kalipad prasad 82 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid kalipad prasad 26 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ अचेत अवोध शिशु को, तू सीने से लगाया माँ बड़ा किया उसको सींचकर, अपने खून से तू माँ |1| सब सोते रहे, तू जागती रही, गुनुनाकर, लोरी सुनाकर प्यार... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 23 497 Share kalipad prasad 4 Sep 2018 · 1 min read जगत में क्यों सदा तनहा रहा हूँ ? जगत में बारहा आता रहा हूँ खुदा का मैं बहुत प्यारा रहा हूँ | वफ़ा में प्यार मैं करता रहा हूँ निभाया प्यार मैं सच्चा रहा हूँ | मिले मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 372 Share kalipad prasad 20 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल रूठा रूठा रहता है जानम, कुछ बात बताये तो हम उसे (उन्हें)मनाये कैसे, साजन पास कभी आये तो | है अभिमानी ताकत के मद में, करता केवल मन का धैर्य... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 297 Share kalipad prasad 5 Jun 2018 · 1 min read ग़ज़ल इन्तिखाबों में फैसला क्या है देर करने में’ फायदा क्या है | शत्रु नादान बोलते क्या है उनका’ महफूज़ मशवरा क्या है ? देर क्यों है चुनाव राज्यों में घोषणा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 333 Share kalipad prasad 5 May 2018 · 1 min read ग़ज़ल जान लो पत्थर में’ होती जान है कंकड़ों में दीखते भगवान है | ईँट पत्थर जोड़कर बनता भवन जिंदगी में आदमी सामान है | हो गया पत्थर सभी मानव यहाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 290 Share kalipad prasad 12 Apr 2018 · 2 min read कविता आरक्षण – एक भष्मासुर आरक्षण एक भष्मासुर है जिनलोगों ने इसकी सृष्टि की शिव जी की भांति वही आज उससे बचने के लिए इधर उधर भाग रहे हैं, अपने कर्मों... Hindi · कविता 544 Share kalipad prasad 17 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल यह खुश नसीबी’ ही थी’, कि तुमसे जिगर मिले हूराने’ ख़ुल्द जैसे’ मुझे हमसफ़र मिले | किस्मत कभी कभी ही’ पलटती है’ अपनी’ रुख डर्बी के ढेर में तेरे जैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 301 Share kalipad prasad 14 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल जिंदगी में काम कुछ हो नाम के बज्मे नाज़े चूमा’ लूँ मैं जाम के | आँखों’ से आखें मिली, दिल खो गया याद कुछ है तो, तुम्हारे नाम के |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 541 Share kalipad prasad 12 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल कभी तेरी भी’ चाहत हो, मिले आ जाये’ है मुझसे नज़ाकत से उठे घूँघट, तू’ शर्मा जाये’ है मुझसे | तकाज़ा-ए-निगह तेरी, पकड में हो मेरी जब भी पशेमां और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 325 Share kalipad prasad 9 Jan 2018 · 1 min read ग़ज़ल (१) राजा’ मंत्री हुआ करे कोई जनता’ से तो वफ़ा करे कोई | बात सबको खरी खरी बोलूँ द्वेष हो तो जला करे कोई | दिल्लगी तो कभी नहीं करता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 455 Share kalipad prasad 16 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल बिल्ली चूहे का’ खेल, दिखाना कहे जिसे नेता प्रजा के’ बीच, तमाशा कहे जिसे | वादा किया था’ तुमने’ मिलेंगे यहीं सदा लंबा है’ इंतज़ार, तमन्ना कहे जिसे | दर्दे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 251 Share kalipad prasad 9 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल निर्दयी कंस सा’ दानव कोई मामा न हुआ सच यही बात कि उस सा कोई पैदा न हुआ | रोज़ ही हादसा’ क्यों हो रहा’ है रेल में’ अब रेल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 230 Share kalipad prasad 8 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल सब बताये न हुई इनको’ तसल्ली न सही दोस्त तो और बहुत, पर दिली’ वो भी न सही | जिंदगी काट ली’ है सुख से’ सफलतापूर्वक दोस्त! तुम सा सभी’... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 295 Share kalipad prasad 7 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल प्यार से माँ की वो’ लोरी गुन्गुनानी फिर कहाँ राज कन्या राज रानी की कहानी फिर कहाँ ? तुम ही’ लायी थी बहारें जिंदगी में दिलरुबा तुम चली जब से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 302 Share kalipad prasad 6 Dec 2017 · 1 min read ग़ज़ल तारीफ़ से हबीब कभी तर नहीं हूँ’ मैं मुहताज़ के लिए कभी’ पत्थर नहीं हूँ’ मैं | वादा किया किसी से’ निभाया उसे जरूर इस बात रहनुमा से’ तो’ बदतर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 254 Share kalipad prasad 22 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल तारीफ़ क्या करूँ तेरी आखों की नूर की देदिप्त अंग अंग है’ सुरलोक हूर की | वो नूर और ओज, सभी दिव्य देव के राजा या’ रंक चाह है’ दैविक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 310 Share kalipad prasad 19 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल प्यार की राह तो’ दुश्वार है’ आसां होना आशिकों, ये भी’ मयस्सर नहीं’ यजदां होना | आज इंसान की’ किस्मत है परीशाँ होना कोशिशें भी करे’ मुस्किल है’ गुलिस्ताँ होना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 342 Share kalipad prasad 13 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल तुम नहीं सुनते कहानी मेरी हो रही बंजर जवानी मेरी | क्या कहे तुमको जबानी मेरी खत्म अब सब वो रवानी मेरी | धीरे’ धीरे बह गया पानी सब रह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 252 Share kalipad prasad 8 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल नया युग आ गया है अब, असहमति को मिटाना है नया भारत नया ढाँचा, बनेगा वह निराला है | वे’ जो नाराज़ हैं उनको, मनाना है दुबारा अब सभी को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share kalipad prasad 5 Nov 2017 · 1 min read ग़ज़ल टूटी हुई गृहस्थी’ बसाने की बात कर अब आपसी रियाज़ निभाने की’ बात कर | भाषण की’ आग में जले’ घर द्वार जिन्दगी अब छोड़ सब तू’ आग बुझाने की’... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share kalipad prasad 21 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल जिक्र तेरी सुन्दरता और फिर बयाँ उनका कौन कौन है सच्चा दोस्त इम्तिहाँ उनका | वज्मे शाह में मय का है अकीद बंदोवस्त राजदां था’ जो तेरा, अब है’ राज़दां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 249 Share kalipad prasad 18 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल उद्योग हो, भरोसा’ भी बेहद, अथाह हो मंजिल मिले उसी को’ सबल जिनमे’ चाह हो | इंसान की स्वतन्त्र, इबादत की’ राह हो इंसान के प्रकाश, ज्यों’ उजली निगाह हो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 454 Share kalipad prasad 16 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल हम करे कुछ भला’ नादान बुरा कहते हैं जख्म पर के दवा’ को वो जफ़ा कहते हैं | मंत्री’ बन कर वो’ फँसाया सभी चोरों को फिर एडवोकेट बने चोर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 277 Share kalipad prasad 14 Oct 2017 · 1 min read ग़ज़ल वो बेरुखी हबीब की’ दिल के सितम हुये रिश्ते तमाम छिन गए’ आशिक अलम हुये | संचार का विकास किया जिंदगी सुगम दुर्वोध बाधा विघ्न सभी ओर कम हुए |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 261 Share kalipad prasad 23 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका ताज़ा’ कानून लाभकारी है घूस खोरों में’ बेकरारी है | देश में आज अंध हैं श्रद्धा अंध विश्वास इक बिमारी है | अब मुहब्बत अदालतों में दर्ज मामला कत्ल फौजदारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 449 Share kalipad prasad 19 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका रक्षा के’ नाम पर सभी’ लोगों में जोश है पर रहनुमा तमाम अभी तक खमोश हैं | ये जिन्दगी तमाम रही मय-ओ-नोश है वीरान मयकदा से’ दुखी मय फ़रोश है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 379 Share kalipad prasad 15 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका न जानूँ मैं बताऊँ कैसे’ मन में जो दबाई है जबां पर यह नहीं आती मे’रे खूँ में समाई है | नहीं था जीस्त में आराम शाही खानदानों ज्यो निभाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share kalipad prasad 11 Sep 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका न जानूँ मैं बताऊँ कैसे’ मन में जो दबाई है जबां पर यह नहीं आती मे’रे खूँ में समाई है | नहीं था जीस्त में आराम शाही खानदानों ज्यो निभाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 271 Share kalipad prasad 16 Aug 2017 · 2 min read संकल्प से सिद्धि (गीत) संकल्प से सिद्धि’ (गीत) ‘संकल्प से सिद्धि’ का नारा, भारतवर्ष में सफल हो | दुआ करो सब देश वासियों, भारत सबसे निर्मल हो ||(टेक ) १ सुविधा छोड़े नेता अपना,... Hindi · गीत 1k Share kalipad prasad 6 Aug 2017 · 3 min read नाम में कुछ है विद्यालय का यह रिवाज़ था कि जो भी कर्मचारी सेवा निवृत होता था, उसे पूरा विद्यालय मिलकर विदाई देता था | उस दिन एक चतुर्थ वर्ग कर्मचारी “वुद्धिमान” का विदाई... Hindi · लघु कथा 1 625 Share kalipad prasad 15 Jul 2017 · 2 min read ग़ज़ल /गीतिका दुअम्ली पाक सेना हार कर आजरफ़िशां क्यूँ हो हमेशा ही हमारे वीर सैनिक खूंचकाँ क्यूँ हो ? किया है प्यार जब उसने, विरह में तब फुगाँ क्यूँ हो बता सकता... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share kalipad prasad 14 Jun 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका अब लूटपाट स्त्रीत्व हरण, सब चरम हुए व्यभिचार छल कपट, यही सबके धरम हुए | जब तेरी खिन्नता भरी आँखे भी’ नम हुए समझा था’ दुःख तेरी’, यही तो भरम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 313 Share kalipad prasad 16 May 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका मीना–ए-मय में’ मस्त सहारा शराब है गुज़र गया है’ वक्त, नहीं अब शबाब है | संसार में नहीं मिला दामन किसी का’ साफ प्रत्येक चेहरा ढका, काला नकाब है |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share kalipad prasad 7 Apr 2017 · 1 min read दोहे दोहे अपनी ही आलोचना, है मुक्ति प्राप्ति मार्ग गलती देखे और का, उनमे अभाव त्याग | अगर क्षमा ही श्रेष्ठ है, जिद्दी क्यों है संत सभी लड़ाई व्यर्थ है, सबका... Hindi · दोहा 320 Share kalipad prasad 6 Apr 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका बिन तेरे जिंदगी में’ पहरेदार भी नहीं दुनिया में’ अब किसी से’ मुझे प्यार भी नहीं | बेइश्क जिंदगी नहीं’ आसान है यहाँ इस मर्ज़ की दवा मिले’ आसार भी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 373 Share kalipad prasad 8 Mar 2017 · 1 min read मुक्तक दो मुक्तक रंग श्याम हैं कृष्ण कन्हैया, राधा रानी हैं गोरी पीला सरसों ज्यो रंग, जैसी चाँद अँगोरी पीला वसन चुनरी, काली कजरारी है नैन वासंती हवा में झूमी निबोरी... Hindi · मुक्तक 401 Share kalipad prasad 3 Mar 2017 · 1 min read गीतिका /गजल गीतिका ********* बेवफा रिश्ते निभाने आ गया आज मुझको आजमाने आ गया | भूला बिसरा गीत यादों में बसा दोस्त उसको गुनगुनाने आ गया | कौन है जो यूँ ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 250 Share kalipad prasad 3 Mar 2017 · 1 min read गीतिका /गजल आजादी तुम्हे जो मिली उसको न गँवाना जो तोड़ने की बात करे उसको मनाना | काश्मीर से दक्षिण कभी कोई न अजाना मिलकर सभी इस देश में अब जश्न मनाना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 440 Share kalipad prasad 5 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका इस जीस्त से निराश हूँ मैं, यार क्या करूँ कुछ भी तो सूझता है नहीं, प्यार क्या करूँ | हमको निभाना प्यार तो, इकरार क्या करूँ उत्सर्ग जिंदगी है तो,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 376 Share kalipad prasad 2 Feb 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका जो गया जग छोड़कर, उसको कभी आना नहीं वह शरण में है रब के, कोई और का प्यारा नहीं | झिलमिलाता चौंधियाना चीज़ जिसमे है चमक दीखता है दीप्त पर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 273 Share kalipad prasad 28 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका सादगी है भली जिंदगी के लिये तीरगी फैली है रौशनी के लिये । बेवफाई नही पत्नियों से कभी फायदा है वफा, आदमी के लिये । क्या कहूँ क्या लिखूँ सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 236 Share kalipad prasad 21 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल नंदन प्यारा था दुलारा था, सहारा न हुआ मेरा खुद का ही जलाया दिया अपना न हुआ | रौशनी फ़ैल गयी चारो तरफ लेकिन फिर घर अँधेरा था अँधेरा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 314 Share kalipad prasad 17 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका नंदन प्यारा था दुलारा था, सहारा न हुआ मेरा खुद का ही जलाया दिया अपना न हुआ | रौशनी फ़ैल गयी चारो तरफ लेकिन फिर घर अँधेरा था अँधेरा है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share kalipad prasad 13 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल हमने जब वादा किया तो मुस्कुरा देने लगे दोस्ती में वो मुझे इक तोहफा देने लगे | इस जमाने के दिए झटके सभी हमने सहा जख्म जो तुमने दिया था,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 514 Share kalipad prasad 11 Jan 2017 · 1 min read मुक्तक दो मुक्तक उदय उदयाचल से उदित हुआ नव रश्मि दिनमान रक्तिम आभा फ़ैल गई धरती आसमान नई किरण नई आशा प्रेरणा का स्रोत है जीव जंतु बनस्पति सबको देता है... Hindi · मुक्तक 265 Share kalipad prasad 10 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल बखेडा वतन को मिटाता रहा है जमाना यहाँ घर बसाता रहा है | यही है फ़साना यही है वो’ झगडा सदा दुश्मनी क्यों निभाता रहा है | पुराना चलन है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 219 Share kalipad prasad 6 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल काले बादल से हवा में भी नमी लगती है | दिल के रोने से ये आँखे भी गिली लगती है || रजनी के आँसू से धरती ने बुझाया है प्यास|... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 272 Share kalipad prasad 5 Jan 2017 · 1 min read ग़ज़ल /गीतिका खुशबू नहीं शबाब नहीं अब गुलाब में कैसे कहूँ कशिश भी नहीं अब शराब में | काली घटा गरफ्त किया सूर्य रौशनी वो तीक्ष्णता चुभन भी नहीं आबताब में |... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share kalipad prasad 25 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल प्यार की धुन को बजता जायगा राज़ जीवन का सुनाता जायगा | पल दो पल की जिंदगी होगी यहाँ दोस्ती सबसे निभाता जायगा | बाँटता जाएगा मोहब्बत सदा दोस्त दुश्मन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 415 Share kalipad prasad 22 Dec 2016 · 1 min read ग़ज़ल न किसी को कभी रुलाना है हर दम हर को तो हँसाना है|१ कर्मों के फुलवारी से ही यह जीवन बाग़ सजाना है |२ दुःख दर्द सबको विस्मृत कर जश्न... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 280 Share Page 1 Next