KAPIL JAIN Tag: कविता 8 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid KAPIL JAIN 20 Dec 2016 · 1 min read ऐ मंज़िल अब तो आ... ऐ मंज़िल अब तो आ.. थक गए राह चलते चलते लड़खड़ाते हैं अब कदम, पैर हो गए है लहू लुहान । आँखों में भर आये आंसू, हकलाई हकलाई सी है... Hindi · कविता 1 411 Share KAPIL JAIN 2 Dec 2016 · 1 min read ऐ वक़्त फिर लौट आओ तुम... हो जाओ खुद मुझ जैसा, या अपना-सा बनाओ तुम। मिटाओ अधूरी ज़िन्दगी को, या मुकम्मल कर जाओ तुम। मुश्किल है अकेले चलना, गिराओ या थोड़ा संभलाओ तुम। बन जाओ आदत... Hindi · कविता 407 Share KAPIL JAIN 30 Nov 2016 · 1 min read एक बार बता तो आखिर बात क्या है ? एक बार बता तो आखिर बात क्या है ? खफा होना तो हक़ है तेरा, मगर ये बेवजह बेरुखी कि बुनियाद क्या है ? एक बार बता तो आखिर बात... Hindi · कविता 469 Share KAPIL JAIN 27 Nov 2016 · 1 min read खामोश क्यूँ है तू,कुछ तो जवाब दे... मुद्दतों के इंतज़ार का,मुझे कुछ तो खिताब दे. खामोश क्यूँ है तू,कुछ तो जवाब दे । त्योहारों का क्या करूं?? गमोखुशी तो मेरी तुझसे है, ला आज मेरे हर दर्द... Hindi · कविता 467 Share KAPIL JAIN 25 Nov 2016 · 1 min read रोम रोम में बेचैनी और आँखों में आँसू लायी. आज फिर तेरी याद आई-२ रोम रोम में बेचैनी और आँखों में आँसू लाई, आज फिर तेरी याद आई-२ !! देखता हूँ राह घर आँगन में, न जाने कब आओगी... Hindi · कविता 584 Share KAPIL JAIN 14 Nov 2016 · 1 min read लिखदूं कुछ अलफ़ाज़ में यूँ जो पढे तू मेरी हो जाए । लिखदूं कुछ अलफ़ाज़ में यूँ जो पढे तू मेरी हो जाए । तनहा दुनिया से बेफिक्र हो रख काँधे सर तू सो जाए । लिखदूं कुछ अलफ़ाज़ में यूँ जो... Hindi · कविता 569 Share KAPIL JAIN 7 Nov 2016 · 1 min read जरुरी नही हर बात कहें,कुछ दर्द छुपे ही रहने दो... जरुरी नही हर बात कहें कुछ दर्द छुपे ही रहने दो लबो को न दो तकलीफ मेरे कुछ ख़ामोशी को कहने दो जरुरी नही हर बात कहें कुछ दर्द छुपे... Hindi · कविता 388 Share KAPIL JAIN 6 Nov 2016 · 1 min read कौन यहाँ दूध का धुला है बता दो । ताउमर गर साथ चलो रास्ते मुश्किलात भरे करो आज ही फैसला और मुझको बता दो । अपाहिज सी रेंगती है ज़िन्दगी बगैर तेरे जरा तुम हाथ लगवाओ, चला दो ।... Hindi · कविता 1k Share