कुमार गौरव 'पागल' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid कुमार गौरव 'पागल' 24 Mar 2018 · 1 min read ख़ूब -रू से सिर्फ मैं आँखें लड़ाता ही रहा... ख़ूब -रू से सिर्फ मैं आँखें लड़ाता ही रहा। ख़्वाब में उसको मैं बस अपना बनाता ही रहा। वो बदलता ही रहा है काफ़िया सा इश्क़ में, साथ उसका मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 245 Share