हरीश लोहुमी Tag: ग़ज़ल/गीतिका 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid हरीश लोहुमी 17 Apr 2017 · 1 min read फिर नादानी रोज विधा- गीतिका, आधार छंद -दोहा (24 मात्रा ,13-11 पर यति, अन्त में 21 अनिवार्य ), समान्त- आनी, पदान्त- रोज . ******************************************************************************************* * आतीं अब भी स्वप्न में, दादी-नानी रोज, और... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 487 Share हरीश लोहुमी 27 Dec 2016 · 1 min read वक्त मिले तो आना फिर.... *************************************** वक्त मिले तो आना फिर.... *************************************** * वक्त मिले तो आना फिर, कुछ हमको समझाना फिर। * अपना मतलब पाने को, अपनी बात मनाना फिर । * पहले हमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 318 Share हरीश लोहुमी 21 Jul 2016 · 1 min read शब्दों को बतियाते देखा.... (गीतिका) ****************************** * शब्दों को बतियाते देखा, सारा जग हथियाते देखा । * स्नेह सुरों की बलि दे डाली, कर्कश बन चिचियाते देखा । * खूब ठहाके भरते थे जो,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 298 Share हरीश लोहुमी 9 Jun 2016 · 1 min read यही किस्सा हमारा उम्र भर का... यही किस्सा हमारा उम्र भर का .... ******************************* * रहे हिस्सा कराते इस जिगर का, यही किस्सा हमारा उम्र भर का । * दरोदीवार से वाकिफ हुए तब, पता हमको... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 305 Share हरीश लोहुमी 1 Jun 2016 · 1 min read ये मिलन की धुन बजाता कौन है ? (गीतिका) * ये मिलन की धुन बजाता कौन है ? आस फिर दिल में जगाता कौन है ? * क्यों अचानक बढ़ गयीं हैं धड़कने, तार उर के झनझनाता कौन है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 480 Share हरीश लोहुमी 27 May 2016 · 1 min read मैं तो सबसे छोटा ठहरा ! ********************* मैं तो सबसे छोटा ठहरा ! ********************* * सबको खूब खसोटा ठहरा, सेठ तभी तो मोटा ठहरा । * रहा रवैया जिसका ढुल-मुल, बेपेंदा वह लोटा ठहरा । *... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 341 Share