dandpani nahak Tag: ग़ज़ल/गीतिका 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid dandpani nahak 29 Nov 2017 · 1 min read हजारों तरह से नुमायाँ हुए है हजारो किस्म से नुमायाँ हुए हैं जहाँ से चले थे वहीँ पे खड़े है निगाहे चुराना उन्होंने सिखाया हमें भी नजारे कहाँ देखने हैं जिन्होंने कभी लूटना नाहि छोड़ा उन्हें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 207 Share