Ravi Ghayal Language: Hindi 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravi Ghayal 18 May 2023 · 2 min read शायद कुछ अपने ही बेगाने हो गये हैं मैं इश्क की दुनिया से दूर ................... बहुत-दूर निकल आया हूँ अपनों ने भुला दिया है ऐ-बेगानों अब तुम्हारे पास आया हूँ गैरों की महफ़िल में बैठा हूँ फिर भी... Hindi 232 Share Ravi Ghayal 18 May 2023 · 1 min read मैं बेवफ़ा हूँ मैं बेवफा हूँ मुझ से वफा की उम्मीद मत रखना मैं वक्त हूँ हँसते हुओं को रुलाना रोने के चाहवान को रोने न देना मेरा प्रियतम शगल है मैं वक्त... Hindi 56 Share Ravi Ghayal 18 May 2023 · 1 min read सड़कों की ट्यूबें सर्दियों में कोहरे की घुप घनी रात में ..... शहर की सूनी वीरानी सड़कों पर.... ट्यूबें ऐसे जलती हैं ...... मानो सारे जग के अंधियारे को दूर करेंगी ..... चूर... Hindi 158 Share Ravi Ghayal 18 May 2023 · 1 min read घायल तुझे नींद आए न आए खुदा तेरी रहमत का साया बहुत है जरूरी नहीं तू गले से लगाये है काफी बस इतना कि रोयें अगर हम तू दे कर तस्सल्ली ज़रा मुस्कराए वो शैतान क्यूँ... Poetry Writing Challenge 252 Share Ravi Ghayal 16 May 2023 · 1 min read बे-नूर मैं... देखता हूं, आकाश में चमकते... असॅंख्य-अनगिनत, सितारे। अपनी ही... टिमटिमाहट में मग्न। मानो... काली चादर पर, मोती जड़े हों। तब... मैं, तुम्हारी तरफ घूमता हूं, तेरी ऑंखों में झांकता... Poetry Writing Challenge 121 Share Ravi Ghayal 16 May 2023 · 1 min read छोड़ दूं क्या..... हूँ तन्हा, तो निकलना छोड़़ दूँ क्या, मैं सूरज हूँ, चमकना छोड़़ दूँ क्या.... बुझूंगा एक दिन, ये जानता हूँ, मगर इस डर से, जलना छोड़़ दूँ क्या..... नहीं रहता... Poetry Writing Challenge 1 314 Share Ravi Ghayal 16 May 2023 · 1 min read मेरी-तेरी पाती *कुछ प्रश्न गुदगुदाते हैं, अच्छा लगता है।* जब उन प्रश्नों के उत्तर जब पा जाओगे.... तो कल्पना करो, कैसा लगेगा। *जब आप मुस्कराते हैं, अच्छा लगता है।* मेरे मुस्कराने की,... Poetry Writing Challenge 166 Share Ravi Ghayal 16 May 2023 · 2 min read स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे *कोई तो हो ऐसा, जो सिर्फ मेरा हो।* मांगो जो जान, तो... जान दे देंगे। अपना जो बना लोगे... तो जहां हम दे देंगे। *बातों में उसकी खुशबू हो दिल... Poetry Writing Challenge 150 Share Ravi Ghayal 16 May 2023 · 1 min read शब्द शब्द °°°°° आओ शब्दों को हम जीवन की धरती से उठा कागज़ की धरती पर ले आयें अथवा पॉंवो से कुचलने की बजाऐ उन्हें सहेज कर किसी सुरक्षित जगह रख... Poetry Writing Challenge 70 Share Ravi Ghayal 16 May 2023 · 1 min read अतिथि हूं...... अतिथि हूँ आखिर कब तक इस सराय में रहूंगा। इक दिन अँधेरा तो होना ही है.... मगर अभी छुट्टी का वक्त शायद दूर है। जब वक्त आएगा तो खबर किसको... Hindi 171 Share