कविता झा ‘गीत’ 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid कविता झा ‘गीत’ 3 Feb 2021 · 1 min read जब तुम मिलोगे प्रिय! कैसे भर नयन उठा तुझे देखूँगी, संकोच से हृदय भार कैसे सम्भालूँगी, इन अश्रुओं से तेरे पाँव पखारूँगी, अपने स्पंदन को कैसे रोक पाऊँगी, जब तुम मिलोगे प्रिय! तेरा बाट... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 30 56 755 Share कविता झा ‘गीत’ 26 Jan 2021 · 1 min read मेरा भारत महान?? देश मेरे! तू मेरी जान मेरे माथे की तिलक मेरे मन का स्वाभिमान मेरे सर का पग उस से जुड़ी शान भारत गणतंत्र महान पावन यज्ञ समान तिरंगा है जिसकी... Hindi · कविता 1 498 Share कविता झा ‘गीत’ 20 Jan 2021 · 1 min read ठूँठा पेड़ (बुज़ुर्ग पिता) सड़क के किनारे खड़ा ठूँठा पेड़ आते जाते सब को देखता रहता जीवन से ना-उम्मीद, दिशा हीन चुप-चाप खड़ा रहता वो ठूँठा पेड़। किसी ने लात मार ठुकराया उसे तो... Hindi · कविता 7 7 707 Share कविता झा ‘गीत’ 15 Jan 2021 · 1 min read हाँ मैं किसान हूँ। मुख की मीठी रोटी हूँ, जीवन का आधार हूँ, हाँ मैं किसान हूँ। भूखे रहकर सींचता, रक्त से खेत हल जोतता, भले ख़ाली हो पेट जिस पर चले राजनीति की... Hindi · कविता 12 6 843 Share कविता झा ‘गीत’ 11 Jan 2021 · 1 min read कोरोना है जिसका नाम। शक्ल है ना कोई, धुंधली है पहचान मौत के रूप में आ रहा अज़ीब मेहमान अब तो सम्भल जाओ, ना बनो नादान हल्के में मत लो, कोरोना है जिसका नाम।... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 41 70 1k Share