Kailash singh 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Kailash singh 5 Nov 2024 · 1 min read करते हो परेशान क्यूँ मुझको,आज फिर अपनी यादों से करते हो परेशान क्यूँ मुझको आज फिर अपनी यादों से आ जाओ तुम पास हमारे उड़कर मेरे ख्वाबों से ।। उड़ते से जज़्बात है सारे , सपनों में हि बात... Hindi · Quote Writer 1 43 Share Kailash singh 12 Jun 2024 · 1 min read मैं भागीरथ हो जाऊ , मैं भागीरथ हो जाऊ , तू गंगा मेरी बन जाए । मैं गुलशन सा हो जाऊ, तू खुशबू सारी बन जाए। आबाद करें ये प्रीत सदा,, अपने इन्ही इरादों से... Quote Writer 2 130 Share Kailash singh 29 Aug 2023 · 1 min read तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh) तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh) आच्छादित वन से घिरी हुई, तुम किसी झील का मीठा पानी । मैं कोई आसान इबारत, तुम हो कोई लिखी कहानी। मैं साधारण... Quote Writer 2 432 Share Kailash singh 21 Aug 2023 · 1 min read ये आँखें तेरे आने की उम्मीदें जोड़ती रहीं ये आँखें तेरे आने की उम्मीदें जोड़ती रहीं पर सूनीं राहें, सारे भ्रम तोड़ती रहीं तेरे बिन जीना दूभर सा था ।। मैं तुझे रट रही थी, खुदके पन्ने मोड़ती... Quote Writer 2 401 Share Kailash singh 16 Aug 2023 · 1 min read पन्द्रह अगस्त का दिन कहता आजादी अभी अधूरी है ।। पन्द्रह अगस्त का दिन कहता आजादी अभी अधूरी है ।। सपने सच होना बाकी है, एकता की सपथ न पूरी है ।। मणिपुर में जो माँये बच्चे, खूनखराबा सहतें है।।... Quote Writer 1 431 Share Kailash singh 4 Aug 2023 · 1 min read "स्वप्न"......... "स्वप्न"......... अँधेरी पगडंडियो में , मैं चलना सीखता हूँ । राहें सजानें के लिए , तारों को तोड़ता हूँ । मस्ती सूझती है तो , चाँद को छेड़ता हूँ ।... Quote Writer 3 1 565 Share Kailash singh 29 Jul 2023 · 1 min read माना कि शौक होंगे तेरे महँगे-महँगे, माना कि शौक होंगे तेरे महँगे-महँगे, पर फीके पड़ जाओगे मेरी सादगी के आगे।। ✍️कैलाश सिंह Quote Writer 1 380 Share Kailash singh 23 Jul 2023 · 1 min read तुम किसी झील का मीठा पानी...... आच्छादित वन से घिरी हुई, तुम किसी झील का मीठा पानी । मैं कोई आसान इबारत, तुम हो कोई लिखी कहानी। मैं साधारण सा प्रेमी, तुम प्रेम नगर की माया... Hindi 1 142 Share Kailash singh 4 Jul 2023 · 1 min read महंगाई के इस दौर में भी महंगाई के इस दौर में भी सबसे सस्ता ज़मीर था। बेचनें वालों की मंडी लगी थी, खरीदनें वाला एक फ़कीर था।। कैलाश सिंह ✍️ Quote Writer 3 280 Share Kailash singh 3 Jul 2023 · 1 min read हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी, हे गुरुवर तुम सन्मति मेरी, स्वच्छ चांदनी संगति तेरी स्नेह आपकी बारिस मानो, जैसे कोई घटा घनेरी, तुम, ग्यानपुंज की अविरल धारा, कृपा तुम्हारी, मुझे निहारा, मैं अगणित राही था... Quote Writer 2 374 Share Kailash singh 3 Jun 2023 · 1 min read पत्रकारो द्वारा आज ट्रेन हादसे के फायदे बताये जायेंगें । पत्रकारो द्वारा आज ट्रेन हादसे के फायदे बताये जायेंगें । साहब को महान बनाने के लिए आज मौत के भी जश्न मनाये जायेंगे । वो आता ही होगा रोते हुए... Quote Writer 5 357 Share Kailash singh 23 Oct 2022 · 1 min read कागज-कलम बस कागज कलम हि नही मेरी तन्हाई का सुकून हो तुम जो बातें कह नही सकता उस खामोशी की ज़ुबान हो तुम मैं पंक्षी की तरह हूँ और मेरा आसमान... Hindi 4 165 Share Kailash singh 1 Jun 2021 · 1 min read मौन मौन हो आये हैं आशिक आज बाते करने को आँखों से वो कह रहे हैं साथ जीने मरने को इक दफा फिर दिल हुआ खुश तू जो मेरे संग है... Hindi · कविता 3 2 427 Share Kailash singh 8 Feb 2021 · 1 min read मेरा इश्क सूफ़ियाना मेरे दिल को तेरा आशियाना कहूँ तो कुछ भी ज्यादा नही तुझे ज़िन्दगी नही मेरा जमाना कहूँ तो कुछ भी ज्यादा नही मुझे तो तेरे साये में सारी उम्र गुजारनी... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 43 839 Share Kailash singh 6 Apr 2020 · 1 min read आओ मिलकर दीप जलायें जग से सारा तिमिर मिटायें आओ मिलकर दीप जलायें दूर- दराज अकेले- वंचित आओ सबका साथ निभायें आओ मिलकर दीप जलायें कुछ भटके हुए अंधेरो मे कुछ कैद से अपने... Hindi · कविता 3 243 Share Kailash singh 5 Apr 2020 · 1 min read आ जाओ तुम पास हमारे, उड़कर मेरे ख्वाबों से करते हो परेशान क्यूँ मुझको, आज फिर अपनें यादों से आ जाओ तुम पास हमारे, उड़कर मेरे ख्वाबों से बहते से जज्बात है अपनें, सपनो मे ही बात हुई भरपूर... Hindi · कविता 3 2 409 Share Kailash singh 5 Apr 2020 · 1 min read तेरी हर मासूमियत पर मेरा गजल निकला है ये चाँद जो मेरी गलियों में आजकल निकला है मानों मेरी राहतों का सफर चल निकला है देखकर तुझे, कही होश न गवा बैठूं तो ये दिल तेरी ओर सम्हल-सम्हल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 1 829 Share Kailash singh 5 Apr 2020 · 1 min read तुझसे दूरियाँ सोचकर डर जाता हूँ मैं तुझसे दूरियाँ, सोचकर डर जाता हूँ मैं तुझे दर्द, तो सिहर जाता हूँ मैं काश तुझे खुद में छुपा लेता तेरी मुस्कुराहटों से निखर जाता हूँ मैं ख्वाबों में तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 429 Share Kailash singh 5 Apr 2020 · 1 min read तू मुझमें पूरी कहानी है मैं जिक्र सा हूँ तुझमें और तू मुझमें पूरी कहानी है मैं इश्क़ सा हूँ तुझमें और तू मुझमें मेरी निशानी है मैं कैद कर लिया जुबान अपनी पर तू... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 520 Share Kailash singh 2 Mar 2020 · 1 min read तेरी आँखों को शराब लिखूँ तेरी आँखों को शराब लिखूँ। या खुद को पागल बेहिसाब लिखूँ। ख्वाबों का समन्दर है मन में। तुझे लहर नायाब लिखूँ। हर पन्ने, हर पंक्ति में तेरा ज़िक्र होगा। तेरे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 2 470 Share Kailash singh 2 Mar 2020 · 1 min read तुझे छूकर इन हवाओं को मेरी ओर बहनें दे तुझे छूकर इन हवाओं को मेरी ओर बहनें दे। कहने दे आखों को जुबां खामोश रहने दे। छुप जाने दे मुझे अपनी परछाइयों मे। तेरी मेरी दूरियों की ये साझ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 5 1 300 Share Kailash singh 14 Feb 2020 · 1 min read पुलवामा हमला:- हमारे लिए तुम आग पीकर चले गये हमारे लिए तुम आग पीकर चले गए। मोहब्बत तुम इस कदर निभाकर चले गए।। हम खुद में खोये थे , और तुम्हारे शरीर जल रहे थे। कितनें घरों के चांद,... Hindi · कविता 6 2 519 Share Kailash singh 13 Feb 2020 · 1 min read वेलेंटाइन- तेरह तक मिली तो ठीक , अन्यथा बजरंग दल से जुड़ जाऊँगा तेरह तक मिली तो ठीक अन्यथा चौदह को बजरंग दल से जुड़ जाऊँगा। फिर कोई जो साथ दिखे, उनके फेरे करवाऊँगा । । कह दूँगा वेलेंटाइन डे हमारी संस्कृति में... Hindi · कविता 6 2 665 Share Kailash singh 12 Feb 2020 · 1 min read दिल्ली वालों ने क्या खेल कर दिया दिल्ली वालों ने क्या खेल कर दिया। हिन्दू- मुस्लिम, मंदिर- मस्जिद सब फेल कर दिया। । पानी- बिजली , साफ -सफाई , वोट विकास के खातिर आई। लिखा- पढ़ी, स्कूल... Hindi · कविता 8 3 457 Share Kailash singh 10 Feb 2020 · 1 min read हमारे जैसा ये दिल कहाँ पाओगे मिल जाएगें हमारे जैसे लाखों मगर हमारे जैसा ये दिल कहाँ पाओगे। जहाँ सिद्दत से तुम्हारी हिफाज़त होती है तुम ऐसी महफ़िल कहाँ पाओगे। मेरी हकीकत की तरह हो तुम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 3 346 Share Kailash singh 9 Feb 2020 · 1 min read सीनें में अभी ये आग जलने दे सीनें में अभी ये आग जलने दे कबूल होगी दुआ तू आस पलनें दे खूबसूरत सी चांदनी रात होगी बस साझ ढ़लने दे चांद के पार जानें की उड़ान होगी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 7 1 265 Share