jameel saqlaini Tag: कविता 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid jameel saqlaini 16 Jul 2016 · 1 min read ग़ज़ल मुख्तसर से ही सही पर फासले' रह जाएंगे " गर मिजाज़ों में अना के वसवसे' रह जाएंगे। इश्क़ जिस दिन पहुंचेगा यारो जुनूं की हद के पार" बोलने वालों के... Hindi · कविता 6 310 Share