Monika Sharma Tag: कविता 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Monika Sharma 31 May 2020 · 1 min read सामने आए सोनू सूद जब सब ने ली आंखे मूंद सामने आए सोनू सूद मजदूरों को घर पहुंचाया हिंदुस्तानी होने का फरज निभाया दिखाया इंसानियत का वजूद सामने आए सोनू सूद कहां है मंत्री... Hindi · कविता 4 1 528 Share Monika Sharma 30 May 2020 · 1 min read प्यार के बिना जिंदगी अधूरी होती है माना जिंदगी में हर चीज़ जरूरी होती है पर प्यार के बिना जिंदगी अधूरी होती है। ये भी सच है कहां किसी की हर ख्वाहिश पूरी होती है। जो शै... Hindi · कविता 1 4 611 Share Monika Sharma 30 May 2020 · 1 min read तुम मिल ग ऐ मौत का इंतजार था पर तुम मिल ग ए दिल के मुरझाए फूल फिर खिल ग ए तुम तक पहुंचते- पहुंचते मेरे कदम छिल गए खबर ना हुई कब दिल... Hindi · कविता 1 282 Share Monika Sharma 20 May 2020 · 1 min read आप हो तो आप हो तो इंतजार है आप हो तो बहार है आप हो तो इस दिल को करार है आप हो तो हर दिन त्योहार है आप हो तो यह संसार... Hindi · कविता 1 3 658 Share Monika Sharma 19 May 2020 · 1 min read तुम्हारे सीने में मुंह छुपा लूं जी करता है तुम्हारे सीने में मुंह छुपा लूं दुनिया से नजरें चुरा लूं और फिर मैं कुछ ना बोलूं बस ये आंखें फिर ना खोलूं धीरे से तुम बातें... Hindi · कविता 3 2 731 Share Monika Sharma 19 May 2020 · 2 min read मजदूरों की किसी ने नहीं सुनीं सारे कवियों ने कविताएं बुनी पर मजदूरों की किसी ने नहीं सुनीं यें राहतें ये पैकेज किस काम आएगें मुझे नहीं लगता ये पैसै मजदूरों को मिल पाएंगें दो महीनो... Hindi · कविता 3 352 Share Monika Sharma 17 May 2020 · 1 min read तुम आओगे तो कैसा होगा कभी कभी मैं सोचती हूं तुम आओगे तो कैसा होगा जैसा मैं सोचती हूं क्या बिल्कुल वैसा होगा आओगे तो क्या शरमाऊंगी मैं या थोड़ा घबराऊंगी मैं सोचूं तो मैं... Hindi · कविता 2 4 355 Share Monika Sharma 16 May 2020 · 1 min read थक गई हूं मैं थक गई हूं मैं हर रिशते को सफाईयां देते देते सम्मान और प्रेम की दुहाईयां देते- देते थक गई हूं मैं सब के ताने सुनते -सुनते उधड़ी हुई जिंदगी को... Hindi · कविता 2 7 474 Share Monika Sharma 7 May 2020 · 1 min read शराब को आदाब जिधर देखो शराब शराब शराब शराब खरीदने और बेचने वालो दोनो को मेरा आदाब 40 दिन की मेहनत मिट्टी में मिल ग ई क्या शराब बेचे बिना सरकार की नींव... Hindi · कविता 2 2 332 Share Monika Sharma 6 May 2020 · 1 min read तुम आ जाओ तो क्या कहना बारिश के इस मौसम में तुम आ जाओ तो क्या कहना ठंड़ी ठंडीं पवन में तुम्हारी बाहों में मुझ को बहना हर कविता में तुम्हें बुलाऊं प्रेम का पथ मैं... Hindi · कविता 1 3 480 Share Monika Sharma 6 May 2020 · 1 min read आगे आओ इन्हें संभालो ये जो मेरे मजदूर भाई-बहन सड़कों पर भटक रहे है सब की आंखो में बड़ा ही खटक रहे है उन को क्या बता रहे हो बलिदान कैसा होता है धूप... Hindi · कविता 2 443 Share Monika Sharma 22 Apr 2020 · 1 min read सांपरदायिक रंग इस समय देश में जीने का ये कौन सा ढ़ंग है कुछ लिखो तो कहते है कि आप की लेखनी में सांपरदायिक रंग है पालघर वाली घटना पर सारा देश... Hindi · कविता 2 5 277 Share Monika Sharma 22 Apr 2020 · 1 min read नारी पर क ई लेख लिखे जाते है। क ई कविताएं क ई लेख अबला नारी के लिए लिखे जाते है पढ़ते पढ़ते तो वो मन को बहुत भाते है क्या कभी किसी तरक पर पहुंचे हम क्या... Hindi · कविता 1 6 320 Share Monika Sharma 19 Apr 2020 · 1 min read कोई और कविता में कोई और है लेकिन ज़ीवन में कोई और ए मेरे हृदय रूक ज़ा थोड़ा ज़ाता है किस ओर परणाम और सम्मान के बीच ये प्रेम कहां से उपज़ा... Hindi · कविता 282 Share Monika Sharma 19 Apr 2020 · 1 min read ज़ब भी कभी मैं कविता के लिए मंच पर ज़ाऊंगी जब भी कभी मैं कविता के लिए मंच पर ज़ाऊंगी तो सामने एक कुर्सी मैं आप की भी रखवाऊंगी अगर आप आओगे तो मैं धन्य हो जाऊंगी फिर मैं सब... Hindi · कविता 466 Share Monika Sharma 18 Apr 2020 · 1 min read एहसान यूं बात कर के तुम मुझ पर एहसान क्यों करते हो जमाने का सोच के अपने आप को परेशान क्यो करते हो तुम्हे तो पता है मुझे किस कदर इश्क... Hindi · कविता 447 Share Monika Sharma 18 Apr 2020 · 1 min read चांद में दिखते हो तुम इश्क भी क्या चीज़ है चांद में दिखते हो तुम जान दे ले लेती मैं किसी और को ना देती मैं अगर कहीं बिकते हो तुम चांद में दिखते हो... Hindi · कविता 314 Share Monika Sharma 18 Apr 2020 · 1 min read क्या लिखूं क्या लिखूं मैं क्या लिखूं अपने हिन्दुस्तान का देश पे करज़ा बडा है अपने हर ज़वान का पुलिस करमी चिकित्सक डटे है मैदान में कौन क्या क्या कर रहा सब... Hindi · कविता 2 684 Share Monika Sharma 18 Apr 2020 · 1 min read आलिंगन आलिंगन और चुबंन की बौछार करू मैं तुम ज़ो आ ज़ाओ तो उस दिन को त्योहार करूं मैं दिल की गहराई तुम क्या ज़ानो तुम तो बस सौनदरय को मानो... Hindi · कविता 857 Share Monika Sharma 18 Apr 2020 · 1 min read आत्मसात् पिरयवर मेरे बात करो दृषिट से आघात करो मै तो तुम्हारी हो गई पिरयतम मुझ को आत्मसात् करो अपनी भुज़ाओं में अलकृंत कर लो हृदय में मे अपने झंकृत कर... Hindi · कविता 558 Share Monika Sharma 18 Apr 2020 · 1 min read तुम लिखते लिखते रह ज़ाऊंगी मै तुम को ना लिख पाऊंगी कौन हो तुम और कहां मिले मैं सब को क्या बतलाऊंगी नारी हूं संकोच है मुझ को रिशते कैसे सुलझाऊंगी... Hindi · कविता 422 Share