Dr. Meena Kaushal Language: Hindi 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read असहाय फुटपाथ बटोही क्या जाने, मंगल की बेला होती क्या। सर्दी की ठिठुरन आह भरी, ममता की मूरत रोती क्या।। अम्बर वितान के तले सहज, हर दिन होता है इक जैसा।... Poetry Writing Challenge · कविता 247 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read मन की व्यथा जीवन की कुछ घटनाएं जो, हमको विचलित करतीं हैं। उमड़ घुमड़ दुर्दान्त मेघ सम, मन को शापित करतीं हैं। भूल चलूँ सारे अँधियारे, ज्योतिर्मय दीपक कर दो- हे हरि मेरे... Poetry Writing Challenge · कविता 324 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read तुलसी तुलसी की परिकल्पना, रामचरित यशगान। सुरभित पुष्प पराग इव,भक्त करें मधुपान।। भक्त करें मधुपान, सदा अन्तस हरषाई। कृपा करें हनुमान,सिया सँग श्री रघुराई।। धन्य आत्माराम, तात अरु माता हुलसी। जायो... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 225 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read गिरधर गोपाल श्री गिरधर गोपाल हैं,मेरे एक अधार। सुमिरन से करते सदा,नैया भव से पार।। नैया भव से पार,कर्म का योग सिखाते। गीता के सद्भाव, मन्त्र चिन्तन का गाते।। मोहक मुरली तान,सुनाते... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 236 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read दोहे : विषपायी शेखर सुधा,इन्दु प्रखर आलोक। जगत्पिता जगदम्बिका, हरें सकल भव शोक।। मंगल परिणय शम्भु का,अम्ब उमा के साथ। करते सबकी कामना, पूरण भोलेनाथ।। : धरा भरी सौगात से,छेड़े तान... Poetry Writing Challenge · दोहा 230 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read स्वर लहरी लहरी हो स्वर छन्द की,भाव करे गुंजार। मनःसुमन की वेदना,मुखरित करे प्रसार।। मुखरित करे प्रसार, स्वतः हो जाये गायन। मधुमय काव्य स्वरूप, नवलरसमय करुणायन।। भरे सदा उत्साह, रहें सीमा पर... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 360 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read एक शक्ति एक शक्ति विविधा विधा,धारण रूप अनेक। रक्षाहित माँ अवतरीं, धारें सकल विवेक।। विविध रुप माँ धारिणी, करें जगत कल्याण। नवचेतन छवि पल्लवित, भरें सुधारस प्राण।। पालन पोषण कारिणीं,करें दनुज संहार।... Poetry Writing Challenge · दोहा 1 1 174 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read भवभयहारिणी श्वेतवसन शुचिधारिणी,पावन सत्त्वस्वरूप। भवभयहारिणि अम्बिका, अतुल प्रदीप्त अनूप।। अक्ष कमण्डल धारिणी,निर्मल मानस भाव। तपःतेज ब्रह्माण्ड में,तीनों लोक प्रभाव।। विश्वनाथ की कामना, उमा अपर्णा नाम। जगदम्बा भवव्यापिनी, शुभमय पूरणकाम।। महिमा वेद... Poetry Writing Challenge · दोहा 106 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read नववर्ष चैत्रमास प्रतिपदा शुक्ल, नववर्ष हमारा आया है। भगवती आगमन भूतल पर, उन्नति से जग हरषाया है। सम शीत उष्ण मौसम सुन्दर, खिल गयी पुलक नवरंग धरा- अब रामजन्म का हर्षवेग,... Poetry Writing Challenge · कविता 157 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read महिषासुर मर्दिनी माँ महिषासुर मर्दिनी, शुभ कात्यायनि नाम। सिर नत है पद पद्म में,रसना में तव नाम।। ऋषि कात्यायन की सुता,रक्षाहित अवतार। गर्जन से दानव डरें,भक्त करें जयकार।। जगदम्बा करतीं कृपा, होते... Poetry Writing Challenge · दोहा 127 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read अम्बे माँ जय जगदम्बे जग कल्याणी। अंक कार्तिकेय अम्बुज पाणी। वरद् हस्त छवि अति मनभावन- शुद्ध करें मन कर्म सुवाणी। ममता मयि शुभदातु भवानी। शम्भुप्रिया जगदम्ब शिवानी। सिंहारूढ़ मातु छवि न्यारी- अन्तस्... Poetry Writing Challenge · कविता 95 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read वरदानी माँ अर्द्धचन्द्र शोभित छवि मण्डल, वरदानी कल्याणी माँ। घण्टाध्वनि की गूँज महाध्वनि, नमन करे हर प्राणी माँ।। सिंह सवार गर्जना करती, कम्पित दुर्जन जन होते। शीश मुकुट छवि लोचन विस्तृत, भक्त... Poetry Writing Challenge · कविता 100 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read जग कल्याणी जय कल्याणी आदि भवानी, कालरात्रि कल्याण करें। वेदत्रयी में व्याप्त बखानी, जीवन में नवप्राण भरें।। विद्युतमयि छवि तेजस्वरूपा, खरारूढ़ कंटकाभरण। हे जगदम्बे माँ अविलम्बे, सकल व्यथा का करें क्षरण।। भक्तों... Poetry Writing Challenge · कविता 76 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read आदि भवानी श्वेताम्बरा शुभ्र सत्त्वस्वरूपा, वरदहस्त सौभाग्य दाती भवानी। त्रिशूल धारें डमरू निनादम् वृषभपृष्ठ राजित सुमंगल शिवानी।। महागौरी अष्टम दिवस पूजिता माँ, सुशोभित कुसुम कुन्दवत अम्बिका। कर्पूरगौरं की अर्द्धांगिनी माँ, महाश्वेता शुभ... Poetry Writing Challenge · कविता 127 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read बाजे बधाई आयी चैत्ररामनवमी , अवध में बाजे बधाई हो। मंगलाचरण सब गाई , अवध में सब खुशियाँ छायी हो।। नृप दशरथ घर चार ललनवाँ, बालरूप सुखदायी , अवध में बाजे बधाई... Poetry Writing Challenge · गीत 93 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read जयति माँ सिद्धिदात्री सर्व सिद्धि दायिनी भवानी। वेदत्रयी यशगान बखानी।। अष्टसिद्धि नव निधि प्रदायिनी। जयति मंगला बुद्धि दायिनी।। आन बसो माँ अन्तस मोरे। विनती करहुँ मातु करजोरे।। मिलता सब सुख शरण तिमारे। करें... Poetry Writing Challenge · कविता 177 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read दोहे पनघट पर गिरधर खड़े,ले राधे की आस। रुनझुन धुन पायल करे,सफल हुआ विश्वास।। [: पवनपुत्र सुत केसरी, मातु अन्जनी लाल। रामभक्त हनुमान जी, सन्तों के प्रतिपाल।। : धारा बहती प्रेम... Poetry Writing Challenge · दोहा 112 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read नहीं रोके से रुकते रोके से रुकते नहीं,अकथ कर्म फल मूल। मिलते सबको कर्मफल, इसे कभी मत भूल।। इसे कभी मत भूल,हमेशा कर्म करो सत। जिससे हों सन्तुष्ट, देवता सबका अभिमत।। करते सच्चे कर्म,शीश... Poetry Writing Challenge · कुण्डलिया 84 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read नमन कीजिए राधिके की चरण में शरण लीजिए। कृष्ण का नाम अमृत वरण कीजिए।। मुक्त होकर करें श्याम की साधना। दम्भ की भावना का क्षरण कीजिए।। सन्त मन में रमें राधिका श्याम... Poetry Writing Challenge · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 117 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read भगवान मेरे विद्यालय है मन्दिर मेरा, हर बच्चे भगवान मेरे। विद्यालय का प्रांगण प्यारा, नूतन अनुसंधान मेरे।। चलकर नटखट कदमों से, पुलकित करतें हैं मन को। है ईश्वर से यही प्रार्थना, सफल... Poetry Writing Challenge · कविता 216 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read माँ ओ ममता की अथाह सागर, मेरे शब्द हैं खाली गागर। किन शब्दों से नमन करूँ माँ, आप स्वयं करुणा की आखर।। बनती थी जब तेरी लोरी, मेरी निंदिया माँ। बनती... Poetry Writing Challenge · कविता 247 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read आद्यशक्ति रिद्धि सिद्धि दायिनी, स्वयंप्रभासभाषिनी। देवि कूष्माण्डा स्वयं प्रभाप्रकाशिनी।। आद्यशक्ति अम्बिका ओजभास चन्द्रिका। व्याप्तसूर्यमण्डले तेजपुंज धारिका।। अष्टहस्त रक्षिका अस्त्र शस्त्रसज्जिता। मन्दहासलासिनी ब्रह्मज्ञानसाधिका।। सिंहपृष्ठ राजिता ब्रह्माण्ड कारिणी। दिव्यकान्तिमयी मातु मन्दहास्यधारिणी।। नमामि शक्तिपुंज... Poetry Writing Challenge · कविता 234 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read नमामि गंगे हरि नख निसृत, विस्तृत भूतल। सुरसरित् प्रवाहित कल-कल स्वर।। चट्टान तोड़ उत्थान सुपथ। निर्मल शीतल करती निर्झर।। शिव शीश सजी जीवनदायिनि। शत नमन करो गंगे हर -हर।। है दुग्ध धवल... Poetry Writing Challenge · कविता 182 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read हरे सुन लेना मम अन्तस् की, आर्त भरी उद्गार हरे। कर देना इस मानस को, अवलोकित अविकार हरे।। प्रातः तुम हो सान्ध्य तुम्ही, जीवन में साकार हरे। भेद नहीं कर पाये... Poetry Writing Challenge · कविता 174 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read तेरा अभिनन्दन होगा शब्द शब्द में प्रत्यक्षर में, तेरा ही नर्तन होगा। कण कण में तृण तृण में केशव, तेरा ही दर्शन होगा।। तेरे ही छवि में जग सारा, नव विकसित जीवन होगा।... Poetry Writing Challenge · कविता 252 Share Dr. Meena Kaushal 15 Jun 2023 · 1 min read प्रभात स्वर्ण किरणों से नहाकर। सुनहरी अलकें सजाकर। भोर आयी लालिमा ले- दान देता कर दिवाकर। व्योम मण्डल का महावर। माँग स्वर्णिम वो सजाकर। चमकती मोती रजत की- अरुण छवि को... Poetry Writing Challenge · कविता 159 Share Dr. Meena Kaushal 14 Jun 2023 · 12 min read मीना की कविताएं प्रभात- स्वर्ण किरणों से नहाकर। सुनहरी अलकें सजाकर। भोर आयी लालिमा ले- दान देता कर दिवाकर। व्योम मण्डल का महावर। माँग स्वर्णिम वो सजाकर। चमकती मोती रजत की- अरुण छवि... Poetry Writing Challenge 1 192 Share Dr. Meena Kaushal 14 Jun 2023 · 1 min read 25 कविताएं कविताएं9454511904 Poetry Writing Challenge · कविता 192 Share Dr. Meena Kaushal 14 Jun 2023 · 0 min read 25 कविताएं 9454511904 Poetry Writing Challenge · कविता 239 Share Dr. Meena Kaushal 3 Jun 2023 · 1 min read मीना की कविताएं हरि नख निसृत, विस्तृत भूतल। सुरसरित् प्रवाहित कल-कल स्वर।। चट्टान तोड़ उत्थान सुपथ। निर्मल शीतल करती निर्झर।। शिव शीश सजी जीवनदायिनि। शत नमन करो गंगे हर -हर।। है दुग्ध धवल... Hindi · कविता 1 2 386 Share Dr. Meena Kaushal 30 May 2023 · 9 min read मीना की कविताएं 1- जीवन ज्योति जलाये रखना,मुकुलित मन्थन बना रहे। जीवन का प्रतिक्षण प्रतिपल हम,पर्व रूप में मना रहे। स्नेह सुवासित कृपा तुम्हारी,बनी रहे माँ जगदम्बे- प्रीति अनवरत हृदय सुहर्षित,श्याम जलद इव... Poetry Writing Challenge · 25 कविताएं 74 Share Dr. Meena Kaushal 30 May 2023 · 8 min read मीना की कविताएं [29/09/2022, 16:02] Dr. Meena Kaushal: जीवन ज्योति जलाये रखना,मुकुलित मन्थन बना रहे। जीवन का प्रतिक्षण प्रतिपल हम,पर्व रूप में मना रहे। स्नेह सुवासित कृपा तुम्हारी,बनी रहे माँ जगदम्बे- प्रीति अनवरत... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1 286 Share