Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) Tag: दोहा 18 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 14 Dec 2019 · 1 min read पत्थर के भगवान !! पत्थर के भगवान !! दफ्तर,थाने, कोर्ट सब, देते उनका साथ ! नियम-कायदे भूलकर, गर्म करे जो हाथ !! कृष्ण मोहम्मद सा दिखे, ग़ालिब दिखे कबीर ! दो बातों से देखना,... Hindi · दोहा 2 3 533 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 9 Dec 2019 · 1 min read कब बदलेंगे ढंग !! जैसे ही मैंने कहे, सत्य भरे दो बोल ! झपटे झूठे भेड़िये, अपनी बाहें खोल !! चूहे बनकर जी रहे, हम बिल्ली के संग ! कब बदलेगी सोच ये, कब... Hindi · दोहा 437 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 7 Dec 2019 · 1 min read लुटती जाए द्रौपदी (1) नहीं सुरक्षित बेटियां, होती रोज शिकार! घर-गलियां बाज़ार हो, या संसद का द्वार !! (2) सजा कड़ी यूं दीजिये, काँप उठे शैतान ! न्याय पीड़िता को मिले, ऐसे रचो... Hindi · दोहा 419 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 30 Nov 2019 · 1 min read सिसक रही हैं बेटियां, हैवानों के हाथ !! सिसक रही हैं बेटियां, ले परदे की ओट ! गलती करे समाज है, मढ़ते उस पर खोट !! खेले कैसे तितलियाँ, अब बगिया के साथ !... Hindi · दोहा 3 271 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 30 Nov 2019 · 1 min read बेला आधी रात ! डाक्टर प्रियंका रेड्डी ने कल रात अपने घर फोन करके बताया कि उनकी स्कूटी शमसाबाद, हैदराबाद में पंक्चर हो गई है... यह क्षेत्र अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र है... वह घबराई हुईं... Hindi · दोहा 3 520 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 29 Nov 2019 · 1 min read मसल रहे हैवान महक उठे कैसे भला, बेला आधी रात ! मसल रहे हैवान जो, पल-पल उसका गात !! ✍ सत्यवान सौरभ Hindi · दोहा 3 328 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 28 Nov 2019 · 1 min read बिखर गए सब मेल ! भुला दिए सब वायदे, बिखर गए सब मेल ! औरों की छत जा चढ़ी, छोड़ पेड़ को बेल !! झेलेगी कब तक भला, नाव भँवर मँझदार ! नौसिखिया मल्लाह है,... Hindi · दोहा 5 3 243 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 28 Nov 2019 · 1 min read बदल गए सब खेल मेरे मन की वेदना, विपुल रत्न अनमोल ! पाकर इसको मैं सका, शब्द सीपियाँ खोल !! बदले आज मुहावरे, बदल गए सब खेल ! सांप-नेवले कर रहें, आपस में अब... Hindi · दोहा 5 3 362 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 27 Nov 2019 · 1 min read सिसक रही है चिट्ठियां सिसक रही है चिट्ठियां, छुप-छुपकर साहेब ! जब से चैटिंग ने भरा, मन में झूठ फ़रेब !! भँवर सभी जो भूलकर, ले ताकत पहचान ! पार करे मँझदार वो, सपनों... Hindi · दोहा 5 3 426 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 27 Nov 2019 · 1 min read सपनों के जलयान नई पौध ने कर दिया, खाली-खाली बाग़ ! टहनी में दिखता नहीं, टहनी से अनुराग !! लहरों को बहका रहे, रोज नए तूफ़ान ! खड़े किनारे डूबते, सपनों के जलयान... Hindi · दोहा 5 3 547 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 27 Nov 2019 · 1 min read कौन करें मंजूर !! सौरभ डीसी रेट से, रिश्तों के अनुबंध ! मतलब पूरा जो हुआ, टूट गए सम्बन्ध !!! सुन मेरी दो पंक्तियाँ, हो जाते सब दूर ! दर्पण -सी बातें यहाँ, कौन... Hindi · दोहा 8 5 416 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 27 Nov 2019 · 1 min read हवा बिके बाजार !! धूप नहीं, छाया नहीं, सूखे जल भंडार ! साँसे गिरवी हो गई, हवा बिके बाजार !! पतियों से मत पूछिए, सौरभ दिल का हाल ! सास-बहू की रार है, उनके... Hindi · दोहा 7 5 253 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 27 Nov 2019 · 1 min read सरहद पर जांबाज़ सबको अपनी ही पड़ी, आम कहे या खास ! लाठी मिलकर साँप से, रचा रही है रास !! सरहद पर जांबाज़ जब, जागे सारी रात ! सो पाते हम चैन... Hindi · दोहा 10 7 309 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 27 Nov 2019 · 1 min read दो-दो हिन्दुस्तान !! आधा भूखा है मरे, आध चखे पकवान ! एक देश में देखिये, दो-दो हिन्दुस्तान !! नेताजी को शह मिले, जनता खाये मात ! राजनीति में है मचा, ये कैसा उत्पात... Hindi · दोहा 10 8 415 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 27 Nov 2019 · 1 min read मन दर्जी जब से पैसा हो गया, संबंधों की माप ! मन दर्जी करने लगा, बस खाली आलाप !! अपराधी सब छूटते, तोड़े सभी विधान ! निर्दोषी है जेल में, रो रहा... Hindi · दोहा 10 8 485 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 27 Nov 2019 · 1 min read खुशियों की सौगात !! पाई-पाई जोड़ता, पिता यहाँ दिन रात ! देता हैं औलाद को, खुशियों की सौगात !! माँ बच्चो की पीर को, समझे अपनी पीर ! सिर्फ इसी के पास है, ऐसी... Hindi · दोहा 10 9 591 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 26 Nov 2019 · 1 min read रोता कहीं कबीर !! रोता कहीं कबीर !! कविता आनंददायिनी, लेती मन को जीत ! मानो कोयल गा रही, कोई मीठा गीत !! कविता कंगन बोल है, पायल की झंकार ! सच में दुल्हन-सी... Hindi · दोहा 11 9 303 Share Satywan Saurabh ( सत्यवान सौरभ ) 26 Nov 2019 · 1 min read बचपन के वो गीत ! बचपन के वो गीत ! स्याही-कलम-दवात से, सजने थे जो हाथ ! कूड़ा-करकट बीनते, नाप रहें फुटपाथ !! बैठे-बैठे जब कभी, आता बचपन याद ! मन चंचल करने लगे, परियों... Hindi · दोहा 12 10 408 Share