भारत अभियान के तहत मेरी रचना (पत्नी पति को नशा न करनें... Poetry Writing Challenge 2 2 135 Share Kumud Srivastava 21 May 2023 · 1 min read सुविचार सुविचार🌹🌹 "एकाग्रता, और सकरात्मक ऊर्जा संग दृढ़ संकल्पित कार्य , हमेशा सुखद परिणाम के साथ ही फलीभूत होते हैं" 🪷🪷🪷🪷🪷🪷🪷 पर्यावरण, प्रदूषण, हरियाली, पर स्लोगन प्रदूषण पर प्रतिबंध लगायें, पर्यावरण... Poetry Writing Challenge 1 185 Share Kumud Srivastava 21 May 2023 · 1 min read आईना घनाक्षरी३१ वर्ण मनहरण छंद १६,१५ पर यति आईना 🌹 सत्य पहचान कर झूठ का निदान कर , ज्ञान का प्रकाश कर आईना दिखाईये | राग द्वेष त्याग कर जमीं धूल... Poetry Writing Challenge 2 118 Share Kumud Srivastava 21 May 2023 · 1 min read किसान की तैयारी किसान की तैयारी 🚩🚩 गांव का किसान , वर्षा के आनें का इंतजार करता हुआ .... अबकी बरसा आई है , इक नई आस जगाई है , धान की लगी... Poetry Writing Challenge 1 265 Share Kumud Srivastava 21 May 2023 · 1 min read राम की महिमा कीर्ति छंद वार्णिक विधान: तीन सगण एक गुरू 112 112 112 2 बसते हिय राम पियारे| मनवा नित राम पुकारे|| अब नाथमम् दर्श दिखा दो| भवसागर पार लगा दो|| सियराम... Poetry Writing Challenge 1 123 Share Kumud Srivastava 20 May 2023 · 1 min read नित्य करते जो व्यायाम , नित्य करते जो व्यायाम , सफलता का चढ़ आयाम , स्फूर्ति और जोश भर , तन योग से निरोग कर, स्वस्थ तन बनाईये , रोग दूर भगाईये , Quote Writer 285 Share Kumud Srivastava 20 May 2023 · 1 min read योग दिवस विद्यालय से सीखा हमनें रोग को दूर भगाना है योग हमें अपनाना है , योग की हर मुद्रायें कर तन मन स्वस्थ बनायेंगे , स्वस्थ शरीर और चुस्त दिमाग से,... Poetry Writing Challenge 186 Share Kumud Srivastava 20 May 2023 · 1 min read जुगुनूओं की कोशिशें कामयाब अब हो रही, जुगुनूओं की कोशिशें कामयाब अब हो रही, अंधेरे का गुरूर उनकी रोशनीं धो रही, 😊😊😊 Quote Writer 1 255 Share Kumud Srivastava 20 May 2023 · 1 min read 1... 1... .''वफा.'' ख्वाहिशों के समुन्दर में गोते लगाते रहिए...... ग़म को सीने में दफ़नकर... मुस्कुराते रहिए....... अगर है किसी से सच्ची मुहब्बत.... तो गीत वफ़ाके गुनगुनाते रहिए.... 2.''..गुरुर''' .....मेरा गुरुर... Quote Writer 255 Share Kumud Srivastava 20 May 2023 · 1 min read असतो मा ज्योतिर्गमय असतो मा सद्गमय् तमसो मा ज्योर्तिगमय् आज का विषय हे दयानिधि ,करूणा निधान् विपदा हर मेरी,करो कल्यान्|| सत्य भ्रमित है ,लोभ बढ़ रहा अज्ञानीं मैंप्रभु,पाप गढ़ रहा|| नहीं सत्य का... Poetry Writing Challenge 302 Share Kumud Srivastava 20 May 2023 · 1 min read ग्रीष्म ( दोहे) दोहे : ग्रीष्म चार माह ग्रीष्म के ,होते हैं घनघोर| लू चले और ताप बढ़े,आंधी मचावे शोर|| आम पुदीना ,बेल,ककड़ी| सत्तू ,शरबत का चलै दौर|| बौर बढ़ अमिया ,आम बने|... Poetry Writing Challenge 200 Share Kumud Srivastava 20 May 2023 · 1 min read कुमुद के दोहे करता है अटखेलियां, भ्रमर कली के संग | फूल कली के साथ, फैले मधुर सुगंध|| हिय के उपवन में प्रभो,बनकर रहो समीर| माली बनके कर विनय,मन भी पाए धीर|| पावन... Poetry Writing Challenge 221 Share Kumud Srivastava 18 May 2023 · 1 min read माखन मिश्री माखन🌹 माखन मिश्री की डली, नंदलाला को भाय छींको अति ऊपर लग्यो गोपाला पहुंच न पाय, माखन नहीं मैं खायो विनती सुन मईया मोरी, बरबस ग्वाल बाल लगायो मुंख मा... Poetry Writing Challenge 141 Share Kumud Srivastava 16 May 2023 · 1 min read हिंद के सैनिक सैनिक:: विधा पिरामिड मैं इक सजग प्रहरी हूं देश रक्षक हिंद सैनिक हूं है दृढ़ संकल्प देश रक्षा खातिर खाक मुझे मिल जाना है मेरा तिरंगा तीन रंगों वाला लहर... Poetry Writing Challenge 214 Share Page 1 Next