Harinarayan Tanha Tag: कविता 104 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Harinarayan Tanha 23 Jul 2024 · 1 min read भारत अखंड है, अखंड ही रहेगा विविध रंगों से भरा है यह देश हमारा हिमालय से कन्याकुमारी तक फैला है उजियारा पूरब पश्चिम,उत्तर दक्षिण,सब है एक ही धारा सम्पूर्ण भारत है प्राण हमारा भाषा,धर्म,रीति-रिवाज, भिन्न भिन्न... Hindi · कविता 44 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read प्रेम के बाजार में खबर छपी है अखबार में रेडियो और टीवी समाचार में प्रेम बिकने लगा है बाजार में आफलाइन भी आनलाईन भी मोल भाव भी होता है अगर आपके पास देने को... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 3 99 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read मैं मज़ाक नही कर रहा हूं तेरे एक मज़ाक ने मेरे तमाम एहसासों को मजाक बना दिया था तू तो मज़ाक कर रही थी हां तू सही थी क्योंकि तू मजाक ही कर रही थी अब... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 82 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read उसने विडियो काल किया था मुझे उस एक रिश्ते के अनायास ही टुटने के बाद जो उसके और मेरे दरमिया था आज लगभग दस बरस बाद उसने विडियो काल किया था मुझे अब भी नही बदली... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 131 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read कल के नायक आज बनेंगे सदगुण अगर बालक पाएगा तभी दुर्गुणों से दूर रह पाएगा संस्कृति को अगर जान पाएगा तभी संस्कृति को सम्मान दिलाएगा संस्कार जो बचपन में मिलेंगे वही युवावस्था में परिलक्षित करेंगे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 77 Share Harinarayan Tanha 30 May 2024 · 1 min read हे युवा पीढ़ी सुनो हे युवा पीढ़ी सुनो आदर्श तुम अपने बहुत सावधान होकर चुनो तुम्हारे वर्तमान होरो जो है वो सब के सब भीतर से खोखले हैं और चरित्र से बहुत ही दोगले... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 67 Share Harinarayan Tanha 29 May 2024 · 1 min read एक इंसान ने एक परिंदे से मै इन्हें कैदी बनाने का विरोधी हूं मगर परिंदों को भी अपनी हद में उड़ना चाहिए अपना पर देखना चाहिए आसमान की गहराई देखनी चाहिए पर्वतों की उंचाई देखनी चाहिए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 65 Share Harinarayan Tanha 29 May 2024 · 1 min read प्रकृति इस कदर खफा हैं इंसान से आग बरस रही है आसमान से प्रकृति इस कदर खफा हैं इंसान से बराबर का हक चाहिए आदमी को आदमी कि बड़ी चाहत है भगवान से फुल को दुश्मनी मोल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 68 Share Harinarayan Tanha 27 May 2024 · 1 min read तेरे इकरार का बहुमत चाहिए इससे पहले की तुझे कोई चोट दे दे तेरे प्यार को ही एक नया खोट दे दे अपने फैसले से परिणाम बदल दे मेरा तू मेरे प्यार को ही अपना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 59 Share Harinarayan Tanha 27 May 2024 · 1 min read नेताजी को लू लग गई खबर बड़ी है गर्मी चढ़ी है समस्या खड़ी है चुनाव अभियान मे चर्चा है हर घर में हर दुकान में किसी ने कहा झुठे को सजा मिली है कोई कह... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 72 Share Harinarayan Tanha 25 May 2024 · 1 min read हमारा घोषणा पत्र देख लो झुठ बोलने की नई तकनीक सिख लो याद ना रहे तो तुम इसको लिख लो घोटाले नही करेंगे हमने लिखा नही था कहीं यकिन ना हो तो हमारा घोषणा पत्र... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 61 Share Harinarayan Tanha 23 May 2024 · 1 min read मैं तुम्हें रामसेतु दिखाउंगा जान देकर भी वादा निभाउंगा वादा करके मै न मुकर जाउंगा देखना चाहती हो मोहब्बत कि निशानी तुम मैं तुम्हें रामसेतु दिखाउंगा सिर्फ तुमसे ही बस नही होता आईना हर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 54 Share Harinarayan Tanha 23 May 2024 · 1 min read न्याय निलामी घर में रक्खा है एक कहावत है दुनिया में हर चीज बिकाऊ है बस सही किमत की प्रतिक्षा में है अगर खरीदना आपकी इच्छा में है सही किमत लगाइए और खरिद ले जाइए क्या... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 82 Share Harinarayan Tanha 23 May 2024 · 1 min read सपनों का व्यापार है दुनिया झुठो का अंबार है दुनिया स्वार्थ में लाचार है दुनिया दिल से बहुत बिमार है दुनिया सपनों का व्यापार है दुनिया पैसों की सरकार है दुनिया जीती हूई हार है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 60 Share Harinarayan Tanha 21 May 2024 · 1 min read कुछ दूर और चली होती मेरे साथ तुम अगर कुछ दूर और चली होती मेरे साथ तो जान पाती कुछ और मेरे बारे में और मैं भी कुछ और एहसास जमा कर लेता तुम्हारे बगैर जीने के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 51 Share Harinarayan Tanha 19 May 2024 · 1 min read प्यार है लोकसभा का चुनाव नही है अब तक न जाने कितना आजमाया है तुमने हरेक बार मुझ-पर ही इल्जाम लगाया है तुमने मै अगर मुंसिफ होता तो तुम्हें सजा-ए-मोहब्बत देता मेरे सपनों पर बुल्डोजर चलाया है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 91 Share Harinarayan Tanha 16 May 2024 · 1 min read गठजोड़ नही है बस एक गठजोड़ नही है प्रेम में बाकी सब है नाते हैं, रिश्तेदार हैं घर है, परिवार है दोस्त हैं, यार हैं मगर बस एक वही सात जन्मों वाला गठजोड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 60 Share Harinarayan Tanha 16 May 2024 · 1 min read नीव मजबूत नही होती अगर नीव मजबूत नही होती अगर तो मकान ही नहीं दुकान ही नही रिश्ते भी दरकने लगते हैं जब जीवन में कठीनाईयो की झमाझम पहली बरसात आती है और नीव से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 68 Share Harinarayan Tanha 15 May 2024 · 1 min read पत्थर भी तेरे दिल से अच्छा है हां ये सच है कि बहुत कठोर होता है पर एक निश्चित प्रहार पर वह भी टूट ही जाता है मजबूती से उसका दामन भी छुट ही जाता है अच्छा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 63 Share Harinarayan Tanha 13 May 2024 · 1 min read रास्ते खुलते हैं मै ने सुना है एक रास्ता बंद हो जाता है तो कई रास्ते खुलते हैं मेरा प्रश्न है ? कब खुलते हैं क्या अनिवार्यता है ? कितनी संभावना है ?... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 40 Share Harinarayan Tanha 13 May 2024 · 1 min read संकुचित नहीं है ध्येय मेरा सागर की गहराई कितनी है ? हिमालय की उंचाई कितनी है ? कितना विशाल है आकाश का ये घेरा ? मेरी कोई सिमा नही है संकुचित नहीं है ध्येय मेरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 42 Share Harinarayan Tanha 12 May 2024 · 1 min read चेतना समय है शुन्य ही अमर है आदि ही अंत है अंत है ब्रह्म से ब्रह्म है एक चेतना ये चेतना ही समय है और समय अनंत है Poetry Writing Challenge-3 · कविता 73 Share Harinarayan Tanha 10 May 2024 · 1 min read दुसरा वनवास चाहिए मुझे कर्म की अग्नी में जलाने के लिए एक नया इतिहास बनाने के लिए कलयुग मे धर्म बचाने के लिए मर्यादा को प्रतिष्ठा दिलाने के लिए सत्य का ध्वज फहराने के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 49 Share Harinarayan Tanha 4 May 2024 · 1 min read प्रश्न मुझसे मत करो तुम कि मेरी मर्यादा क्या है कहां तक है अधिकार मेरा प्रेम मेरा सिमट गया है या घाटा है विस्तार तेरा हृदय एक सुना जंगल है अब जहां कभी बोलती थी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 51 Share Harinarayan Tanha 4 May 2024 · 1 min read हार जाना चाहता हूं जीत में उन्माद है एक जीत तय भी तो नहीं है जीत का सुख क्षणिक है जीत है एक भ्रम जीत लहर में मझधार है जीत नाव की पतवार है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 38 Share Harinarayan Tanha 4 May 2024 · 1 min read देह मन्दिर को बनाकर पुजता मैं प्रेम तेरा शुन्य अंतरमन की भाषा जो पढ़े विद्वान वह है लाख चिंताओं का मेरे एक समाधान वह है लाख रंगों की कलाकृति है यही विस्तार मेरा तेरे मन का जो भरम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 49 Share Harinarayan Tanha 16 Apr 2024 · 2 min read राम का आधुनिक वनवास भाग १ एक वनवास तब मिला था जब लंका में पाप बढ़ा था धर्म की हानी हो रही थी चारों दिशाओं में त्राहिमाम मचा था नारी का सम्मान नही था... Hindi · कविता 1 80 Share Harinarayan Tanha 18 Feb 2024 · 1 min read आज का सच नही है बहुत पुराना है हजारों साल हो गए जानते हो जानता हूं जानते हो कि एक दिन यही होगा होता आया था होता आया है होता रहेगा आज का सच नही... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 83 Share Harinarayan Tanha 18 Feb 2024 · 1 min read जीवन का सफर नदी का सफर है जीवन का सफर नदी का सफर है जन्म है पहाड़ से उतरना लहर की जवानी है टकराती रहती है सुख दुख के किनारों से बुढ़ापा है तलहटी मे सिमट जाना... Poetry Writing Challenge-2 · 25 कविताएं · कविता 1 153 Share Harinarayan Tanha 31 Jan 2024 · 1 min read प्रार्थना नहीं करूंगा मैं आज तिमिर सी घनघोर निराशा है आशा है कल आशा की किरण नई निकलेगी बंजर भूमि से बन जीवन की धार एक दिन जलधार नई निकलेगी पर अपने सुखे कंठ... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 72 Share Harinarayan Tanha 21 Jan 2024 · 1 min read राम तुम्हारे नहीं हैं राम तुम्हारे नहीं हैं तुम तो कहते थे काल्पनिक हैं अयोध्या जन्मस्थली ही नहीं रावण कोई था ही नहीं लंका कभी जाली ही नहीं तुम्हें विश्वास नहीं है इस नाम... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Quote Writer · कविता 208 Share Harinarayan Tanha 19 Jan 2024 · 1 min read तुम कहते हो राम काल्पनिक है तुम कहते हो राम काल्पनिक है तुम कहते हो राम काल्पनिक है धाम अयोध्या का विस्तार काल्पनिक है रामसेतु का प्रमाण काल्पनिक है मां शबरी का सत्कार काल्पनिक है देवी... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Quote Writer · कविता 173 Share Harinarayan Tanha 18 Feb 2023 · 1 min read ओम ही प्राण है ओम कोई आकार नही है ओम का प्रकार नही है ओम जैसे साकार नही है ओम वैसे निराकार नही है ओम में विकार नही है ओम ये निराधार नही है... Hindi · आधुनिक कविता · कविता 191 Share Harinarayan Tanha 4 Oct 2022 · 1 min read शस्त्र वीर का अधिकार है शौर्य का आधार है अधर्म का उपचार है शस्त्र शांति का विकल्प है स्वधर्म की ढाल है अधर्मी पर काल है शस्त्र मां दुर्गा का श्रृंगार... Hindi · कविता 113 Share Harinarayan Tanha 13 Aug 2022 · 1 min read अमृतकाल ये स्वतंत्रत अमृतकाल पुण्य धरा भारत को प्रदान कर रहे हैं महाकाल उपहार है हर भारतीय को अब निश्चय करले हर मन राष्ट्र की सेवा में अर्पित तन मन नए... Hindi · कविता 117 Share Harinarayan Tanha 12 Jun 2022 · 1 min read पिता दशरथ का संताप जाने क्या नियति में था लक्ष्य भेदन जो मै चला एक क्षण की भूल मेरी आज फलित हो रहा श्राप है पिता दशरथ का ये संताप है कितने ठोकर कितने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 4 259 Share Harinarayan Tanha 21 Apr 2022 · 1 min read 'पिता' ,मां से कम नही होते घर की दीवारों सब को दिखती हैं मगर छत किसी को नही दिखती मां की डाट में भी प्यार सब को दिखता मगर पिता की डाट में नही दिखती मां... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 3 6 144 Share Harinarayan Tanha 21 Apr 2022 · 1 min read पिता सच्चाई सिखाते हैं मासूम हाथों की नन्हीं उंगलियों को पकड़कर नाजुक लड़खड़ाते कदमों को चलना , दौड़ना सिखाते हैं बच्चों को अपने कंधों पर बैठा विविधता से भरी है यह जो दुनिया अपने... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 1 1 164 Share Harinarayan Tanha 21 Apr 2022 · 1 min read पिता आसमान की तरह होते हैं बहोत जताते नही हैं अपने जज़्बात दिखाते नही हैं जिस तरह मां रो देती है बच्चों की हर तकलीफ देखकर पापा पहले हिम्मत देते हैं मगर जब वो रोते हैं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 6 417 Share Harinarayan Tanha 21 Feb 2022 · 1 min read वही हमरंग हैं हम , हर रंग हमारा है वह हरी हरी बिंदी के साथ गुलाबी चुनरिया ओढ़े हुए लाल चूडियाँ खनकाती हैं काली आंखों का बंधन वो प्रेम जिसका एक सहारा है वही हमरंग हैं हम , हर... Hindi · कविता 1 2 232 Share Harinarayan Tanha 11 Feb 2022 · 1 min read मै ने तो निमित्त रचा है कविताओं के स्वर्णिम युग का सृजन के सुकोमल सुख का काल के विकराल मुख का संसार रुपी अनेकों युग का मै ने तो निमित्त रचा है ये सारे के सारे... Hindi · कविता 222 Share Harinarayan Tanha 11 Jan 2022 · 1 min read संस्कृतनिष्ठ है हिन्दी अंकल-आंट ही बस नही चाचा-चाची , मामा-मामी है फूफा-फूफी , मौसा-मौसी है ग्रैंडमोम-ग्रैंडडैड बस नही दादा-दादी , नाना-नानी है मोम-डैड नही माता-पिता है रिश्तों में और भी घनिष्ठ है हिन्दी... Hindi · कविता 468 Share Harinarayan Tanha 8 Jan 2022 · 1 min read वसंत तो वसंत है वसंत ही रहेगा ये सर्द कोई रात नही ठिठुरने की कोई बात नहीं पाले का भय नही कल नही आज नही अब शीत इस पर भला क्या कहेगा वसंत तो वसंत है वसंत... Hindi · कविता 286 Share Harinarayan Tanha 6 Jan 2022 · 1 min read अनादि का कब जन्मदिवस है वो प्रथम क्षण जब झंकार हुई स्वर फुटे लय बने राग हुए कौन सा वो प्रथम क्षण था ताल लगे आलाप लिए अब तक ये प्रश्न विकट है अनादि का... Hindi · कविता 2 234 Share Harinarayan Tanha 5 Nov 2021 · 1 min read हमार भोजपुरी सबसे मिठ भाषा बा सैकड़ों भाषा बाडी हमरा देश में हजारों बोली बोललजाडी इहवा पर हमरा के त अपना माटी से प्यार थोडा ज्यादा बा हम साचों कहतानी हमार भोजपुरी सबसे मिठ भाषा बा... Bhojpuri · कविता 269 Share Harinarayan Tanha 5 Nov 2021 · 1 min read हे गंगा माई हमके आशीर्वाद द हे गंगा माई हमके आशीर्वाद द निमन विचार द शब्दन के भंडार द पाप के आगे हम कबो झुकी न कलम के रूप में हथियार द तोहार कलकल जल बहत... Bhojpuri · कविता 402 Share Harinarayan Tanha 5 Nov 2021 · 1 min read इ UP के चुनाव ह इ UP के चुनाव ह अस्सी सीट वाला सरकार बनावे वाला प्रधानमंत्री बनावे वाला इ आम त बाद में पहीले खास चुनाव ह इहवा नोट के बदले वोट जायज बा... Bhojpuri · कविता 333 Share Harinarayan Tanha 17 Sep 2021 · 1 min read रोज ढलता है सूरज और मेरी एक प्याली चाय विश्वास ही नहीं होता मुझको आप को भी नही होता ना किसी को भी नहीं होता होगा आखिर किसी को हो भी कैसे सकता है कि कोई सूरज नाम का... Hindi · कविता 233 Share Harinarayan Tanha 17 Sep 2021 · 1 min read एक कच्ची मिट्टी का घडा एक कच्ची मिट्टी का घडा मुझसे ये कहते हुए रो पड़ा कि मैं टूट जाउंगा मुझे विश्वास मैं टुट जाउंगा उस पक्की मिट्टी के घडे से बराबर करते हुए उससे... Hindi · कविता 502 Share Harinarayan Tanha 17 Sep 2021 · 1 min read पंजाब की तो बात ही निराली है पांच नदिया बहती है जिसमें वो पावन भूमि जैसे एक थाली है पंजाब की तो बात ही निराली है अमृतसर का अमृत सर है गुरुग्रंथ का यह पावन घर है... Hindi · कविता 229 Share Page 1 Next