Garima Prasad 29 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Garima Prasad 26 May 2023 · 1 min read मेरे न रहने पर मेरे न रहने पर पढ़ी जायेगी मेरी लिखी कवितायेँ मेरी निराशा का उसमे कारण खोजा जाएगा, कही आ न जाए समाज के सामने सच्चाई सारी इस डर से मेरे शब्दो... Poetry Writing Challenge · कविता 197 Share Garima Prasad 26 May 2023 · 1 min read दादा जी दादा जी, रिश्तों की कदर, बचपन में सही राह दिखाते है, गिरते वक़्त पर संभलना, तो कभी दुनिया की समझ कराते है, एक दादा जी ही तो होते है जो,... Poetry Writing Challenge · कविता 116 Share Garima Prasad 26 May 2023 · 1 min read मैं कभी नहीं कहूंगी मैं कभी नहीं कहूंगी मैं दुखी हूं तुम आंखों में मेरी उदासी देख लेना, मैं कभी नहीं कहूंगी मन भर सा है तुम बेवजह भी मुझे कभी भी गले से... Poetry Writing Challenge · कविता 230 Share Garima Prasad 26 May 2023 · 1 min read मोहब्बत तुम उम्र भर के लिए बस यही ठहर जाओ ना, मोहब्बत भी उम्र भर तक साथ होती है तुम ये जमाने को दिखाओ ना, मुझे तुमसे तुम्हारे सिवा कुछ और... Hindi · कविता 207 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read कौन हूँ मैं? एक मुस्कुराते चेहरे के पीछे रहस्यामयी किरदार हूँ मैं, लोगो की नज़र में खुशमिज़ाज़, मगर कई महीनो से बेवजह ही खुद से नाराज़ हूँ मैं, जेहन में उतरा है ये... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1 239 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read ज़िन्दगी...! ज़िन्दगी के इस सफर में हर दिन एक नया मोड़ आया अपनों ने छोड़ा साथ हमारा तो गैरों ने गले लगाया जीवन की इस पहेली को सहज-सहज हमने सुलझाया! आगे... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1 174 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read मेरी कहानी है...! मेरी हक़ीक़त ही मेरी कहानी है मेरी हर राहें अंजानी है बीते पल को समेट कर मैंने आज भी हर याद संभाली है दुनिया के शोर में खामोश सा किरदार... Poetry Writing Challenge · कविता 2 294 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read माँ...! परेशानी मेरे चेहरे से पहचान लेती है, कोई मुझे अपना भले ही न समझे माँ मेरी मुझ पर जान देती है, गिरने का डर मुझमे यूँ तो होता नहीं पर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 304 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read तिरंगा.! जब जब तिरंगा शान से फेहराया जाएगा, शहीदो का नाम सबसे पहले जुबान पर खुद बा खुद आ जाएगा, सरहद पर सीना तान कर मैं जब तैनात किया जाऊँगा, भारत... Poetry Writing Challenge · कविता 1 284 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read स्वप्न...! मैंने देखा खूबसूरत स्वप्न जैसे तुम्हे जाते हुए पुकारती हुई मैं, मैंने देखा खूबसूरत स्वप्न जैसे मेरे रुठ जाने पर मनाते हुए तुम, मैंने देखा खूबसूरत स्वप्न जैसे जीवन की... Poetry Writing Challenge · कविता 2 212 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read तुमने..! सब ने किया नज़र अंदाज़ जब तब तुमने नज़र मिलायी थी, मैं तो तनहा ही बीच राह निकल थी गयी तब तुमने ही साथ चलने की ज़िद लगाई थी, उदासी... Poetry Writing Challenge · कविता 2 115 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read तुम! तुमसे अगर नाराज़गी जताते हम हम रुठते फिर गले से लगाते तुम, एक मौका फिर तुम्हारे पास होता एक मर्तबा फिर ये दिल दुखाते तुम, मैं फिर अकेले चलने लगती... Poetry Writing Challenge · कविता 2 68 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read सफर...! हम भी अभी किसी सफर में है मंजिल पाने की मगर किसे चाह नहीं है, पंझी सारे गुमान में है इनमें भी मालुम नहीं इनका भी ये सारा आसमान नहीं... Poetry Writing Challenge · कविता 1 95 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read पापा...! अब नहीं कहता कोई कुछ खाएगी नीचे मत बैठ बेटा ठंड लग जाएगी अब नहीं पूछता कोई घर कब तक आएगी मालुम ही नहीं था एक दिन सबकी आवाज आएगी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 127 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read गम...! किसी से जब भी मिलेंगे हम मुस्कुरा कर मिलेंगे, उजड़े हुए लोग है किसी के गले से क्या लगेंगे, लोग समझते है हम हर वक़्त मुस्कुराते है तो हमे गम... Poetry Writing Challenge · कविता 1 124 Share Garima Prasad 22 May 2023 · 1 min read मैं...! मैं अगर मिल ना पाई तो यादों में चली आउंगी नाराजगी किसी से कितनी भी क्यों ना हो गम में तुम्हारे मैं तुम्हें हमेशा गले से लगाऊंगी मुझे मालुम है... Poetry Writing Challenge · कविता 2 173 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read कैद...! चार दिवारी में कैद खिड़की से झांकता है, कभी-कभी दिन गुजरते नहीं इंसान बड़ी मुसीबतो में दिन काटता है, खुले आस्मां पर निगाहें है कभी दिल आस्मां पर उड़ जाने... Poetry Writing Challenge · कविता 1 269 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read तुम...! एक आराम की नींद लेते हैं एक ख्वाब जगा देता है, हम सोते है न उठाने के इरादे से तुझे खोने का ये डर उठा देता है, लोग पूछते है... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 297 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read मेरे न रहने पर...! मेरे न रहने पर पढ़ी जायेगी मेरी लिखी कवितायेँ, मेरी निराशा का उसमे कारण खोजा जाएगा, कही आ न जाए समाज के सामने सच्चाई सारी, इस डर से मेरे शब्दो... Poetry Writing Challenge · कविता 1 179 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read बनारस...! मैंने चुना बनारस हो जाना जबकि कितने शहर मुझमे खोना चाहते थे, गंगा सा पवित्र चरित्र किसी का नहीं मगर सब गंगा मैया की गोद में सोना चाहते थे, सुकून... Poetry Writing Challenge · कविता 80 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read चिड़िया...! चिड़िया चाहे किसी भी खिड़की पर बैठ जाए लौट कर अपने घोंसले पर ही जाएगी, घूम ले चाहे आस्मां पुरा भूल न जाए जब तक खुद से वो घोंसला अपना... Poetry Writing Challenge · कविता 162 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read बेटियाँ...! आँगन में चहकती हुई, घर की रौशनी है बेटियाँ! माँ के आँचल से लिपटी हुई, बूढ़े माँ बाप की लाठी है बेटियाँ! एक घर से दूसरे घर को जो उजाला... Poetry Writing Challenge · कविता 171 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read माँ बाप...! जब जब सड़कों पर बूढ़े माँ बाप को देखा पाया है, ज़ेहन में मेरे बस एक ही सवाल आया है, कैसे माँ बाप ने अपने हिस्से की हर ख़ुशी को... Poetry Writing Challenge · कविता 102 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read बेटी...! शादी करके विदा कर दी जाती है बेटी रहती नहीं फिर घर की पराई कर दी जाती है, ससुराल में जो भी साथ होता है सब मुस्कुरा कर सह जाती... Poetry Writing Challenge · कविता 169 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read माँ...! जब कभी बाहर से घर लौटती थी, पुरे घर में माँ-माँ चिल्लाया करती थी, तब तुम किसी कमरे से भागती हुई आती थी, और गले से मुझे लगाया करती थी,... Poetry Writing Challenge · कविता 247 Share Garima Prasad 14 May 2023 · 1 min read पुलवामा हमला...! बुझ गयी वो ज्योत, जो तुम्हारी रक्षा के लिए माँ ने जलाई थी, अंदर तक झंझोर कर रख दिया मुझे जब सुबह तुम्हारा खत नहीं बल्कि दरवाज़े पर तिरंगे से... Poetry Writing Challenge · कविता 85 Share Garima Prasad 5 Apr 2022 · 1 min read युद्ध...! खरीद लू इस दुनिया के तमाम हथियार और आग की भट्टी में उसको जला दूँ, नफरत की इस दुनिया में प्रेम से हर मसले को सुलझा दूँ, जो बेटा अपनी... Hindi · कविता 120 Share Garima Prasad 31 Mar 2022 · 1 min read जिंदगी...! नहीं कहूंगी आसान है जिंदगी सब्र कर मगर एक इम्तेहान है जिंदगी, कहानी तू ने लिखनी है अपनी ये तो केवल भारी पन्नो की एक खाली किताब है जिंदगी, सब... Hindi · कविता 2 412 Share Garima Prasad 30 Mar 2022 · 1 min read चिड़िया...! चिड़िया चाहे किसी भी खिड़की पर बैठ जाए लौट कर अपने घोंसले पर ही जाएगी, घूम ले चाहे आस्मां पुरा भूल न जाए जब तक खुद से वो घोंसला अपना,... Hindi · कविता 2 247 Share