मनोज कर्ण Tag: गीत 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मनोज कर्ण 30 Dec 2024 · 1 min read आलस्य का क्यों पीता जहर समय बहुत बलवान है, इसकी महत्ता, हम समझेंगे कब.. तन मन के लिए, यदि बिस्तर बड़ा, तो आलस्यपन को, हम छोड़ेंगे कब.. सूरज उगा पूर्व ,पीला चाँद सा, फिर नारंगी... Hindi · आलस्य · आलस्य का क्यों पीता जहर · कविता · गीत 3 620 Share मनोज कर्ण 7 Jan 2024 · 1 min read धर्म की खूंटी धर्म की खूंटी ~~°~~°~~° धर्म की खूंटी पकड़ लो, अधर्म पास नहीं आयेगा। सोच ले तू नेक बंदे, क्या साथ तेरे जायेगा। पंचेन्द्रियों के जाल में फंसकर, दर-दर भटकता तेरा... Hindi · कविता · गीत · भजन 3 5 584 Share मनोज कर्ण 9 Jul 2023 · 1 min read हिन्दू जागरण गीत हिन्दू जागरण गीत ~~°~~°~~° उठो हिन्दू ,जगो हिन्दू , नहीं तो फिर मिटो हिन्दू। कर्म अपना तुम भूलो मत, पढो़ गीता कहो हिन्दू। रामायण की वो मर्यादा, जनजीवन में रहे... Hindi · कविता · गीत 5 1k Share मनोज कर्ण 30 Apr 2023 · 1 min read मूकनायक मूकनायक बनकर कोई चल पड़ा है... ~~°~~°~~° मूकनायक बनकर कोई चल पड़ा है, मूकदर्शक अब हमें रहना नहीं है.... सोचने का समय नहीं है, घर से निकलो, मार्गदर्शक बनना है... Hindi · कविता · गीत · मूकनायक 7 1k Share मनोज कर्ण 18 Feb 2023 · 1 min read शिव स्तुति शिव स्तुति ~~°~~°~~° माया के जंजाल से, शिव हमें तुम मुक्त कर दे । राग से वैराग्य करके, शिवत्व का वरदान दे दे। क्रोधाग्नि में जलूँ क्यों मैं, कामरिपु विषहार... Hindi · कविता · गीत · महाशिवरात्रि · शिव स्तुति 8 4 1k Share मनोज कर्ण 11 Jan 2023 · 1 min read जाति जनगणना जाति जनगणना ~~°~~°~~° जाति गिनु , थाती गिनु , करु ने अप्पन जोगार यौ। अंगरेजक नीति अपनाउ, बचाबु अप्पन सरकार यौ। जाति गिन गिन नेता खुश अई, आयत फेर आरक्षण... Maithili · कविता · गीत · जाति जनगणना · मैथिली कविता 2 2 563 Share मनोज कर्ण 8 Jan 2023 · 1 min read कहाँ गया रोजगार...? कहाँ गया रोजगार...? ~~°~~°~~° कहाँ गया रोजगार...? खत्म हुआ रोजगार...! बीए बीकाॅम एमए पढकर , होगा न अब चमत्कार। चला गया रोजगार...! ड्राईवर प्लंबर वेल्डर फीटर , सीखा न कोई... Hindi · कविता · कहाँ गया रोजगार · गीत 3 2 384 Share मनोज कर्ण 3 Jan 2023 · 1 min read भ्राता हो तुझ सा बलराम... भ्राता हो तुझ सा बलराम... ~~°~~°~~° सप्तमपुत्र देवकी नंदन , रोहिणी सुत बल असुरनिकंदन । सुभद्रा कृष्ण संग बसे पूरी धाम , भ्राता हो तुझ सा बलराम । शेषावतार कहें... Hindi · कविता · गीत · भ्राता हो तुझ सा बलराम 3 845 Share मनोज कर्ण 31 Dec 2022 · 1 min read हार फिर होती नहीं... हार फिर होती नहीं... ~~°~~°~~° मन ठान ले यदि जीत है , तो हार फिर होती नहीं... सोचता है मन यदि , पर्वत शिखर की ऊचाईयाँ। यदि देखता समुन्दर निकट... Hindi · कविता · गीत · हार फिर होती नहीं 3 1k Share मनोज कर्ण 9 Dec 2022 · 1 min read कान्हा हम बिसरब नहिं... कान्हा हम बिसरब नाहि, (मैथिली गीत) ~~°~~°~~° कान्हा हम बिसरब नाहि , ऊधो, कान्हा हम बिसरब नाहि। मधुर मिलन रस कान्हा देलक , ओकर मोल अनमोल । ब्रह्मज्ञान अपनहिं संगि... Maithili · गीत · मैथिली गीत · मैथिली भजन 4 514 Share मनोज कर्ण 7 Dec 2022 · 2 min read कहियो तऽ भेटब(भगवती गीत) कहियो तऽ भेटब (मैथिली भगवती गीत) ~~°~~°~~° कखन अहां मिलब , कहियो तऽ भेटब। शरण में जेऽ आयल छी तऽ, कृपा तऽ करब। निशि दिन हम ध्यान धरै छी ,... Maithili · कहियो तऽ भेटब · गीत · मैथिली गीत · मैथिली भगवती गीत 4 953 Share मनोज कर्ण 23 Nov 2022 · 1 min read माँ की यादें... माँ की यादें... ~~°~~°~~° क्यूँ,रुख़सत हुई, माँ "तेरी यादें , यादों में फिर से समाओ ना। दिल करता रो-रोकर फरियादें , माँ,पास फिर से तो आओ ना... बीता पल उन... Hindi · कविता · गीत · माँ की यादें 6 780 Share मनोज कर्ण 11 Nov 2022 · 1 min read कला कला ~~°~~°~~° कला बिना जग सूना लागे , मानव,पूंछहीन पशु के है समान , ज्ञान यदि पहचान दिलाता , कला ही है जो देता सम्मान। कला से विकृति को ढक... Hindi · Art · Daily Writing Challenge · कला · कविता · गीत 6 8 693 Share मनोज कर्ण 10 Nov 2022 · 1 min read त्याग त्याग ~~°~~°~~° कर्म तो कभी तज सकते नहीं, कर्मफल का त्याग करो बंदे । अंतकाल राम मुख आवत नाहिं , पहले से राम जपो बंदे... इच्छाएँ अनंत,तेरे वश में नहीं... Hindi · Daily Writing Challenge · कविता · गीत · त्याग 6 2 527 Share मनोज कर्ण 6 Nov 2022 · 1 min read आईना_रब का आईना_रब का ~~°~~°~~° प्रकृति के आंगन में झाँको , आईना रब का भी लगा है। दिखाई बस उसको ही पड़ता , मैल जिसके मन का धुला है.. प्रकृति के आंगन... Hindi · Daily Writing Challenge · Mirror · आईना · कविता · गीत 7 6 699 Share मनोज कर्ण 25 Oct 2022 · 1 min read शिव स्तुति शिव स्तुति ~~°~~°~~° है ठान लो मन में यदि तो, हलाहल भी अमृत बन जाए। यदि मान लो शिव को गुरु , मन का अंधेरा मिट ही जाए। महिमा अलौकिक... Hindi · गीत 9 8 603 Share मनोज कर्ण 19 Aug 2022 · 1 min read हमरा अप्पन निज धाम चाही... हमरा अप्पन निज धाम चाही... ~~°~~°~~° हमरा अप्पन निज धाम चाही , हमरा अप्पन निज गाम चाही , जनकसुता केऽ ई पुण्यभूमि में , एतऽ हमरा अपन पहचान चाही। हमरा... Maithili · कविता · गीत 3 2 885 Share मनोज कर्ण 24 Apr 2022 · 1 min read पिता की व्यथा पिता की व्यथा ~~°~~°~~° जब पड़ी हो मार जग में,अपने ही हित को साधने , क्या कोई नचिकेता खड़ा होगा,फिर से यम के सामने। जब पिता पुत्र की राहें अलग,तन्हा... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · गीत 13 22 1k Share मनोज कर्ण 27 Mar 2022 · 1 min read निर्गुण सगुण भेद..? निर्गुण सगुण भेद..? ~°~°~°~°~ जब चक्षु विकल हो सकल प्रेम को... तब निर्गुण सगुण भेद मिट जाता है। निराकार जब साकार ब्रह्म, बनकर प्रियतम छा जाता है। ऊर्जा का संचार... Hindi · गीत 5 2 763 Share मनोज कर्ण 19 Mar 2022 · 1 min read हे ! धरती गगन केऽ स्वामी... हे ! धरती गगन केऽ स्वामी... (मैथिली भजन) ~~°~~°~~° हे ! धरती गगन केऽ स्वामी , हमरा आसरा अहीं केऽ । आठो पहर जपै छी , सेवक छी हम अहीं... Maithili · गीत 3 4 736 Share मनोज कर्ण 20 Feb 2022 · 2 min read ओ माँ... ओ माँ... ~~°~~°~~° ओ माँ... आज गोबर थापती तेरी तस्वीर, पुरानी याद आ गयी। आँख भर आयी,वो पुराने पल यादकर, मेरे तकदीर की तदबीर थी तू। अब वो तेरी रूहानी,... Hindi · गीत 6 8 633 Share मनोज कर्ण 28 Nov 2021 · 5 min read श्रीराम गाथा श्रीराम गाथा ~~~~~~~~~ कई युग आए और चले गए , श्रीराम प्रभु सा,कोई हुआ नहीं । होते हैं वीर महान पुरुष , पर अन्तर्मन कोई छुआ नहीं । धन्य अयोध्या... Hindi · गीत 17 16 5k Share मनोज कर्ण 24 Sep 2021 · 1 min read तेरा धुन प्रभु जब सुनता हूँ... तेरा धुन प्रभु जब सुनता हूँ... तेरा धुन प्रभु जब सुनता हूँ... मन विकल-विकल हो उठता है। पाता हूँ खुद को पिंजरे में, तन आकुल व्यग्र हो उठता है। तेरा... Hindi · गीत 2 694 Share मनोज कर्ण 6 Sep 2021 · 2 min read जय जगजननी ! मातु भवानी(भगवती गीत) जय जगजननी ! मातु भवानी... (भगवती गीत) जय जगजननी! मातु भवानी, दया करु माँ कृपा करु, लियऽ हमरा अपन शरण में, आब नै सोच विचार करु। जन्म-जन्म कऽ पाप हरु... Hindi · गीत 10 20 2k Share मनोज कर्ण 27 Jun 2021 · 1 min read अपलक निहारूं तुझे... अपलक निहारूं तुझे, दिल में सजा लूँ तुझे, एक बार तो सन्मुख आओ कान्हा ! पलकों में बिठा लूँ तूझे। एक बार तो सन्मुख आओ कान्हा ! पलकों में बिठा... Hindi · गीत 5 6 856 Share