Trishika S Dhara Language: Hindi 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read कई चोट हृदय पर खाई है कई चोट हृदय पर खाई है बस पीर ही पीर पाई है झरनों से अधिक धारा मैंने निस-दिन आँखों से बहाई है बागो में जाना छोड़ दिया भंवरों को बुलाना... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 2 448 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read हरे-हरे खेतों की ओढ़नी हरे-हरे खेतों की ओढ़नी अपनी काया को उढ़ाती है फूलों के आभूषण पहन कर अम्बर को धरा रिझाती है दो बूँद प्रेम भी उस पर बरसाता नहीं है अम्बर धरा... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 377 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मेघ बरसते हैं आँगन में मेघ बरसते हैं आँगन में, तरुवर पर कोयल गाती है। माटी की सोंधी ख़ुशबू, बचपन की याद दिलाती है। बिना किसी संकोच के, बरखा में नहाया करते थे। अंजुरी में... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 222 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मेरा मन बैरागी हो गया मेरा मन बैरागी हो गया, गिरिधर तुम से अनुराग कर। जोगन बन बैठी हूँ मैं, संसार के सब रंग त्याग कर। यूँ लगता है मेरे देह में, तेरी आत्मा समाई... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 110 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read पूस की ठंडी रात में पूस की ठंडी रात में, बिना लिहाफ़ के भटक रहा। नील गगन में चाँद बावरा, किसके विरह में सुबक रहा। उतर के नदिया के पानी में, छुप-छुप के अश्रु बहाता... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 2 131 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read बादलों की खिड़की से बादलों की खिड़की से, बार-बार झाकता है। बद-नज़र चाँद मेरी ओर, सारी रात ताकता है। साँझ ढले मेरी खोज में, चाँद फलक पर आया। मैं दरिया किनारे बैठी थी, वो... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 2 145 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read त्याग के सारी भाषाएँ त्याग के सारी भाषाएँ, बस ब्रज की बोली बोलूँगी। श्याम तुम्हारी नगरी में, मैं जोगन बन कर घूमूँगी। निस-दिन तेरी मुरली की, मुझे तान सुनाई देती है। जहाँ कहीं भी... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 152 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मैंने कितना ढूंढा उस को मैंने कितना ढूंढा उस को ब्रज, मथुरा, वृन्दावन में। अपने भीतर झाँख के देखा, श्याम था मेरे अंतर्मन में। साँझ को जमुना तट पर, वो मुरली मधुर बजाता था। मैं... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 1 128 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read मैंने कितनी अदाएँ बदलीं मैंने कितनी अदाएँ बदलीं तुम्हे रिझाने की ख़ातिर मैंने अधरों पे बंसी सजाई तुम्हे लुभाने की ख़ातिर न जाने क्यों दुनिया सुन कर चली आती है मेरी बंसी की तान... Poetry Writing Challenge · Hindisahitya · Iamtrishikadhara · Trishikasdhara · Writtenbytrishikadhara 139 Share Trishika S Dhara 13 Jun 2023 · 1 min read हर गीत हर संगीत हर गीत हर संगीत, तुझ पर वारा करती है। मेरी मुरली की हर तान, तेरा नाम पुकारा करती है। मेरे हृदय के सूने आँगन में, हर ओर उदासी बैठी है।... Poetry Writing Challenge 87 Share Trishika S Dhara 19 Sep 2020 · 1 min read उम्मीद मत रखिए उम्मीद मत रखिए किसी से दिलनवाज़ी की, खिदमत अब करते हैं लोग बस दिखावे की। बड़े अदब से पेश आते हैं दौलत वालों से, इज़्ज़त नहीं करते अब लोग उम्रदराज़ो... Hindi · शेर 4 307 Share Trishika S Dhara 12 Sep 2020 · 1 min read कुछ लोगों को ऐसे भी शिकस्त देते हैं कुछ लोगों को ऐसे भी शिकस्त देते हैं कोई कुछ भी कहे हम मुस्कुरा देते हैं नफ़रत की आग बुझेगी मोहब्बत की आब से हर सिम्त चराग-ए-अमन हम जला देते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 7 270 Share